जोधपुर. सस्ते सोने के लालच में आप ठगे जा सकते हैं। कहीं ऐसा न हो कि आप सोने का दाम दें लेकिन पीतल खरीद लें। ऐसी ही महिलाओं की गैंग इन दिनों जोधपुर में सक्रिय है। गैंग की तीन महिलाओं को जो गुजरात के कच्छ क्षेत्र की हैं, प्रतापनगर थाना पुलिस ने पकड़ा। उनसे कई बिस्किट बरामद किए जो पीतल के हैं।
ये बिस्किट प्रतापनगर पुलिस के पास पड़े हैं। महिलाओं से पूछताछ के आधार पर पुलिस गैंग की अन्य सदस्याओं को ढूंढ रही है। जागरुक पाठकों ने डीबी स्टार टीम को बताया कि उन्होंने इस गैंग की सदस्याओं को अलग-अलग हिस्सों में देखा है। टीम ने इस गैंग का पता लगाया। गली-गली में घी और जीरा बेचने के बहाने पहुंच रही ये महिलाएं गृहणियों को अपनी बातों में फंसा रही हैं।
ये कहती हैं कि कच्छ-अंजार में भूकंप के बाद मलबा हटाने के दौरान ये बिस्किट मिले थे। इस तरह ये गृहणियों को अपनी लाचारी दिखाते हुए खरीदने के लिए राजी कर लेती हैं। प्रतापनगर थाने के कमला नेहरू नगर में सस्ता सोना बताकर पीतल बेचते पकड़ी गई तीन महिलाओं से जो जानकारी मिली, वह पुलिस के लिए चौंकाने वाली है।
महिलाओं को भावुक करके ठग लेती हैं
प्रतापनगर थाने के सीआई दिनेशसिंह रोहड़िया को नकली सोना बेचने की सूचना मिली तो उन्होंने तत्काल कार्रवाई की और गैंग की सदस्याओं को पकड़ लिया। दो दिन तक पुलिस कस्टडी के बाद महिलाओं को जमानत मिल गई, लेकिन पुलिस की पड़ताल में साफ हो गया कि महिलाएं जीरा व घी बेचकर पहचान बनाकर फिर पीतल के बिस्किट बेचती हैं। ये इतनी शातिर हैं कि सामने वाले से पहले तो दूसरी बातें करती हैं। फिर ऐसा जाल बुनती हैं कि हर कोई इनके झांसे में आ जाता है। इनसे पीतल के कई बिस्किट पुलिस ने बरामद किए हैं, जिनकी चमक सोने से किसी तरह कम नहीं है। इस गैंग के बारे में जोधपुर रैंज के थानों में सूचना दी गई है।
ये पकड़ी गईं
सीआई दिनेशसिंह ने बताया कि सूचना मिलने पर हमारी टीम ने कमला नेहरू नगर से रूपली पत्नी देवा, जनकदेवी पत्नी कालू और सोनल पत्नी गजू भाई को पकड़ा था। इनसे फाइन गोल्ड छाप लगे चमकदार बिस्किट बरामद हुए।
इन क्षेत्रों में सक्रिय है गैंग
प्रतापनगर, सूरसागर, हाउसिंग बोर्ड और शहर के भीतरी क्षेत्र से पुलिस को ऐसी ही गैंग सक्रिय होने की जानकारी मिली लेकिन कोई व्यक्तिगत रूप से नाम नहीं बता रहा। डीबी स्टार टीम को भी क्षेत्रवासियों ने बताया कि ऐसी महिलाएं घूम रही हंै जो सोने के बिस्किट सस्ते में बेच रही हैं। सूरसागर के कैलाश मेघवाल ने बताया कि उन्होंने कुछ बाहरी महिलाओं को देखा जरूर है लेकिन महिलाएं होने के नाते वह ठगी की बात सोच नहीं सका। प्रतापनगर के सुनील जीनगर ने कहा कि सप्ताह भर पहले एक होटल के पास ऐसी ही कुछ महिलाएं आई थीं। चाय पीते हुए इन्होंने बिस्किट दिखाए थे। सस्ते में मिल रहे इन बिस्किट को खरीदने का मन बनाया भी लेकिन कुछ शक होने पर खरीदा नहीं। माणक चौक निवासी न्याज मोहम्मद ने बताया कि घंटाघर में कुछ महिलाओं के पास एक पैकेट में छोटे सोने के बिस्किट देखकर उसे नकली होने का संदेह हुआ लेकिन पुलिस को बताता इससे पहले ही वे खिसक लीं।
मरने-मारने पर उतर आईं
प्रतापनगर थाने में रविवार रात पुलिस कस्टडी में तीनों महिलाएं थीं। इनकी निगरानी के लिए महिला पुलिसकर्मी लगाई गईं थी। रात में ठग महिलाओं ने उत्पात मचाया। वे महिला पुलिसकर्मी पर झपटी। रात तीन बजे सीआई दिनेशसिंह व अन्य जवान भी थाने पहुंचे। इनके सामने भी महिलाओं ने साड़ी का दुपट्टा खुद गले में फांसी की तरह डाल लिया और खींचने लगीं। काफी देर बाद ये काबू हो पाई। दो एएसआई को रातभर उनकी निगरानी के लिए रखना पड़ा।
शातिर हैं गैंग की महिलाएं
इस गैंग की महिलाएं बेहद शातिर हैं। 20 से 30 वर्ष की उम्र की ये महिलाएं इमोशनल ब्लैकमेल करने से भी नहीं चूकती। ये अपने साथ दुधमुंहे बच्चे रखती हैं और मजबूरी में सस्ता सोना बेचने का पासा फेंकती हैं।
लगता ही नहीं कि नकली है
चीरघर के पास कुछ महिलाएं सस्ता सोना दिखा रही थीं। मैं गया तो सोने के बिस्किट देखकर वापस आ गया। उनकी चमक जोरदार थी। ऐसा लगता हीं नहीं कि यह नकली सोना होगा, लेकिन मुझे ठगी का शक हुआ। - राजेश अच्छवानी, जूस विक्रेता, चीरघर रोड
दो-तीन बार देख चुका हूं
इस गैंग में कई सदस्य हैं। मैंने ऐसी महिलाओं को दो-तीन बार देखा है। सूरसागर क्षेत्र में मैंने कुछ युवकों को सस्ता सोना लेने की बात पर ठगी से आगाह किया तो वे नकली सोने का राज समझ गए। महिला होने के नाते कोई पुलिस से इनकी शिकायत भी नहीं करता, लेकिन समझदारी से काम लें तो ठगी से बचा सकता है। - किशोरसिंह, राजबाग निवासी
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