जोधपुर. बालिका वधू सीरियल में बचपन के बींद-बिंदणी आनंदी उर्फ अविका गौड़ और जगदीशिया उर्फ अविनाश मुखर्जी ने रविवार को जोधपुर में अंतिम शूटिंग की। इस सीरियल से अब इन दोनों की विदाई होने वाली है और इनकी जगह अब बड़े कलाकार लेंगे। लीक से हटकर बाल विवाह पर बना यह सीरियल टीवी के सबसे हिट सीरियल्स की श्रेणी में आता है। लगातार कई सालों तक सबसे ज्यादा टीआरपी वाला यह सीरियल अब पांच साल आगे जा रहा है। नन्ही आनंदी और जगदीशिया बड़े होंगे । अवंतिका गौड़ और अविनाश मुखर्जी की जगह बड़े कलाकार लेंगे।
सोमवार को शूटिंग के बाद दोनों जोधपुर से मुंबई के लिए रवाना हो गए। इन कलाकारों की एक झलक देखने के लिए एयरपोर्ट पर बड़ी संख्या में प्रशंसक मौजूद थे। सीरियल बालिका वधू के 525 एपिसोड पूरे होने के बाद अब आनंदी और जगदीशिया के नए कैरेक्टर सीरियल में आ जाएंगे। रविवार को शहर के सुरपुरा गांव में आनंदी और जगदीशिया पर कुछ शॉट्स फिल्माए गए थे।
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Tuesday, July 20, 2010
जोधपुर का सपूत कश्मीर में शहीद
जोधपुर। जम्मू-कश्मीर में सेना के एक ऑपरेशन के दौरान शहीद जोधपुर के सपूत गणपतराम पूनिया का शव सोमवार शाम फ्लाइट से एयरपोर्ट पर लाया गया। यहां से शव मिलिट्री अस्पताल ले जाया गया। मंगलवार को सैनिक सम्मान से उसके शव का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव भियासर में किया जाएगा।
सेना सूत्रों ने बताया गया कि श्रीनगर के पास शुक्रवार को सेना के ऑपरेशन के दौरान गणपतराम शहीद हो गया था। शहीद का शव पहले नई दिल्ली और वहां से सोमवार शाम जोधपुर लाया गया।
सेना सूत्रों ने बताया गया कि श्रीनगर के पास शुक्रवार को सेना के ऑपरेशन के दौरान गणपतराम शहीद हो गया था। शहीद का शव पहले नई दिल्ली और वहां से सोमवार शाम जोधपुर लाया गया।
मेह के लिए मनुहार
जोधपुर. शहर में बारिश के लिए तरह-तरह के अनुष्ठान शुरू हो गए हैं। रविवार को मंदिरों में जहां सहस्त्रघट हुए वहीं कई स्थान पर यज्ञ हुए। मंदिरों और आश्रमों में विशेष प्रार्थना कर लोगों ने इंद्रदेव से मेह का वरदान मांगा।
यज्ञदेव से मांगी बरखा
पुलिस ट्रेनिंग स्कूल और राजस्थान पुलिस ट्रेनिंग सेंटर की छात्राओं ने यज्ञदेव से बारिश मांगी। रविवार को दाऊ री ढाणी में करीब तीन सौ छात्राओं ने यज्ञ में आहुतियां दीं। मंत्रोच्चर के साथ हरियाली और खुशहाली के लिए बरसात की इंद्र से अरदास की। इस दौरान शिवलिंग पर अभिषेक किया गया। दाऊलाल मालवीय ने बताया कि कमाडेंट सवाईसिंह गोदारा के निर्देशन में कार्यक्रम हुआ। सुनील, खुशबू, तारा, मंगलदास सहित अन्य लोगों ने सहयोग दिया।
मेढ़क-मेढ़की का ब्याह आज
अच्छी वर्षा की कामना करते हुए इंद्रदेव को रिझाने के लिए सोमवार को शहर की तीन संस्थाओं की ओर से संयुक्त रूप से मेढ़क-मेढ़की के ब्याह का टोटका किया जाएगा। लायंस क्लब ऑफ जोधाणा सहेली, जायंट्स ग्रुप ऑफ जोधाणा सहेली एवं अलायंस क्लब ऑफ जोधाणा की ओर से सुबह साढ़े दस बजे गीता भवन के चक्रधारी मंदिर में यह ब्याह होगा।
महर्षि नवल आश्रम में पूजा-अर्चना
महर्षि नवल आश्रम में बारिश के लिए विशेष पूजा की गई। पूजा-अर्चना हीरालाल महाराज के सान्निध्य में की गई। द्वारकादास महाराज, परमानंद महाराज, रामानंद महाराज, सदानंद महाराज, सचितानंद महाराज, गोविंद महाराज, केशवानंद महाराज, सत्यमित्रानंद, गोपाल, पीयूषानंद, काव्यानंद आदि मौजूद थे। कैलाश जावा, सुमेर जावा सहित अनेक लोग उपस्थित थे।
यज्ञदेव से मांगी बरखा
पुलिस ट्रेनिंग स्कूल और राजस्थान पुलिस ट्रेनिंग सेंटर की छात्राओं ने यज्ञदेव से बारिश मांगी। रविवार को दाऊ री ढाणी में करीब तीन सौ छात्राओं ने यज्ञ में आहुतियां दीं। मंत्रोच्चर के साथ हरियाली और खुशहाली के लिए बरसात की इंद्र से अरदास की। इस दौरान शिवलिंग पर अभिषेक किया गया। दाऊलाल मालवीय ने बताया कि कमाडेंट सवाईसिंह गोदारा के निर्देशन में कार्यक्रम हुआ। सुनील, खुशबू, तारा, मंगलदास सहित अन्य लोगों ने सहयोग दिया।
मेढ़क-मेढ़की का ब्याह आज
अच्छी वर्षा की कामना करते हुए इंद्रदेव को रिझाने के लिए सोमवार को शहर की तीन संस्थाओं की ओर से संयुक्त रूप से मेढ़क-मेढ़की के ब्याह का टोटका किया जाएगा। लायंस क्लब ऑफ जोधाणा सहेली, जायंट्स ग्रुप ऑफ जोधाणा सहेली एवं अलायंस क्लब ऑफ जोधाणा की ओर से सुबह साढ़े दस बजे गीता भवन के चक्रधारी मंदिर में यह ब्याह होगा।
महर्षि नवल आश्रम में पूजा-अर्चना
महर्षि नवल आश्रम में बारिश के लिए विशेष पूजा की गई। पूजा-अर्चना हीरालाल महाराज के सान्निध्य में की गई। द्वारकादास महाराज, परमानंद महाराज, रामानंद महाराज, सदानंद महाराज, सचितानंद महाराज, गोविंद महाराज, केशवानंद महाराज, सत्यमित्रानंद, गोपाल, पीयूषानंद, काव्यानंद आदि मौजूद थे। कैलाश जावा, सुमेर जावा सहित अनेक लोग उपस्थित थे।
चोरों ने उड़ाए सोती महिला के गहने
जोधपुर. घर में सो रही महिलाओं के आभूषण चुराकर ले जाने वाली गैंग ने पुलिस की नींद उड़ा दी है। चांदणा भाखर ज्योति नगर इलाके में शनिवार देर रात घर में सो रही एक महिला के आभूषण चोरी हो गए।
प्रताप नगर पुलिस ने बताया कि मूलत: लोहावट के सामराऊ हाल ज्योतिनगर, चांदणा भाखर निवासी मनीराम पुत्र हेमाराम ने रिपोर्ट में बताया कि शनिवार रात उसके भाई का परिवार घर पर सो रहा था। देर रात अज्ञात शख्स दीवार फांदकर घर में घुसा और उसके भाई की पत्नी के कानों में पहनी सोने की टोटियां चुराकर ले गया।
एक सप्ताह में तीसरी वारदात
बासनी थाना क्षेत्र में गत 14 जुलाई की रात दो घरों में महिलाओं के आभूषण इसी तरह से चोरी हो गए। उल्लेखनीय है कि सांगरिया फांटा क्षेत्र निवासी गोकुलराम की पत्नी के सिर पर बंधा आधा तोला वजनी बोर तथा उसके पड़ोस में रहने वाले हीराराम की पुत्रवधु के गले में पहना मंगलसूत्र तथा कानों में पहने टॉपस इसी तरह उड़ा लिए गए।
क्षेत्र में खौफ का साया
शहर में आए दिन एक ही तर्ज पर महिलाओं के आभूषण चुराकर ले जाने की घटनाओं के बाद भय का माहौल है। गर्मी से परेशान लोग अब घर के आंगन व बाहर सोने से कतराने लगे हैं।
प्रताप नगर पुलिस ने बताया कि मूलत: लोहावट के सामराऊ हाल ज्योतिनगर, चांदणा भाखर निवासी मनीराम पुत्र हेमाराम ने रिपोर्ट में बताया कि शनिवार रात उसके भाई का परिवार घर पर सो रहा था। देर रात अज्ञात शख्स दीवार फांदकर घर में घुसा और उसके भाई की पत्नी के कानों में पहनी सोने की टोटियां चुराकर ले गया।
एक सप्ताह में तीसरी वारदात
बासनी थाना क्षेत्र में गत 14 जुलाई की रात दो घरों में महिलाओं के आभूषण इसी तरह से चोरी हो गए। उल्लेखनीय है कि सांगरिया फांटा क्षेत्र निवासी गोकुलराम की पत्नी के सिर पर बंधा आधा तोला वजनी बोर तथा उसके पड़ोस में रहने वाले हीराराम की पुत्रवधु के गले में पहना मंगलसूत्र तथा कानों में पहने टॉपस इसी तरह उड़ा लिए गए।
क्षेत्र में खौफ का साया
शहर में आए दिन एक ही तर्ज पर महिलाओं के आभूषण चुराकर ले जाने की घटनाओं के बाद भय का माहौल है। गर्मी से परेशान लोग अब घर के आंगन व बाहर सोने से कतराने लगे हैं।
कोटा से निराश होकर लौटे पार्षद
जोधपुर. जोधपुर में भी कोटा की तर्ज पर दशहरा उत्सव से बड़ी कमाई का ख्वाब लेकर गए नगर निगम के अफसरों व पार्षदों को करारा झटका लगा। यह उत्सव कोटा नगर निगम के लिए मोटी कमाई का सांस्कृतिक उत्सव समिति ने जब कोटा में मनाए जाने वाले इस उत्सव की बेलेंस शीट देखी तो उनकी आंखें फटी रह गई।
डेढ़ पखवाड़े तक चलने वाले दशहरा उत्सव की पर कोटा नगर निगम करीब पौने दो करोड़ रुपए खर्च करता है, लेकिन उसके बदले 60-70 लाख रुपए की ही कमाई होती है। समिति का यह भ्रम भी टूट गया कि कोटा नगर निगम दशहरा उत्सव मोटी कमाई के लिए करता है। अब निगम इस पर पूरी समीक्षा करने के बाद ही कोई फैसला लेगा। हालांकि समिति के सदस्यों व अफसरों ने दावा किया है कि जोधपर में अगर दशहरा उत्सव को कोटा की तर्ज पर मनाया जाता है तो उसे दो करोड़ की आय हो सकती है।
निगम ने वितीय वर्ष में पेश किए गए बजट में इस वर्ष कोटा की तर्ज पर दशहरा उत्सव मनाने की घोषणा की थी। बजट चर्चा में भी यह फैसला इसी तर्ज पर लिया गया था कि कोटा नगर निगम को इससे बड़ी आय होती है। निगम की मंशा के अनुरूप महापौर रामेश्वर दाधीच ने इसके लिए निगम की सांस्कृतिक मेला व उत्सव समिति की अध्यक्ष शुभलक्ष्मी व समिति सदस्यों को कोटा भेजा है।
कमेटी के सदस्यों के साथ आयुक्त शहर जुगल किशोर मीणा व एईएन सुखराम चौधरी भी कोटा गए हैं। सभी ने कोटा नगर निगम मेयर समेत अन्य लोगों से बातचीत की तथा दशहरा मेले की योजना का ले-आउट देखने के बाद सभी व्यवस्थाओं की समीक्षा की, लेकिन जब उत्सव की बेलेंस शीट देखी तो सदस्यों को निराश ही होना पड़ा।
खर्चा पौने दो करोड़, कमाई 60 लाख
कोटा नगर निगम दशहरा उत्सव पर करीब पौने दो करोड़ रुपए खर्च करता है, लेकिन इस उत्सव से उसे सिर्फ 50-60 लाख रुपए की आय ही होती है। बातचीत में यह बात भी सामने आई कि उसे चुंगी पुनर्भरण की राशि से ढाई करोड़ रुपए मिलते है। इसके साथ ही न्यास से भी खूब राशि मिल जाती है।
ऐसे में कोटा नगर निगम इस उत्सव को कमाई के नजरिए से कभी नहीं देखता है। जोधपुर नगर निगम के अधिकारियों की माने तो अब उन्होंने अपना नजरिया शुद्ध व्यावसायिक रखा है। इसके लिए वह शीघ्र ही कार्ययोजना तैयार करेगा। निगम ने वर्ष 2010-11 के बजट में इसके लिए 75 लाख रुपए का व्यय प्रस्तावित किया है।
डेढ़ पखवाड़े तक चलने वाले दशहरा उत्सव की पर कोटा नगर निगम करीब पौने दो करोड़ रुपए खर्च करता है, लेकिन उसके बदले 60-70 लाख रुपए की ही कमाई होती है। समिति का यह भ्रम भी टूट गया कि कोटा नगर निगम दशहरा उत्सव मोटी कमाई के लिए करता है। अब निगम इस पर पूरी समीक्षा करने के बाद ही कोई फैसला लेगा। हालांकि समिति के सदस्यों व अफसरों ने दावा किया है कि जोधपर में अगर दशहरा उत्सव को कोटा की तर्ज पर मनाया जाता है तो उसे दो करोड़ की आय हो सकती है।
निगम ने वितीय वर्ष में पेश किए गए बजट में इस वर्ष कोटा की तर्ज पर दशहरा उत्सव मनाने की घोषणा की थी। बजट चर्चा में भी यह फैसला इसी तर्ज पर लिया गया था कि कोटा नगर निगम को इससे बड़ी आय होती है। निगम की मंशा के अनुरूप महापौर रामेश्वर दाधीच ने इसके लिए निगम की सांस्कृतिक मेला व उत्सव समिति की अध्यक्ष शुभलक्ष्मी व समिति सदस्यों को कोटा भेजा है।
कमेटी के सदस्यों के साथ आयुक्त शहर जुगल किशोर मीणा व एईएन सुखराम चौधरी भी कोटा गए हैं। सभी ने कोटा नगर निगम मेयर समेत अन्य लोगों से बातचीत की तथा दशहरा मेले की योजना का ले-आउट देखने के बाद सभी व्यवस्थाओं की समीक्षा की, लेकिन जब उत्सव की बेलेंस शीट देखी तो सदस्यों को निराश ही होना पड़ा।
खर्चा पौने दो करोड़, कमाई 60 लाख
कोटा नगर निगम दशहरा उत्सव पर करीब पौने दो करोड़ रुपए खर्च करता है, लेकिन इस उत्सव से उसे सिर्फ 50-60 लाख रुपए की आय ही होती है। बातचीत में यह बात भी सामने आई कि उसे चुंगी पुनर्भरण की राशि से ढाई करोड़ रुपए मिलते है। इसके साथ ही न्यास से भी खूब राशि मिल जाती है।
ऐसे में कोटा नगर निगम इस उत्सव को कमाई के नजरिए से कभी नहीं देखता है। जोधपुर नगर निगम के अधिकारियों की माने तो अब उन्होंने अपना नजरिया शुद्ध व्यावसायिक रखा है। इसके लिए वह शीघ्र ही कार्ययोजना तैयार करेगा। निगम ने वर्ष 2010-11 के बजट में इसके लिए 75 लाख रुपए का व्यय प्रस्तावित किया है।
बाइक सवार ने बैरियर तोड़ा
जोधपुर. रेलवे क्रॉसिंग पर लगे बैरियर कितने मजबूत है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि रविवार शाम एक मोटरसाइकिल चालक ने पावटा बी रोड स्थित क्रॉसिंग के बैरियर पर टक्कर मारी तो बैरियर टूट कर गिर गया।
टूटा हुआ बैरियर यहां के गेट मैन के लिए भी परेशानी का सबब बन गया। गेटमैन रतनलाल ने बताया कि तेज गति से आया मोटरसाइकिल सवार टक्कर मारकर भाग गया। इसकी मोटरसाइकिल पर पुलिस का प्रतीक चिह्न् बना हुआ था। बाद में रतनलाल ने इसकी सूचना अपने अधिकारियों दी। गाड़ियां निकालने के लिए वैकल्पिक इंतजाम करने पड़े। रात आठ बजे यहां से गुजरी एक मालगाड़ी के लिए गेट बंद करने के लिए लोहे की जंजीर हाथें में लेकर कर्मचारियांे को खड़े रहना पड़ा। यह दृश्य यहां खड़े वाहन चालकों के लिए कौतूहल से कम नहीं था।
टूटा हुआ बैरियर यहां के गेट मैन के लिए भी परेशानी का सबब बन गया। गेटमैन रतनलाल ने बताया कि तेज गति से आया मोटरसाइकिल सवार टक्कर मारकर भाग गया। इसकी मोटरसाइकिल पर पुलिस का प्रतीक चिह्न् बना हुआ था। बाद में रतनलाल ने इसकी सूचना अपने अधिकारियों दी। गाड़ियां निकालने के लिए वैकल्पिक इंतजाम करने पड़े। रात आठ बजे यहां से गुजरी एक मालगाड़ी के लिए गेट बंद करने के लिए लोहे की जंजीर हाथें में लेकर कर्मचारियांे को खड़े रहना पड़ा। यह दृश्य यहां खड़े वाहन चालकों के लिए कौतूहल से कम नहीं था।
दादी-पोती चलती ट्रेन से गिरी
जोधपुर. जोधपुर रेलवे स्टेशन से मारवाड़ जंक्शन जाने के लिए रविवार सुबह रवाना हुई जम्मू-तवी एक्सप्रेस के जनरल कोच में सवार एक बच्ची अपनी दादी के साथ चलती ट्रेन से नीचे गिर गई। इससे बच्ची का हाथ कट गया, जबकि उसकी दादी के सिर में चोट लगी।
जीआरपी सूत्रों के अनुसार नागौरी गेट सिंधियों का बास, किला रोड निवासी एक परिवार के चार सदस्य सुबह करीब सात बजे मारवाड़ जंक्शन जाने के लिए रेलवे स्टेशन पहुंचे। यहां उन्होंने जोधपुर-रतलाम ट्रेन का टिकट लिया। प्लेटफार्म तक पहुंचने से पहले ही यह ट्रेन रवाना हो चुकी थी। ऐसे में चारों जम्मू-तवी एक्सप्रेस के जनरल कोच में सवार हो गए।
भीड़ अधिक होने के चलते उन्हें गेट के निकट ही खड़ा रहना पड़ा। स्टेशन से रवाना हुई ट्रेन अभी यार्ड के निकट पहुंची ही थी कि पटरी बदलते वक्त लगे झटके से इस्हाक मोहम्मद की पत्नी सायदा बानो (38) व उसकी गोद में बैठी ढाई वर्षीया अफसाना ट्रेन से नीचे गिर गई। सायदा ने अफसाना को बचाने के प्रयास में उसे ट्रेन से दूर घसीटने का प्रयास किया, लेकिन तब तक उसका हाथ कट चुका था। जीआरपी अधिकारियों ने दोनों घायलों को महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती करवाया।
जीआरपी सूत्रों के अनुसार नागौरी गेट सिंधियों का बास, किला रोड निवासी एक परिवार के चार सदस्य सुबह करीब सात बजे मारवाड़ जंक्शन जाने के लिए रेलवे स्टेशन पहुंचे। यहां उन्होंने जोधपुर-रतलाम ट्रेन का टिकट लिया। प्लेटफार्म तक पहुंचने से पहले ही यह ट्रेन रवाना हो चुकी थी। ऐसे में चारों जम्मू-तवी एक्सप्रेस के जनरल कोच में सवार हो गए।
भीड़ अधिक होने के चलते उन्हें गेट के निकट ही खड़ा रहना पड़ा। स्टेशन से रवाना हुई ट्रेन अभी यार्ड के निकट पहुंची ही थी कि पटरी बदलते वक्त लगे झटके से इस्हाक मोहम्मद की पत्नी सायदा बानो (38) व उसकी गोद में बैठी ढाई वर्षीया अफसाना ट्रेन से नीचे गिर गई। सायदा ने अफसाना को बचाने के प्रयास में उसे ट्रेन से दूर घसीटने का प्रयास किया, लेकिन तब तक उसका हाथ कट चुका था। जीआरपी अधिकारियों ने दोनों घायलों को महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती करवाया।
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