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Sunday, August 1, 2010
जोधपुर में स्वाइन फ्लू की दस्तक H1N1
जोधपुर। करीब पांच माह बाद जोधपुर शहर में एक बार फिर स्वाइन फ्लू ने दस्तक दे दी है। शहर के महामंदिर निवासी एक युवक की डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज की वायररोलोजी प्रयोगशाला से शनिवार दोपहर को पॉजिटिव रिपोर्ट जारी की गई। पॉजिटिव आने की सूचना मिलने के बाद सीएमएचओ खुद अपनी टीम के साथ रोगी के निवास स्थान पर गए ओर सर्वे करवा कर टेमीफ्लू बांटी। गौरतलब है कि जोधपुर में गत सीजन में स्वाइन फ्लू के प्रकोप से अस्सी मौते हो हुई थी।
टैक्सी पर गिरी हाई वोल्टेज लाइन , महिला झुलसी
दो जने बाल-बाल बचे
जोधपुर। चांदपोल क्षेत्र में शनिवार शाम एक सवारी टैक्सी पर हाई वोल्टेज लाइन गिर गई। इससे एक महिला टैक्सी में ही चिपक गई, जबकि दूसरी महिला व टैक्सी चालक बाल-बाल बच गए। गंभीर रूप से झुलसी महिला को एमजीएच में भर्ती करवाया गया है। जानकारी के अनुसार दो महिलाएं टैक्सी में सवार होकर किला रोड से जा रही थी।
क्रिया झालरा के निकट से गुजरते समय अचानक बिजली का तार टूट कर टैक्सी पर जा गिरा। इससे टैक्सी में करंट फैला और इसके टायर धंू-धूं कर जलने लगे। चालक व एक महिला टैक्सी से कूद गए, लेकिन एक महिला उसमें चिपक गई। आसपास के लोगों ने लकड़ी से तार हटाए और गंभीर रूप से घायल महिला को महात्मा गांधी अस्पताल पहुंचाया। सूचना पर पुलिस व डिस्कॉम के अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं। फिलहाल पुलिस तार टूटने व घायल महिला के बारे में जानकारी जुटा रही है।
जोधपुर। चांदपोल क्षेत्र में शनिवार शाम एक सवारी टैक्सी पर हाई वोल्टेज लाइन गिर गई। इससे एक महिला टैक्सी में ही चिपक गई, जबकि दूसरी महिला व टैक्सी चालक बाल-बाल बच गए। गंभीर रूप से झुलसी महिला को एमजीएच में भर्ती करवाया गया है। जानकारी के अनुसार दो महिलाएं टैक्सी में सवार होकर किला रोड से जा रही थी।
क्रिया झालरा के निकट से गुजरते समय अचानक बिजली का तार टूट कर टैक्सी पर जा गिरा। इससे टैक्सी में करंट फैला और इसके टायर धंू-धूं कर जलने लगे। चालक व एक महिला टैक्सी से कूद गए, लेकिन एक महिला उसमें चिपक गई। आसपास के लोगों ने लकड़ी से तार हटाए और गंभीर रूप से घायल महिला को महात्मा गांधी अस्पताल पहुंचाया। सूचना पर पुलिस व डिस्कॉम के अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं। फिलहाल पुलिस तार टूटने व घायल महिला के बारे में जानकारी जुटा रही है।
बारिश से भीगा जोधपुर
जोधपुर में फिर बरसे बदरा
जोधपुर। जोधपुर में बादलों की आवाजाही के बीच शनिवार दोपहर ढाई बजे से तेज बारिश शुरू हो गई। बारिश से सड़कों पर पानी भर गया।
शहर में सुबह से ही बादलों की लुकाछिपी के साथ उमस ने लोगों के पसीने छुड़ा दिए। दोपहर दो बजे करीब आसमान पर काली घटाएं छा गईं। आधा घंटे तक चली हवाओं के बाद बारिश शुरू हुई। कहीं तेज तो कहीं रुक-रुक कर आ रही बारिश से शहर के भीतरी क्षेत्र की सड़कों पर पानी भर गया।
जोधपुर। जोधपुर में बादलों की आवाजाही के बीच शनिवार दोपहर ढाई बजे से तेज बारिश शुरू हो गई। बारिश से सड़कों पर पानी भर गया।
शहर में सुबह से ही बादलों की लुकाछिपी के साथ उमस ने लोगों के पसीने छुड़ा दिए। दोपहर दो बजे करीब आसमान पर काली घटाएं छा गईं। आधा घंटे तक चली हवाओं के बाद बारिश शुरू हुई। कहीं तेज तो कहीं रुक-रुक कर आ रही बारिश से शहर के भीतरी क्षेत्र की सड़कों पर पानी भर गया।
मार्केट से लेकर घर तक ‘संशय’
जोधपुर. पॉलीथिन पर प्रतिबंध का मामला अब मार्केट से घर तक सबकी जुबान पर है, लेकिन इसको लेकर मार्केट से घर तक संशय की स्थिति बनी हुई है।
राज्य सरकार के एक अगस्त से प्लास्टिक के कैरी बैग्स पर प्रतिबंध की घोषणा के बावजूद प्रशासन ने सुस्ती की चादर ओढ़े रखी, नतीजतन बाजार में इसका विकल्प तैयार नहीं हो पाया। अगर प्रशासन इसको लेकर एक महीने पहले से लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाता तो शायद इसके परिणाम सकारात्मक आने की उम्मीद थी, लेकिन न तो नगर निगम और न ही प्रशासन ने इसको गंभीरता से लिया।
अब तारीख नजदीक आई तो प्रशासन व नगर निगम आनन-फानन में आधी-अधूरी तैयारी के साथ प्रतिबंध लगाने की कवायद में जुटा है। इसके परिणाम क्या आएंगे यह कहना जल्दबाजी होगी, लेकिन जिस तरह का संशय बना हुआ है उससे इसकी सफलता को लेकर संदेह है। इधर व्यापारी वर्ग इसके विकल्प व प्रशासनिक कार्रवाई के बारे में सोचकर पसोपेश में है, वहीं गृहिणियों को अब कपड़े के थैले की चिंता सताने लगी है।
दुकानदारों ने पॉलीथिन खरीदना कम कर दिया है और थोक विक्रेता भी अपना स्टॉक खत्म करने लगे हैं। गृहिणियों का मानना है कि प्लास्टिक पर प्रतिबंध के बाद अब उन्हें बाजार से सामान खरीदने में दिक्कतें आएगी। सबसे ज्यादा दिक्कत किराने के सामान व सब्जी खरीदने में आएगी।
लाखों रुपए कर्ज लेकर व्यापार करने वालों का कारोबार ठप हो जाएगा। इसका असर ट्रेडिंग पर भी पड़ेगा। व्यापारी बैंक की किस्त भी नहीं चुका सकेंगे। पॉलीथिन पर प्रतिबंध का फैसला स्वागत योग्य है, लेकिन इसमें कई विसंगतियां हैं, उन्हें दूर करने के बाद ही इस व्यवस्था को लागू किया जाना चाहिए। इससे इंस्पेक्टर राज को भी बढ़ावा मिलेगा। ठेलाधारकों से लेकर शो-रूम संचालकों तक से चौथ वसूली को बढ़ावा मिलेगा। - जितेंद्रराज लोढ़ा, उद्योगपति व पॉलीथिन विक्रेता
नगर निगम गंभीर नहीं
सीवरेज समस्या के लिए सबसे बड़ी परेशानी बने पॉलीथिन थैलियों के खिलाफ जनजागरण अभियान चलाने को लेकर न तो निगम के अफसर गंभीर हैं और न ही बोर्ड बैठकों में पॉलीथिन पर रोक लगाने की पैरवी करने वाले जनप्रतिनिधि ही गंभीर हैं। शहर में पॉलीथिन थैलियों के कारण सीवरेज सिस्टम की बदहाल स्थिति किसी से छिपी नहीं है। निगम में अलग से सीवरेज विंग स्थापित किया गया है, लेकिन इतने बड़े फैसले को लागू करने के पहले निगम ने अपने ही पार्षदों के साथ चर्चा करना मुनासिब नहीं समझा। निगम इतने बड़े फैसले पर बोर्ड की विशेष बैठक बुलाता, जिससे कई महत्वपूर्ण सुझाव आते और इसका संदेश भी जाता।
राज्य सरकार के एक अगस्त से प्लास्टिक के कैरी बैग्स पर प्रतिबंध की घोषणा के बावजूद प्रशासन ने सुस्ती की चादर ओढ़े रखी, नतीजतन बाजार में इसका विकल्प तैयार नहीं हो पाया। अगर प्रशासन इसको लेकर एक महीने पहले से लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाता तो शायद इसके परिणाम सकारात्मक आने की उम्मीद थी, लेकिन न तो नगर निगम और न ही प्रशासन ने इसको गंभीरता से लिया।
अब तारीख नजदीक आई तो प्रशासन व नगर निगम आनन-फानन में आधी-अधूरी तैयारी के साथ प्रतिबंध लगाने की कवायद में जुटा है। इसके परिणाम क्या आएंगे यह कहना जल्दबाजी होगी, लेकिन जिस तरह का संशय बना हुआ है उससे इसकी सफलता को लेकर संदेह है। इधर व्यापारी वर्ग इसके विकल्प व प्रशासनिक कार्रवाई के बारे में सोचकर पसोपेश में है, वहीं गृहिणियों को अब कपड़े के थैले की चिंता सताने लगी है।
दुकानदारों ने पॉलीथिन खरीदना कम कर दिया है और थोक विक्रेता भी अपना स्टॉक खत्म करने लगे हैं। गृहिणियों का मानना है कि प्लास्टिक पर प्रतिबंध के बाद अब उन्हें बाजार से सामान खरीदने में दिक्कतें आएगी। सबसे ज्यादा दिक्कत किराने के सामान व सब्जी खरीदने में आएगी।
लाखों रुपए कर्ज लेकर व्यापार करने वालों का कारोबार ठप हो जाएगा। इसका असर ट्रेडिंग पर भी पड़ेगा। व्यापारी बैंक की किस्त भी नहीं चुका सकेंगे। पॉलीथिन पर प्रतिबंध का फैसला स्वागत योग्य है, लेकिन इसमें कई विसंगतियां हैं, उन्हें दूर करने के बाद ही इस व्यवस्था को लागू किया जाना चाहिए। इससे इंस्पेक्टर राज को भी बढ़ावा मिलेगा। ठेलाधारकों से लेकर शो-रूम संचालकों तक से चौथ वसूली को बढ़ावा मिलेगा। - जितेंद्रराज लोढ़ा, उद्योगपति व पॉलीथिन विक्रेता
नगर निगम गंभीर नहीं
सीवरेज समस्या के लिए सबसे बड़ी परेशानी बने पॉलीथिन थैलियों के खिलाफ जनजागरण अभियान चलाने को लेकर न तो निगम के अफसर गंभीर हैं और न ही बोर्ड बैठकों में पॉलीथिन पर रोक लगाने की पैरवी करने वाले जनप्रतिनिधि ही गंभीर हैं। शहर में पॉलीथिन थैलियों के कारण सीवरेज सिस्टम की बदहाल स्थिति किसी से छिपी नहीं है। निगम में अलग से सीवरेज विंग स्थापित किया गया है, लेकिन इतने बड़े फैसले को लागू करने के पहले निगम ने अपने ही पार्षदों के साथ चर्चा करना मुनासिब नहीं समझा। निगम इतने बड़े फैसले पर बोर्ड की विशेष बैठक बुलाता, जिससे कई महत्वपूर्ण सुझाव आते और इसका संदेश भी जाता।
फीस वृद्धि वापस लेगा जेएनवीयू
जोधपुर. छात्र हितों की दस मांगों को लेकर बीते दो दिन से धरने पर बैठे एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को कुलपति के आश्वासन के बाद अनशन समाप्त कर दिया। अनशन पर बैठे छात्रों का कहना था कि कुलपति प्रो. नवीन माथुर ने स्ववित्त पोषित कोर्स की बढ़ी हुई फीस वापस लेने का आश्वासन दिया है।
अन्य मांगों में से भी ज्यादातर पर सहमति दे दी है। जेएनवीयू में छात्रहित से जुड़ी 10 मांगों को लेकर एनएसयूआई के कार्यकर्ता और पदाधिकारी जिलाध्यक्ष बलदेव बेनिवाल की अगुवाई में केंद्रीय कार्यालय के बाहर बुधवार को अनशन पर बैठे थे। एडीएम सिटी के निर्देश पर गुरुवार शाम को अनशन पर बैठे विद्यार्थियों का मेडिकल करवाया गया था। पुलिस ने पांच छात्रनेताओं को देर रात महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती करवाया, लेकिन ये रात को वापस धरने पर आकर बैठ गए। शुक्रवार सुबह भाकरराम विश्नोई और राजेश नैण की तबीयत बिगड़ गई।
इस पर उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया। दोपहर को छात्रनेताओं का एक प्रतिनिधि मंडल कुलपति से मिला व मांगों के संबंध में विचार-विमर्श किया। छात्र नेताओं ने कहा कि इस दौरान फीस कम करने सहित कई मुद्दों पर सहमति बनी। कुलपति के प्रतिनिधि के रूप में सिंडीकेट सदस्य डॉ. एएल जीनगर धरना स्थल पर पहुंचे एनएसयूआई के पूर्व प्रदेश सचिव पुनित जांगू, जिलाध्यक्ष बलदेव बेनिवाल, जिला प्रवक्ता भाकरराम विश्नोई, जिला महासचिव राजेश नैण व जिला उपाध्यक्ष राजेश धौलिया को जूस पिलाकर अनशन तुड़वाया।
इन मांगों पर सहमति
60 प्रतिशत से ज्यादा अंक वाले विद्यार्थियों के प्रवेश की व्यवस्था।
स्ववित्त पोषित कोर्स की फीस वापस लेने का आश्वासन।
आवश्यकता और नियमों को देखते हुए सेक्शन बढ़ाए जाएंगे।
आईकार्ड, सिलेबस व पुस्तकें समय पर उपलब्ध होगी।
एमए में सेक्शन बढ़ाने के मामले में विभागाध्यक्षों से चर्चा होगी।
पीटीईटी व शेष परिणाम शीघ्र घोषित होंगे।
पुनर्मूल्यांकन परिणाम शीघ्र घोषित होंगे।
अन्य मांगों में से भी ज्यादातर पर सहमति दे दी है। जेएनवीयू में छात्रहित से जुड़ी 10 मांगों को लेकर एनएसयूआई के कार्यकर्ता और पदाधिकारी जिलाध्यक्ष बलदेव बेनिवाल की अगुवाई में केंद्रीय कार्यालय के बाहर बुधवार को अनशन पर बैठे थे। एडीएम सिटी के निर्देश पर गुरुवार शाम को अनशन पर बैठे विद्यार्थियों का मेडिकल करवाया गया था। पुलिस ने पांच छात्रनेताओं को देर रात महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती करवाया, लेकिन ये रात को वापस धरने पर आकर बैठ गए। शुक्रवार सुबह भाकरराम विश्नोई और राजेश नैण की तबीयत बिगड़ गई।
इस पर उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया। दोपहर को छात्रनेताओं का एक प्रतिनिधि मंडल कुलपति से मिला व मांगों के संबंध में विचार-विमर्श किया। छात्र नेताओं ने कहा कि इस दौरान फीस कम करने सहित कई मुद्दों पर सहमति बनी। कुलपति के प्रतिनिधि के रूप में सिंडीकेट सदस्य डॉ. एएल जीनगर धरना स्थल पर पहुंचे एनएसयूआई के पूर्व प्रदेश सचिव पुनित जांगू, जिलाध्यक्ष बलदेव बेनिवाल, जिला प्रवक्ता भाकरराम विश्नोई, जिला महासचिव राजेश नैण व जिला उपाध्यक्ष राजेश धौलिया को जूस पिलाकर अनशन तुड़वाया।
इन मांगों पर सहमति
60 प्रतिशत से ज्यादा अंक वाले विद्यार्थियों के प्रवेश की व्यवस्था।
स्ववित्त पोषित कोर्स की फीस वापस लेने का आश्वासन।
आवश्यकता और नियमों को देखते हुए सेक्शन बढ़ाए जाएंगे।
आईकार्ड, सिलेबस व पुस्तकें समय पर उपलब्ध होगी।
एमए में सेक्शन बढ़ाने के मामले में विभागाध्यक्षों से चर्चा होगी।
पीटीईटी व शेष परिणाम शीघ्र घोषित होंगे।
पुनर्मूल्यांकन परिणाम शीघ्र घोषित होंगे।
खुद को एमपी का पीए बता डॉक्टर को धमकाया!
जोधपुर. महात्मा गांधी अस्पताल की सर्जिकल ओपीडी में एक व्यक्ति द्वारा खुद को पाली सांसद बद्रीराम जाखड़ का पीए बताकर डॉक्टर को धमकाने का मामला सामने आया है। डॉक्टर ने इस संबंध में रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए अस्पताल प्रबध्ांन को पूरे मामले की जानकारी सौंपी है।
संभवतया अगले एक-दो दिन में प्रबंधन इस पर निर्णय लेगा। जानकारी के अनुसार सर्जिकल ओपीडी में सोमवार करीब डेढ़ बजे सर्जरी विभाग के सहआचार्य डॉ. अजय मालवीय अपने सहयोगी डॉक्टर डॉ. गणपत चौधरी, भारती सारस्वत व डॉ. एमएल लोहिया के साथ ड्यूटी पर थे। इस दौरान एक व्यक्ति वहां आया और ओपीडी में खून साफ करने की बात को लेकर डॉ. मालवीय से उलझ गया। उसने डॉ. मालवीय से बदसलूकी व गाली-गलौच की।
डॉ. मालवीय ने उसे समझाया कि सड़क दुर्घटना में घायल हुए व्यक्ति को अभी-अभी एमओटी में भेजा है। अभी सफाई हो जाएगी, लेकिन वह व्यक्ति नहीं माना और खुद को पाली सांसद बद्रीराम जाखड़ का पीए बताते हुए डॉ. मालवीय से झगड़े पर उतारू हो गया। काफी देर तक हंगामा करने के बाद वह बाहर निकल गया। इस दौरान साथ आई एक महिला अंदर आई और डॉ. गणपत चौधरी से परामर्श लिया। बाद में वह भी डॉ. मालवीय से भिड़ गई। बमुश्किल दोनों अस्पताल से बाहर निकले।
पीटीआई बना पीए
व्यक्ति के नाम-पते की पड़ताल के बाद सामने आया कि वह बिलाड़ा के पास किसी सरकारी स्कूल का पीटीआई बक्साराम था, जो खुद को पाली सांसद का पीए बता रहा था। इस मामले को लेकर डॉक्टरों ने पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की भी मांग की है। इसके अलावा आरएमसीटीए ने भी इस तरह के मामले का विरोध किया है। गौरतलब है कि अस्पतालों में आए दिन ऐसे मामले सामने आते रहते हैं, जिनमें राजनेताओं के नाम से लोग डॉक्टरों को धमकाते हैं।
संभवतया अगले एक-दो दिन में प्रबंधन इस पर निर्णय लेगा। जानकारी के अनुसार सर्जिकल ओपीडी में सोमवार करीब डेढ़ बजे सर्जरी विभाग के सहआचार्य डॉ. अजय मालवीय अपने सहयोगी डॉक्टर डॉ. गणपत चौधरी, भारती सारस्वत व डॉ. एमएल लोहिया के साथ ड्यूटी पर थे। इस दौरान एक व्यक्ति वहां आया और ओपीडी में खून साफ करने की बात को लेकर डॉ. मालवीय से उलझ गया। उसने डॉ. मालवीय से बदसलूकी व गाली-गलौच की।
डॉ. मालवीय ने उसे समझाया कि सड़क दुर्घटना में घायल हुए व्यक्ति को अभी-अभी एमओटी में भेजा है। अभी सफाई हो जाएगी, लेकिन वह व्यक्ति नहीं माना और खुद को पाली सांसद बद्रीराम जाखड़ का पीए बताते हुए डॉ. मालवीय से झगड़े पर उतारू हो गया। काफी देर तक हंगामा करने के बाद वह बाहर निकल गया। इस दौरान साथ आई एक महिला अंदर आई और डॉ. गणपत चौधरी से परामर्श लिया। बाद में वह भी डॉ. मालवीय से भिड़ गई। बमुश्किल दोनों अस्पताल से बाहर निकले।
पीटीआई बना पीए
व्यक्ति के नाम-पते की पड़ताल के बाद सामने आया कि वह बिलाड़ा के पास किसी सरकारी स्कूल का पीटीआई बक्साराम था, जो खुद को पाली सांसद का पीए बता रहा था। इस मामले को लेकर डॉक्टरों ने पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की भी मांग की है। इसके अलावा आरएमसीटीए ने भी इस तरह के मामले का विरोध किया है। गौरतलब है कि अस्पतालों में आए दिन ऐसे मामले सामने आते रहते हैं, जिनमें राजनेताओं के नाम से लोग डॉक्टरों को धमकाते हैं।
बैंड बांध मनाया फ्रेंडशिप डे
जोधपुर. केएन कॉलेज में शनिवार को सीनियर छात्राओं ने नवागंतुक छात्राओं की कलाई पर फ्रेंडशिप बैंड बांधकर फेंड्रशिप-डे मनाया।
इस अवसर पर फ्रेशर्स ने सीनियर्स के साथ खूब एंजॉय किया। कॉलेज खुलने के साथ ही फ्रेंडशिप-डे के आने से नई छात्राएं कॉलेज में पहली बार इसे फ्रेंड्स के साथ मनाने को लेकर विशेष उत्साहित थीं। उधर सीनियर्स ने भी सभी फ्रेशर्स से परिचय करने के बाद उन्हें फेंड्रशिप बैंड बांध कर दोस्ती का आमंत्रण दिया।
इस अवसर पर फ्रेशर्स ने सीनियर्स के साथ खूब एंजॉय किया। कॉलेज खुलने के साथ ही फ्रेंडशिप-डे के आने से नई छात्राएं कॉलेज में पहली बार इसे फ्रेंड्स के साथ मनाने को लेकर विशेष उत्साहित थीं। उधर सीनियर्स ने भी सभी फ्रेशर्स से परिचय करने के बाद उन्हें फेंड्रशिप बैंड बांध कर दोस्ती का आमंत्रण दिया।
थार के चालक-टीटीई पर तस्करी का आरोप
जोधपुर. थार लिंक एक्सप्रेस के दो चालकों व दो टीटीई के नकली नोट व मादक पदार्थ की तस्करी में लिप्त होने की शिकायत मिली है। शिकायत करने वाले व्यक्ति ने जीआरपी को एक पत्र भेजा है जिसमें कहा गया है कि इंजिन के भीतर व ट्रेन स्टाफ की जांच नहीं होने का फायदा उठा कर पाकिस्तानी तस्कर इन्हें अपना कूरियर बना रहे हैं।
शिकायत के बाद रेलवे में हड़कंप मचा हुआ है। जीआरपी एसपी इस शिकायत की जांच करवा रहे हैं। साथ ही खुफिया एजेंसियां व बाड़मेर-जैसलमेर पुलिस भी छानबीन कर रही है। जीआरपी एसपी एसएन खींची को एक परिवाद मिला है जिसमें लालसागर निवासी आरएन डूडी ने थार लिंक एक्सप्रेस ट्रेन के चालकों व टीटीई पर तस्करी करने का आरोप लगाया है। डूडी ने लिखा कि चालक एमडी चारण और वीरेंद्र सिंह पाकिस्तान के तस्करों की ओर से दी गई मादक पदार्थों व नकली नोट की खेप को इंजिन में छुपा कर लाते हैं।
पुलिस व सुरक्षा एजेंसियां इंजिन के भीतर व ट्रेन स्टाफ की जांच नहीं करती, इसलिए यह खेल काफी समय से चल रहा है। इन चालकों के साथ दो टीटीई जुगलकिशोर व जगदीश भी मिले हुए हैं। इसमें फार्मासिस्ट लक्ष्मीनारायण शर्मा भी शामिल है। रेलवे कर्मचारियों के तस्करी में लिप्त होने की शिकायत मिलने पर जीआरपी एसपी ने डीएसपी सत्यमणि तिवारी को जांच के निर्देश दिए हैं। कुछ कर्मचारी इसे यूनियन की गुटबाजी भी बता रहे हैं।
शिकायत के बाद रेलवे में हड़कंप मचा हुआ है। जीआरपी एसपी इस शिकायत की जांच करवा रहे हैं। साथ ही खुफिया एजेंसियां व बाड़मेर-जैसलमेर पुलिस भी छानबीन कर रही है। जीआरपी एसपी एसएन खींची को एक परिवाद मिला है जिसमें लालसागर निवासी आरएन डूडी ने थार लिंक एक्सप्रेस ट्रेन के चालकों व टीटीई पर तस्करी करने का आरोप लगाया है। डूडी ने लिखा कि चालक एमडी चारण और वीरेंद्र सिंह पाकिस्तान के तस्करों की ओर से दी गई मादक पदार्थों व नकली नोट की खेप को इंजिन में छुपा कर लाते हैं।
पुलिस व सुरक्षा एजेंसियां इंजिन के भीतर व ट्रेन स्टाफ की जांच नहीं करती, इसलिए यह खेल काफी समय से चल रहा है। इन चालकों के साथ दो टीटीई जुगलकिशोर व जगदीश भी मिले हुए हैं। इसमें फार्मासिस्ट लक्ष्मीनारायण शर्मा भी शामिल है। रेलवे कर्मचारियों के तस्करी में लिप्त होने की शिकायत मिलने पर जीआरपी एसपी ने डीएसपी सत्यमणि तिवारी को जांच के निर्देश दिए हैं। कुछ कर्मचारी इसे यूनियन की गुटबाजी भी बता रहे हैं।
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