जोधपुर. गुलाबसागर में बीते तीन साल से नौकायान को लेकर खूब सपने दिखाए जा रहे हैं। पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की बातें भी खूब हो रही है, लेकिन हालात यह है कि जीर्णोद्धार के समय जो कुछ सुधरा वह भी बिगड़ता जा रहा है।
हालात यह हैं कि गुलाबसागर जलाशय की नहरें गंदगी से अटी पड़ी है। जलाशय में लगे कुछ फव्वारें वह क्षतिग्रस्त होने से किनारे पड़े है। चालू हालत में जो फव्वारें हैं, वह बिजली का बिल नहीं भरने से के कई बार बंद रहते है। उधर, जलाशयों के जीर्णोद्धार की योजना के तहत लगभग दो साल पूर्व सवा करोड़ की लागत से तैयार हुए गुलाबसागर में नौकायन शुरू करने को लेकर नगर निगम लंबे समय से टेंडर प्रक्रिया में उलझा हुआ है।
डेढ़ महीने पूर्व महापौर रामेश्वर दाधीच ने अधिकारियों के साथ गुलाबसागर जलाशय का जायजा लेकर नौकायन शुरू करने के साथ रखरखाव के निर्देश दिए थे, लेकिन कुछ भी नतीजा नहीं निकला। गत दो जुलाई को निगम अधिकारियों की हुई बैठक में महापौर ने जलाशय की व्यवस्थाओं में सुधार नहीं होने पर नाराजगी प्रकट की थी।
अब 20 जुलाई को फिर होंगे टेंडर
निगम प्रशासन 20 जुलाई को गुलाबसागर में नौकायन के लिए फिर टेंडर प्रक्रिया शुरू करेगा। प्रक्रिया के दौरान 30 जुलाई को टेंडर खोले जाएंगे।
टेंडर शीघ्र होंगे
नौकायन को लेकर प्रयास जारी है। टेंडर शीघ्र किए जा रहे है। निगम चाहता है कि नौकायन के बदले ठेकेदार जलाशय के रखरखाव व बिजली खर्च जितनी रकम अदा कर दें। - जुगल किशोर मीणा, आयुक्तनगर निगम
अब देरी नहीं होगी
नौकायन और ओपन रेस्टोरेट की योजना के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। नौकायन के लिए टेंडर लेने की तिथि तय कर दी है। - रामेश्वर दाधीच, महापौर
होना क्या था?
गुलाब सागर, बच्च जलाशय और फतेहसागर की सफाई करवाकर जीर्णोद्धार करना। मनोरंजन के लिए गुलाबसागर में नौकायन एवं निकट में स्थित राजमहल स्कूल के पुराने भवन की जगह ओपन रेस्टोरेंट फतेहसागर स्थित पीएचडी के कार्यालय को हटाकर दो मंजिला इमारत खड़ी कर प्रथम मंजिल पर ओपन रेस्टोरेंट। निगम के लिए स्थायी आय का बंदोबस्त करना।
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