Wednesday, July 14, 2010

सरकार ने फिर अलापा पुराना राग

जोधपुर. थैलीसीमिया पीड़ितों के संक्रमित होने के मामलों की पुनरावृत्ति रोकने के कदम उठाने के बजाय एक फिर सरकारी राग अलापते हुए उम्मेद अस्पताल की ब्लड बैंक में उपलब्ध रक्त जांच की तकनीक को सही ठहराया है। चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख शासन सचिव सीएम मीणा का कहना है कि ब्लड बैंक नॉको की गाइड लाइन की पालना कर रहे हैं।

उम्मेद अस्पताल में थैलीसीमिया पीड़ितों को भी इसी गाइड लाइन के आधार पर हुई जांच के बाद ही रक्त चढ़ाया गया था। मीणा ने कहा कि अस्पताल स्तर पर गठित कमेटी को तीन दिन में रिपोर्ट उपलब्ध कराने का कहा है। पीड़ितों को चढ़ाए गए रक्त के दाताओं का पता लगाकर उनकी स्क्रीनिंग कराने की बात कही है। इधर जोधपुर में गठित कमेटी ने अपनी जांच शुरू कर दी है। कमेटी ने बुधवार को संक्रमित पीड़ितों के परिजनों को बुलाया है।

इसकी जानकारी लेने बुधवार को जयपुर से भी अधिकारियों के यहां आने की संभावना है। डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने पीड़ितों को संतुष्ट करने की कवायद शुरू करते हुए मंगलवार शाम दो घंटे तक समस्याओं पर व्यापक चर्चा की। स्थानीय स्तर की समस्याओं का निस्तारण करने के निर्देश भी दिए। माइक्रोबॉयलोजी विभाग की ओर से 56 बच्चों की रिपोर्ट में कई बच्चों के एचआईवी व एचसीवी से संक्रमित होना पाया गया था।

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