Thursday, June 17, 2010

तीन सोनोग्राफी जांच केंद्रों पर छापा

जोधपुर. स्वास्थ्य विभाग की पीसीपीएनडीटी सेल ने बुधवार को जोधपुर में तीन सोनोग्राफी जांच केन्द्रों पर छापा मारा। दो केन्द्रों की सोनोग्राफी मशीन व रिकॉर्ड सीज कर लिया गया। तीसरा केन्द्र एजेंट के रूप में कार्यरत पाया गया। राज्य पीसीपीएनडीटी सेल के प्रभारी व उपनिदेशक हरदयालसिंह के नेतृत्व में जोधपुर आई टीम ने ओलम्पिक टावर रोड स्थित रोग जांच केन्द्र, महात्मा गांधी सोनोग्राफी जांच केन्द्र व लाइफ केअर डाइग्नोसिस सेंटर पर छापा मारा।

दोनों केन्द्रों पर पीसीपीएनडीटी एक्ट का उल्लंघन पाए जाने पर सेल ने मशीनों व कागजात सील कर केन्द्र बंद करने के निर्देश दिए। सेल प्रभारी सिंह ने बताया कि तीनों केन्द्र संचालकों व डॉक्टरों के विरुद्ध पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत न्यायिक कार्रवाई की जाएगी। टीम में हैल्थ मैनेजर डॉ. जलसिंह व विधि सलाहकार रितेश तिवारी शामिल थे।

एक मरीज का रिकॉर्ड नहीं मिला: सबसे पहले टीम ने रोग जांच केन्द्र पर छापा मारा। यहां बुधवार को करीब सौ मरीजों की सोनोग्राफी की गई लेकिन इनमें से एक का भी फार्म-एफ नहीं भरा गया था। यह फार्म नियमित रूप से सीएमएचओ कार्यालय भेजना होता है लेकिन इसका रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं था। एक भी गर्भवती महिला की जांच का संधारण नहीं मिला। केन्द्र पर उपलब्ध कागजात व मशीन को सील कर दिया गया।

गायब हो गए डॉक्टर साहब: टीम महात्मा गांधी सोनोग्राफी जांच केन्द्र पर पहुंची तो महिलाओं की सोनोग्राफी हो रही थी। इनमें एक गर्भवती महिला भी थी जिसकी रिपोर्ट बिना रिकॉर्ड दे दी गई। टीम ने वहां मौजूद डॉक्टर विशाल सारस्वत से सोनोग्राफी लाइसेंस मांगा। वह लाइसेंस लाने निकले तो वापस ही नहीं आए। वहां संचालक भी नहीं मिला। यहां भी मरीजों की जांच से संबंधित कोई रिकॉर्ड नहीं मिलने पर मशीन सील कर दी गई।

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