जोधपुर.जैसलमेर.बाड़मेर। मारवाड़ में पिछले दिनों मानसून पूर्व हुई बरसात से उत्साहित किसानों ने बाजरा, ज्वार व अन्य जिन्सों की बुवाई इस आस में कर दी कि दूसरी बरसात से शायद उनकी किस्मत खुल जाए। मगर समूचे संभाग में पड़ रही तेज गर्मी व लू के साथ चल रही आंधियों ने धरतीपुत्रों के मनसूबों पर पानी फेर दिया।
जोधपुर जिले के तिवरी, मथानिया,ओसिया, शेरगढ़ व फलौदी, बाप तथा बिलाड़ा व पीपाड़ में खेतों में बोए बीज जल चुके हैं। वहीं जैसलमेर व बाड़मेर जिले के कृषि क्षेत्रों में जहां तेज आंधियों से बीज पर मिट्टी बिछ चुकी है, वहीं तेज गर्मी से काफी खेतों में बीज व हल्की पौध में निकली फसल जल चुकी है। संभाग के किसानों के अनुसार कृषि विशेषज्ञों की सलाह नहीं मिलने पर क्षेत्र के कई किसानों ने फसल का जुआ खेल लिया, जिससे उधारी पर लाए बीज अकाल का दंश झेल रहे किसानों पर भारी पड़ रहे हैं। नौबत यहां तक पहुंच चुकी है कि किसानों को अपनी संपत्ति बेचकर फसली कर्ज चुकाना पड़ेगा
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