जोधपुर. मारवाड़ में रविवार को लगातार तीसरे दिन भी मानसून मेहरबान रहा। जोधपुर में दिनभर चली फुहारों के बाद शाम को करीब पौन घंटे तक अलग-अलग स्थानों पर बारिश हुई। शाम साढ़े आठ बजे तक करीब 14 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
शाम करीब साढ़े पांच बजे काली घटाएं आकाश पर छा गई और बड़ी-बड़ी बूंदें गिरने लगीं। थोड़ी ही देर में मूसलाधार बारिश होने लगी। यह क्रम करीब सात बजे तक चला। शहर में अनेक स्थानों पर पानी भर गया। शनिवार को जोरदार बारिश से कई बस्तियों में भरा पानी रविवार को भी पूरी तरह नहीं निकाला जा सका। बाड़मेर में भी शनिवार को हुई बारिश के बाद जिन गांवों में पानी भरा था, वहां रविवार को हालात सामान्य हो गए। इधर, भारी बारिश की चेतावनी के चलते अधिकारियों को अलर्ट किया गया है।
सूर्यनगरी में रविवार को तीसरे दिन भी ‘मेहबाबा’ मेहरबान रहे। बारिश से मौसम सुहाना हो गया। शहर में रात 8.30 बजे तक करीब 14 मिमी बारिश दर्ज की गई। शाम को करीब दो घंटे तक रुक-रुक कर बारिश हुई। बारिश से पांच नाले उफान पर रहे, जबकि आठ बस्तियों में पानी भर गया। खतरनाक पुलिया पर पानी भर गया,इससे यातायात बाधित हुआ।
उधर, बारिश की वजह से पर्यटन स्थलों पर सुबह से शाम तक रौनक रही। शाम तक शहर के प्रमुख पिकनिक स्थल कायलाना झील, मंडोर उद्यान, उम्मेद उद्यान, नेहरू पार्क, अशोक उद्यान, भूतनाथ में लोगों की खासी भीड़ उमड़ी। कदमकंडी और अरना-झरना में भी पिकनिक मनाने वालों की भीड़ थी। कायलाना झील पर लोगों ने बोटिंग का मजा उठाया।
सुबह लोग अपने परिवार व मित्रों को लेकर मंडोर व गुरों का तालाब पहुंचे, लेकिन लोगों ने पहले ही अपना डेरा जमा रखा था। कुछ लोगों ने मंडोर की छतरियों व आसपास के इलाके में ही ‘गोठ’ का आनंद उठाया। कुछ लोग तो कायलाना, मंडोर व भोगिशैल की पहाड़ियों में ही पत्थर के अस्थाई चूल्हे बनाकर खाना पकाया।
चेहरे खिले, जमाने की उम्मीद जागी
मानसून की अच्छी वर्षा से किसानों के चेहरे खिल गए हैं। किसान बीज खरीद कर बुवाई में जुट गए हैं। बुजुर्ग किसानों का कहना है कि इस बार अच्छे जमाने की पूरी उम्मीद बनी है। जिले में मानसून की लगातार वर्षा से दलहन की खेती के साथ ही चारा-पानी की उपलब्धता होने की खुशी किसानों के चेहरों पर स्पष्ट दिखाई दे रही है। जिन किसानों ने अब तक किसी कारण बुवाई नहीं की थी, वे भी रविवार को बीज-खाद की दुकानों पर खरीदारी करते दिखाई दिए।
किसानों ने बताया कि दो-दिन से हो रही लगातार वर्षा से दलहन की खेती के साथ ही पशुधन के लिए चारा तथा पीने के पानी की व्यवस्था हो गई है। सरकारी बीज की दुकान नेशनल सीड्स कारपोरेशन के संभागीय व्यवस्थापक राजेंद्रसिंह के अनुसार किसानों को उन्नत किस्म के बीज उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इन बीज से 60 से 80 दिन में दलहनी फसल तैयार होगी। किसानों को अनुदानित दर पर मोठ का आरएमओ-40, मूंग का 851 किस्म का बीज, ग्वार का आरजीसी-1002 तथा तिल्ली का जी-1 बीज कारपोरेशन व सहकारी समितियों के माध्यम से उपलब्ध कराया जा रहा है।
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