Sunday, June 27, 2010

एक साल में पकड़ी 200 किलो अफीम

जोधपुर. मादक पदार्थो की तस्करी करने वाले मारवाड़ के तस्करों के तार सीमा पार से जुड़े हैं। चित्तौड़ व भवानीमंडी एरिया से देश-विदेश में हेरोइन की तस्करी की जा रही है। इसमें नाइजीरिया के तस्कर कूरियर की भूमिका निभा रहे हैं। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने एक साल में 200 किलो से ज्यादा अफीम और छह किलो हेरोइन बरामद कर अंतरराष्ट्रीय तस्करों के नेटवर्क का पर्दाफाश किया है।

अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ मुक्ति एवं तस्करी विरोधी दिवस के अवसर पर शनिवार को एनसीबी के क्षेत्रीय निदेशक बीएल नायक ने संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों के सवालों के जवाब में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एमपी से लगते राजस्थान के जिलों में अफीम की पैदावार ही नहीं, हेरोइन बनाने का धंधा भी बढ़ रहा है। भवानी मंडी के तत्कालीन पालिकाध्यक्ष रामलाल गुर्जर के संपर्क अंतरराष्ट्रीय तस्करों से थे। पिछले पांच साल में मुंबई, बेंगलुरू, दिल्ली और चेन्नई में भारी मात्रा में हेरोइन बरामद हुई, जिसका सप्लायर रामलाल गुर्जर ही था।

वह स्थानीय स्तर पर हेरोइन बनाता था। उसके पकड़े जाने के बाद दक्षिण पश्चिम एशिया में तस्करों के नेटवर्क का खुलासा हुआ था। उन्होंने बताया कि मारवाड़ में पुराने तस्करों का संपर्क सीमा पार के तस्करों से है। यह बात कुछ सालों में हेरोइन की बड़ी खेप पकड़ने के बाद सामने आ चुकी है। पिछले एक साल में ब्यूरो ने छह कार्रवाई में 200 किलो से ज्यादा अफीम बरामद की है। इनमें से तीन कार्रवाई डांगियावास, पूनियों की प्याऊ व सरदारसमंद रोड की है। इन कार्रवाई में लगभग 50 किलो अफीम बरामद हुई।

सप्ताह भर हुए कई कार्यक्रम

अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ मुक्ति एवं तस्करी विरोधी दिवस के मौके पर एनसीबी ने एक सप्ताह में कई कार्यक्रम किए। कच्ची बस्तियों, जेल, स्कूलों व कॉलेजों में जनजागरण अभियान चलाया। बैनर-पोस्टर व रैलियों से लोगों को नशे से दूर रहने की सलाह दी गई।

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