Tuesday, July 6, 2010

जोधपुर में बंद का व्यापक असर

जोधपुर। महंगाई के विरोध में भाजपा के देशव्यापी आंदोलन के तहत सोमवार को जोधपुर बंद का व्यापक असर नजर आया। सुबह सात बजे से बंद का असर नजर आने लगा था। व्यापारिक प्रतिष्ठान, स्कूलें पेट्रोल पंप व सिनेमाघर बंद रहे तो सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था भी ठप रही। ऑटो-रिक्शा बंद रहने से लोगों को परेशानी हुई।


अन्य शहरों से जोधपुर पहुंचने वाले यात्रियों को सामान उठाकर ही गंतव्य तक जाना पड़ा। दोपहर 12 बजे तक मामूली तोडफ़ोड़ व तकरार के साथ बंद शांतिपूर्ण रहा। सोजती गेट पर बंद समर्थकों ने डेरा डाल रखा था। यहां से बंद समर्थक कार्यकर्ताओं की टोलियां शहर के अन्य इलाकों में बंद करवाने के लिए निकल रही थी। सुबह रोडवेज की कुछ बसें निकली, लेकिन सुबह 9 बजे के बाद रोड़वेज ने तोडफ़ोड़ की आशंका के चलते बसों का आवागमन बंद कर दिया।

बंद समर्थकों ने सब्जी मंडी में फल व सब्जी विक्रेताओं की थडिय़ा बंद करवाई। इसके साथ ही सुबह निजी बैंकों, स्कूलों व होटलों को भी बंद करवाया। इस दौरान तकिया चांदशाह के सामने स्थित होटल उत्सव के मुख्य दरवाजे पर लगा कांच का दरवाजा तोड़ दिया।

भादरेस प्लाँट में एक व्यक्ति जिंदा जला

जोधपुर. बाड़मेर। बाड़मेर से 35 किलोमीटर दूर स्थित भादरेस पॉवर प्लांट में जलते कोयले के ढेर पर एक ढाबा संचालक के गिर जाने से उसकी जलकर मौत हो गई। रविवार देर रात पदमाराम चौधरी (50 वर्ष) रात को प्लांट में कार्य कर रहे मजदूरों को चाय देने गया था। जहां कुछ ही दूरी पर कोयले का ढेर जल रहा था। कम रोशनी के कारण उसे कोयले का जलता ढेर दिखाई नहीं दिया और वह उसमें गिरकर जल गया। रात को इस घटना का किसी को पता नहीं चला।


सुबह जब मजदूर काम पर आए, तो कोयले की ढेरी पर उसकी 90 प्रतिशत जली लाश दिखाई दी। इसपर मजदूरों ने प्लांट के अधिकारियों की इसकी सूचना दी। जहां से क्रेन की सहायता से उसकी लाश को हटाया गया। इस घटना को लेकर मजदूर जलते कोयले की ढेरी के पास सुरक्षा इंतजाम नहीं करने का आरोप लगाते हुए अधिकारियों पर भड़क गए। आक्रोशित मजदूरों ने प्लांट के कांच तोड़ दिए और उसकी लाश नहीं उठाने की जिद के साथ काम का बहिष्कार कर दिया।

जोधपुर में बनेगा सिविल एयरपोर्ट

जोधपुर. जोधपुर में एयरफोर्स के हवाई अड्डे को बोझ मुक्त करने के लिए सिविलियन एयरपोर्ट का निर्माण कराया जाएगा। इसके लिए सिविल एयरपोर्ट ऑथोरिटी ने अपने पहले निरीक्षण दौरे में जोधपुर में सिविल एयरपोर्ट के फिजिबल बताया है।

इस संबंध में संभागीय आयुक्त सुदर्शन सेठी ने राज्य सरकार को विस्तृत प्रस्ताव बनाकर भेजा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विदेश दौरे से लौटने के बाद इस पर फैसला होने की संभावना है। इस एयरपोर्ट के बनने के बाद नियमित उड़ाने के साथ चार्टर प्लेन के आने और कार्गो प्लेन का रास्ता खुल जाएगा। कार्गों प्लेन के आने से यहां के निर्यातकों को सुविधा हो जाएगी।

जोधपुर के संभागीय आयुक्त सुदर्शन सेठी ने बताया कि जोधपुर में सिविल एयरपोर्ट की जरूरत लंबे समय से महसूस की जा रही थी। इस बारे में सिविल एविएशन ऑथोरिटी अपने दौरे में फिजिबलिटी बताई है। उन्होंने बताया कि इससे एयर फोर्स के एयरपोर्ट पर दबाव कम हो जाएगा और आपात स्थिति में ही इसका उपयोग करेंगे। उन्होंने बताया कि ऑथोरिटी के सहयोग से सिविल एयर पोर्ट का विस्तृत प्रस्ताव तैयार कर नगरीय विकास विभाग के प्रमुख सचिव जी. एस. संधु को दिया गया है। मुख्यमंत्री के विदेश से लौटने के बाद इस पर विचार कर इसे केंद्र सरकार को भेजा जाएगा।

ये होगा फायदा

जोधपुर में एयर पोर्ट खुलने से पर्यटकों को सुविधा होने के साथ कार्गो प्लेन की सुविधा मिलने से हैंडीक्राफ्ट, ग्वारगम और अन्य निर्यातकों को सुविधा होगी। यहां इनका 2500 करोड़ का कारोबार होता है। अभी सारा माल समुद्र के रास्ते भेजा जाता है, जिसमें समय लगता है।

ये भूमि की चिन्हित : जेडीए ने शहर से 28 किमी दूर नागौर रोड पर स्टेट हाईवे से 3 किमी अंदर भूमि चिन्हित की गई है। इसमें भोपालगढ़ तहसील में मेलावास थबूकड़ा में 2531.30 बीघा और गांगाणी में 2589.07 बीघा भूमि शामिल है।

चोरी की बोलेरो सहित मोस्ट वांटेड अपराधी गिरफ्तार

जोधपुर.बिलाड़ा। जोधपुर जिले की बिलाड़ा तहसील पुलिस ने जिले के तीन मोस्ट वांटेड अपराधियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार जोधपुर जिले में लूट, हत्या, चोरी व एनडीपीएस एक्ट के तहत मोस्ट वांटेड अपराधी जगदीश , गोविंद व रामनिवास को एक पिस्टल व चाकू के साथ सोमवार सुबह बिलाड़ा में गिरफ्तार किया।

बिलाड़ा पुलिस ने बताया कि आरोपियों से एक बोलेरो गाड़ी भी बरामद की जिसको उन्होंने एक वर्ष पूर्व राजगढ़ चूरू से चोरी करना बताया। खबर लिखे जाने तक पुलिस उनसे पूछताछ कर रही थी। पुलिस को इनसे और भी कई वारदातें खुलने की उम्मीद है।

संकट में मारवाड़ का हिरण

जोधपुर. मानसून की बेरुखी और सरकार की उदासीनता से राज्य वन्यजीव चिंकारा और रेड डाटा बुक में दर्ज काले हिरण पर संकट छा गया है। भीषण गर्मी के दौर में तीन माह में मारवाड़ में एक हजार से ज्यादा हिरण मौत के मुंह में समा चुके हैं। अधिकांश हिरण प्यासे मर गए।

कई हिरण पानी की तलाश में भटकते हादसों का शिकार हो गए तो बहुत से कमजोरी के कारण कुत्तों का निवाला बन गए। अफसरों के खिलाफ जांच की महज खानापूर्ति ही की जा रही है जबकि हिरणों के कंकाल से भरी गाड़ी कलेक्ट्रेट में लाने पर पुलिसकर्मियों पर निलंबन की गाज गिर गई।

चूरू के तालछापर और बाड़मेर के चवा गांव के बाद दो माह के भीतर प्रदेश में हिरणों की मौत का सबसे बड़ा मामला जोधपुर में सामने आया है जहां एक पखवाड़े में ही पांच सौ हिरण मर गए। तीन माह में मारवाड़ में एक हजार से ज्यादा चिंकारों व कृष्ण मृग की मौत हुई है। वन विभाग के पास महज रेस्क्यू सेंटर में मरने वालों का ही आंकड़ा है। मई में हुई गणना में 5660 हिरण बताए गए थे। इसके बाद पांच सौ हिरणों ने दम तोड़ दिया।

वर्षाजनित हादसों में 13 मरे

कुंभलगढ़ में छह एनीकट छलके तो जयपुर में भी जोरदार बारिश ने लोगों को आनन्दित कर दिया। बारिश ने कुछ घरों के चिराग भी बुझा दिए। चित्तौड़गढ़ की तुंबड़िया पंचायत व प्रतापगढ़ के बरेखन में तीन-तीन, झालावाड़ के मोलड़ा में दो और धौलपुर के बसई कविलाल में एक जने की मौत हो गई। उदयपुर के सज्जननगर में दादी और पोते की मौत हो गई तो बूंदी के आशापुरा बांध में दो बहनें डूब गईं। मौसम विभाग के अनुसार सोमवार को राज्य के पूर्वी और पश्चिमी इलाकों में बारिश की संभावना है।