जोधपुर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग और उम्मेद अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के चलते स्वयं अस्पताल की लाखों रूपए की कमाई प्रभावित हो रही है। पिछले 30 साल से अस्पताल कैंटीन का एक रूपए प्रतिमाह पर चल रहा ठेका गत पांच महीने से राज्य सरकार से सलाह के नाम पर अटका है। अस्पताल प्रशासन भी इस मामले में रूचि नहीं दिखा रहा है, उधर मेडिकल कॉलेज के दो अन्य अस्पतालों मथुरादास माथुर और महात्मा गांधी अस्पताल में कैंटीन से हर साल लाखों रूपए की कमाई हो रही है।
अस्पताल ने 7 अक्टूबर 1981 को कैंटीन संचालन का ठेका जोधपुर विश्रांति गृह सहकारी समिति को एक रूपए प्रतिमाह पर दिया था। पिछले 30 साल से समिति इसी दर पर कैंटीन संचालित कर अस्पताल को चूना लगा रही है।
मामला सामने के बाद मई 2008 में कैंटीन का नया ठेका सालाना 6 लाख 38 हजार रूपए की दर से दो वर्ष की अवधि के लिए देवेन्द्र सिंह को मिला, लेकिन न्यायालय के स्थगन आदेश के चलते हस्तांतरण की प्रक्रिया रूक गई। पिछले वर्ष 6 नवम्बर को यह रोक अप्रभावी हो गई थी, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने बजाय नए ठेकेदार को कैंटीन की चाबी सौंपने, राज्य सरकार से सलाह के नाम पर मामला ठण्डे बस्ते में डाल दिया। अस्पताल प्रशासन ने 19 जनवरी 2010 को राज्य सरकार से मार्गदर्शन मांगा। उसके बाद कोई पत्र व्यवहार नहीं किया, उधर राज्य सरकार ने भी इस सम्बन्ध में अब तक कोई नया आदेश नहीं भेजा इसलिए कैंटीन एक रूपया प्रतिमाह पर अब तक चल रही है।
Jodhpur,. Medical and Health Department and self-reliant due to the negligence of the hospital administration hospital revenues are affected millions of rupees. Hospital canteen last 30 years running a rupee per month consulting contract last five months in the name of the state government has stuck. Hospital administration is showing no interest in this case, there's two other hospitals Mathuradass Mathur Medical College and Mahatma Gandhi hospital canteen is earning millions of rupees every year.
Hospital canteen operations contract at the October 7, 1981 Rest House Jodhpur rupees per month was a cooperative society. At this rate the last 30 years the committee has been dented canteen operated hospital.
After it's out of the new contract in May 2008 canteen annual rate of 6 lakh 38 thousand rupees for a period of two years Devendra Singh found, but the court's stay order was halted due to the transfer process. Last years 6 November was ineffective to stop it, but the hospital administration rather than handing the keys to the new canteen contractor, advise the State Government in the name of cold case put on hold. January 19, 2010 the hospital administration asked for guidance from the state. After that there was no correspondence, there also the State Government in this regard so far did not order any new money per month so far is running a canteen.
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