जोधपुर. केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सीपी जोशी की ओर दायर चुनाव याचिका पर हाईकोर्ट में जिरह दूसरे दिन बुधवार को भी अधूरी रही। न्यायाधीश प्रकाश टाटिया की अदालत में मंगलवार को जिरह अधूरी रहने के बाद बुधवार दोपहर दो बजे पुन: शुरू हुई कार्यवाही के दौरान अप्रार्थी कल्याण सिंह के अधिवक्ता लेखराज मेहता ने प्रथम गवाह के रूप में पेश हुए जोशी से लगातार दो घंटे तक जिरह की।
न्यायालय का समय खत्म होने के कारण इसे गुरुवार सुबह 10.30 बजे तक मुल्तवी कर दिया गया। जोशी ने जिरह के दौरान जवाब देते हुए कहा कि चुनावी याचिका दायर करने के पीछे उनका यह उद्देश्य भी रहा कि आमजन को टेंडर वोट का उपयोग पता चल सके। साथ ही यह भी कहा कि उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं, एजेंटों तथा समर्थकों, जिनके सबके नाम इस समय मालूम नहीं है, से मिली जानकारी के आधार पर याचिका दायर की। हालांकि उन्होंने प्राप्त सूचनाओं की तस्दीक तो नहीं की, लेकिन उनको अपने कार्यकर्ताओं पर विश्वास है तथा इसी आधार पर वे कह सकते हैं कि याचिका में बताए गए तथ्य एकदम सही हैं।
चुनाव के दौरान हुए झगड़े का मामला उठाया : अप्रार्थी नाथद्वारा के विधायक कल्याणसिंह के अधिवक्ता मेहता ने जिरह के दौरान नाथद्वारा में मतदान के दिन 4 दिसंबर 2008 को कांग्रेस व भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हुए झगड़े का मुद्दा अदालत में उठाया और कहा कि इस सबंध में 5 दिसंबर 2008 को अखबारों में समाचार प्रकाशित हुए थे व बाद में एफआईआर भी दर्ज हुई थी। मेहता ने आरोप लगाया कि जोशी अपने प्रभाव से इसकी जांच मंे रुकावट डाल रहे हैं तथा आरोपियों को बचा रहे हैं। जोशी ने मेहता के आरोप को नकारते हुए कहा कि उनको इस बारे में कुछ मालूम नहीं है।
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