जोधपुर. बाढ़ नियंत्रण कक्ष के गठन की तैयारियों को लेकर रविवार को हुई बैठक में नगर निगम सीईओ पी रमेश ने तीखे तेवर दिखाए। उन्होंने सफाई प्रभारियों समेत सभी कर्मचारियों को बारिश के दौरान मुख्यालय पर रहने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस मामले में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।
किसी कार्मिक ने लापरवाही बरती तो सस्पेंड कर दूंगा। सीईओ ने बिना सूचना गैरहाजिर रहे सरदारपुरा आयुक्त प्रेमाराम परमार को कारण बताओ नोटिस जारी किया। एक मुख्य सफाई निरीक्षक को भी सस्पेंड करने की चेतावनी दी। निगम मुख्यालय के कांफ्रेस कक्ष में हुई बैठक में सीईओ के अलावा सिटी मजिस्ट्रेट स्नेहलता पंवार, एएसपी (यातायात) प्रदीप मोहन शर्मा, गोताखोर दाउलाल मालवीय, आयुक्त शहर जुगल किशोर मीणा, सूरसागर आयुक्त ताराचंद गोसाई समेत मुख्य सफाई निरीक्षक मौजूद थे।
सीईओ ने कहा कि बारिश के दौरान कहीं रास्ते प्रभावित होने का अंदेशा हो तो तुरंत इसकी सूचना देंवे और निस्तारण करवाए। शहर की सीवरेज व ड्रेनेज व्यवस्था सुचारू करने के लिए एईएन सुखराम चौधरी को इस काम में आने वाले सभी संसाधनों का प्रभारी बनाया गया। राजस्व अधिकारी भगवानसिंह को बाढ़ नियंत्रण कक्ष के नोडल अधिकारी का दायित्व सौपा है।
नालों पर अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं
सीईओ ने नालों पर अतिक्रमण के कारण लोगों को हो रही परेशानी को गंभीरता से लिया। उन्होंने कहा कि निगम ऐसे अतिक्रमण बिना नोटिस तोड़ देगा। कहीं बारिश का पानी जमा होता है तो ऐसे निर्माण भी हटाए जाएंगे।
ट्रैफिक डाइवर्ट करेंगे
बारिश के दौरान खतरनाक पुलिया पर पानी जमा होने की समस्या के समाधान को लेकर सीईओ ने कहा कि उस दौरान पुलिया से होकर गुजरने वाला ट्रैफिक अन्य मार्ग पर डाइवर्ट किया जाएगा। बैठक में फैसला लिया गया कि निगम बारिश के दौरान एफएम रेडियो पर सूचना प्रसारित कर लोगों को भराव वाले क्षेत्रों के बारे में जानकारी देगा ताकि लोग ऐसे इलाकों में जाने से बचें।
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