जोधपुर. इंटरवल में टीचर्स का साथ लंच करना एक सरकारी स्कूल के हैडमास्टर को इतना अखरा कि उसने इंटरवल खत्म होते ही जूठन से भरी थाली लात से महिला टीचर की ओर उछाल दी। इससे महिला टीचर के कपड़े जूठन से भर गए और अचानक हुए इस घटनाक्रम से अन्य टीचर दंग रह गए। देखते ही देखते ग्रामीण इकट्ठे हो गए। हैडमास्टर धन्नाराम चौधरी को हटाने की मांग करते हुए वे बच्चों को स्कूल से बाहर ले गए और नारेबाजी की। टीचर्स का कहना था कि अब हैडमास्टर की मनमानियां असहनीय हो रही हैं। मामला नारनाडी के सरकारी सैकंडरी स्कूल का है जहां पहले भी कई बार के प्रिंसिपल पर अभद्र व्यवहार की शिकायतें महिला शिक्षक कर चुकी हैं।
हम पढ़ाने आते हैं, गालियां सुनने नहीं
जोधपुर से 22 किलोमीटर दूर नारनाडी के राजकीय सैकंडरी स्कूल के हैडमास्टर पर महिला टीचर्स के साथ अभद्र व्यवहार करने का आरोप है। बुधवार सुबह एचएम धन्नाराम चौधरी ने टीचर सरस्वती शर्मा पर जूठी थाली उछालते हुए अभद्र भाषा बोली। जागरूक पाठक की सूचना पर डीबी स्टार टीम वहां पहुंची। सुबह करीब 10 बजे छात्र कक्षाओं का बहिष्कार कर चुके थे। टीम पहुंची तब वे भी ग्रामीणों के साथ नारे लगा रहे थे। रोते-रोते सरस्वती शर्मा ने बताया कि इंटरवल में खाना खाने के बाद जब वे थाली रखकर जा रही थीं, चौधरी ने उस जूठी थाली पर लात मारी जिससे उनके कपड़े गंदे हो गए।
अन्य टीचर्स ने इसका विरोध किया तो चौधरी ने उन्हें यहां तक कह दिया कि वे हैडमास्टर हैं और उनकी जैसी मर्जी होगी वैसे ही इस स्कूल को चलाएंगे। इस पर अन्य महिला टीचर्स ने गांव की सरपंच को मामले की जानकारी दी। इतने में कई ग्रामीण स्कूल में जमा हो गए। इसी सत्र में सैकंडरी तक क्रमोन्नत हुए इस स्कूल में फिलहाल 11 का स्टाफ है जिनमें 5 शिक्षिकाएं हैं। इनका आरोप है कि हैडमास्टर अक्सर अभद्र व्यवहार करते हैं जबकि हैडमास्टर का कहना है कि उन्होंने जूठी थाली पर लात मारी थी लेकिन वे सिर्फ शिक्षिकाओं को कक्षाओं में जाकर पढ़ाने के लिए कह रहे थे।
इंटरवल खत्म हो गया था और उन्होंने जो किया वह स्कूल हित में किया। ग्रामीणों ने बताया कि हैडमास्टर स्कूल में मनमानी करते हैं। बच्चों से पिकनिक या अन्य आयोजनों के लिए पैसे मंगवाते हैं लेकिन उसका हिसाब नहीं बताते। हैडमास्टर के रवैये के कारण स्कूल में बच्चों की संख्या लगातार कम हो रही है। टीम की सूचना पर मौके पर पहुंचे लूणी के बीईईओ सोहनराम विश्नोई को गांववालों ने घेर लिया। ये एचएम धन्नाराम चौधरी को हटाने की मांग करने लगे। सरस्वती शर्मा ने अपने साथ हुए अभद्र व्यवहार की लिखित शिकायत दी। विश्नोई ने पूरे मामले की सुनवाई की। हालांकि वे कार्रवाई को अधिकृत नहीं हैं लेकिन, फिर भी रिपोर्ट जिला शिक्षा अधिकारी को देंगे।
मैं हैडमास्टर हूं, जो चाहे करूं
सरकार ने एक शिफ्ट में चलने वाले स्कूलों का समय सुबह साढ़े सात से साढ़े बारह बजे तक तय कर रखा है। लेकिन यह स्कूल सुबह 7 बजे ही शुरू हो जाता है। शिक्षकों का कहना है कि पांच मिनट की देरी हो जाए तो हैडमास्टर गालियां देने लगते हैं। एक शिक्षिका ने नाम नहीं छापने के अनुरोध पर कहा कि इनके साथ काम करते हुए वे मेंटल टेंशन में रहती हैं। बुधवार को भी वे बारिश में भीगती-भीगती स्कूल पहुंची। ग्रामीणों का यह भी आरोप था कि हैडमास्टर नवीं में आने वाले बच्चों को एडमिशन भी नहीं दे रहे। स्कूल का माहौल इस कदर खराब है कि कई गांव वाले अपनी बेटियों को तो यहां पढ़ने नहीं भेजते।
हां, मैंने जूठी थाली को लात मारी जिससे कुछ जूठन सरस्वती शर्मा के कपड़ों पर गिर गई होगी। इंटरवल खत्म होने के बाद भी टीचर्स कक्षाओं में नहीं जा रही थीं। मैंने जो कुछ किया वह स्कूल के हित में किया। - धन्नाराम चौधरी, हैडमास्टर, राजकीय सैकंडरी स्कूल, नारनाडी
हैडमास्टर का रवैया इतना खराब है कि हमें अपनी बेटियों को यहां पढ़ने भेजने में संकोच बना रहता है। इन्हें यहां से तत्काल हटाना चाहिए। - देवीसिंह, ग्रामीण
शिक्षिका के ऊपर कोई ऐसे थाली फेंकता है क्या? वह भी बच्चों के सामने। स्कूल है या अखाड़ा? - जोरसिंह, ग्रामीण
मैं खाना खाकर पानी पीने के लिए जा रही थी कि पीछे से आ रहे एचएम धन्नाराम ने मुझे कहा कि यह जूठी थाली उठाने क्या आपके घर से कोई आएगा? ऐसा कहते हुए उन्होंने मेरी ओर अपने जूते से थाली फेंक दी। मैंने पूछा कि आप अपने घर में ऐसा ही व्यवहार करते हैं तो वे गालियां बोलने लगे। मुझे तो रोना आ गया। - सरस्वती शर्मा, शिक्षिका
यह स्कूल सैकंडरी में क्रमोन्नत हो चुका है इसलिए मैं कार्रवाई नहीं कर सकता। फिर भी पूरे मामले की जानकारी ले ली है। इसकी एक रिपोर्ट डीओ को दूंगा। आगे की कार्रवाई वे ही करेंगे। - सोहनराम विश्नोई, बीईईओ, लूणी
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