जोधपुर। अतिवृष्टि और बाढ के दौरान संकटग्रस्त इलाकों में जिला एवं पुलिस प्रशासन का सही तालमेल हो तो वायुसेना के जवान हर विकट परिस्थिति में भी सहायता पहुंचा सकते हैं। वायुसेना के पायलट 'चेतक' और 'एमआई-17' हेलिकॉप्टर के माध्यम से सबसे पहले मानव जीवन बचाने का प्रयास करते हैं।
वायुसेना स्टेशन जोधपुर की ओर से दक्षिण-पश्चिम वायु कमान मुख्यालय पर मंगलवार को नागरिक प्रशासन के अधिकारियों के लिए राहत एवं बचाव ऑपरेशन के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें विभिन्न जिलों से आए अधिकारियों को बताया गया कि वायुसेना के साथ मिलकर आपदा की स्थिति में किस प्रकार जान-माल की रक्षा की जा सकती है। विंग कमांडर डी. गांगुली ने कार्यशाला के महत्व को रेखांकित किया।
इसके बाद स्क्वाड्रन लीडर वीके जोशी ने स्लाइड शो के जरिए बताया कि संकट के समय किस प्रकार वायुसेना से सम्पर्क किया जाए और बचाव कार्य के दौरान लेंडिंग एरिया में क्या-क्या आवश्यकता होती है। चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर ग्रुप कैप्टेन एस.सी. डिसूजा ने उद्बोधन कहा कि जिला एवं पुलिस प्रशासन के साथ बेहतर तालमेल हो तो समय पर मदद पहुंचाई जा सकती है।
24 लोगों को ले जा सकता है 'एमआई-17'
श्री जोशी ने 'एमआई-17' हेलिकॉप्टर के बारे में बताया कि इसमें एक साथ 24 लोगों को ले जाया जा सकता है। इसमें करीब 4000 किलो सामग्री ढोने की क्षमता है। विंचिंग उपकरण के माध्यम से यह एयरक्राफ्ट एक बार में एक व्यक्ति को ऊपर खींच सकता है।
गजब की रफ्तार है चेतक की
स्क्वाड्रन लीडर धामी ने 'चेतक' कके बारे में बताया कि यह छोटा सा हेलिकॉप्टर आपदा के समय एक ही स्थान पर करीब दो घंटे 45 मिनट तक खडा रहकर काम कर सकता है। प्रतिघंटा 162 किलोमीटर की रफ्तार से उडने वाला यह एयरक्राफ्ट एक साथ पांच पैसेंजर ले जा सकता है।
'चेतक' का लाइव डेमो
कार्यशाला में प्रतिभागियों को एयरफोर्स स्टेशन पर खडे 'एमआई-17' व 'चेतक' दिखाए गए। पायलट ने यहां दोनों एयरक्राफ्ट की कार्य प्रणाली बताई। इसके बाद चेतक हेलिकॉप्टर से लाइव डेमोस्टे्रशन में विंचिंग से बाढग्रस्त इलाके में फंसे व्यक्ति को ऊपर खींचने का अभ्यास किया गया।
Jodhpur. Excessive rains and floods during the troubled areas of the district and police administration have the right synergy of the Air Force can bring young help in every dreadful situation. Air Force Pilots' Chetak 'and' Mi-17 "helicopter through the first attempt to save human lives.
Air Force Station, Jodhpur on behalf of the South - Western Air Command Headquarters, the civil administration officials on Tuesday for the relief and rescue operation was organized for the workshop. It was reported that Air Force officials from different districts together know what kind of disaster situation - goods can be protected. Wing Commander D. Ganguly underlined the importance of the workshop.
Then Squadron Leader VK Joshi told through the slide show how times of crisis and the rescue of Air Force may be contacted in the lending area - what is required. Chief Operating Officer Group Captain SC D'Souza said that the speech be better coordination with district and police administration at the time help could be transported.
Can carry 24 people 'Mi-17'
Mr Joshi, "Mi-17" helicopter about 24 people together that it can be taken. It has the ability to carry about 4,000 kg of material. Vinchiang device through the aircraft can pull up a person at a time.
Chetak's amazing is the speed of
Squadron Leader Dhami's 'Chetak' Kace explained that this little helicopter disaster almost two hours in one place while standing for 45 minutes can work tirelessly. Speed of 162 kilometers Pretihanta Uadne together, this five-passenger aircraft can carry.
'Chetak' a Live Demo
Workshop participants standing on Air Force Station "Mi-17 'and' Chetak 'shown. It described the functioning of both the aircraft pilot. Chetak helicopter later in the Live Demosteeraashne Vinchiang Badgrast to pull up the person practicing in the area were stranded.
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