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Sunday, August 15, 2010
जोधपुर-जैसलमेर जिलों में भारी बारिश
जोधपुर. जोधपुर सहित संभाग में शनिवार को लगातार दूसरे दिन भी कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश हुई। जोधपुर के सूरपुरा बांध की नहर में एक से डेढ़ फीट तक चादर चली।
शुक्रवार को यहां तीन फीट तक चादर चली थी। बाप में करीब दो घंटे तक बारिश होने से कानासर रोड पर करीब चार फीट तक पानी बहा। शेरगढ़ में सर्वाधिक 43 व फलौदी में 41 एमएम बारिश दर्ज की गई। भोपालगढ़, बिलाड़ा, पिचियाक व ओसियां में भी अच्छी बारिश के समाचार है। जैसलमेर के फूलासर गांव में भारी बारिश से करीब चार फीट पानी भर गया। पाली के जवाई बांध में 24 घंटों में 5 फीट पानी आया।
शाम छह बजे तक बांध का गेज 31.70 फीट हो गया। इसकी पूरी भराव क्षमता 61.25 फीट है। बीते 24 घंटे के दौरान सिरोही में 83, पिंडवाड़ा में 79, बाली में 64 व रानीवाड़ा में 52 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई। पाली जिले में शनिवार रुक-रुक कर हुई बरसात से बांधों में पानी की आवक तेज हुई है। उदयपुर के सेई बांध का जल स्तर भी 10.40 मीटर हो गया है।
इसी से जवाई बांध में पानी आता है। बोमादड़ा बांध ओवर फ्लो हो गया। सोजत में लुंडावास गांव का एनीकट फूट गया। जालोर का वणधर बांध ओवर फ्लो हो गया। सुंधा माता क्षेत्र में तेज बरसात से एनीकट टूट गया। जोधपुर में दोपहर करीब 12 बजे कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश होने से कई क्षेत्रों की सड़कों पर फिर से पानी भर गया।
फलौदी में दोपहर में डेढ़ घंटे तक चली बारिश में मलार व रामनाडा तालाब की पाल टूट गई। पीपाड़ में दोपहर साढ़े बारह बजे से एक घंटे तक जमकर बारिश हुई। जैसलमेर जिले के फलसूंड, फूलासर व नोख में सुबह साढ़े दस बजे से डेढ़ घंटे तक मूसलाधार और बाड़मेर सहित जिले में कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी हुई।
कहां कितने एमएम बारिश
शेरगढ़- 43
फलौदी- 41
बिलाड़ा- 11
जोधपुर- 1.2
शनिवार सुबह समाप्त हुए 24 घंटों के दौरान
सिरोही- 83
पिंडवाडा- 79
बाली- 64
रानीवाड़ा- 52
तापमान इस प्रकार रहा
जोधपुर 29.8 व 25.4, ओसियां 32.3 व 24.9, फलौदी 31.5 व 25.0, जैसलमेर 35.1 व 26.8, बाड़मेर 32.0 व 28.0, माउंट आबू 21.0 व 15.0 डिग्री सेल्सियस।
शुक्रवार को यहां तीन फीट तक चादर चली थी। बाप में करीब दो घंटे तक बारिश होने से कानासर रोड पर करीब चार फीट तक पानी बहा। शेरगढ़ में सर्वाधिक 43 व फलौदी में 41 एमएम बारिश दर्ज की गई। भोपालगढ़, बिलाड़ा, पिचियाक व ओसियां में भी अच्छी बारिश के समाचार है। जैसलमेर के फूलासर गांव में भारी बारिश से करीब चार फीट पानी भर गया। पाली के जवाई बांध में 24 घंटों में 5 फीट पानी आया।
शाम छह बजे तक बांध का गेज 31.70 फीट हो गया। इसकी पूरी भराव क्षमता 61.25 फीट है। बीते 24 घंटे के दौरान सिरोही में 83, पिंडवाड़ा में 79, बाली में 64 व रानीवाड़ा में 52 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई। पाली जिले में शनिवार रुक-रुक कर हुई बरसात से बांधों में पानी की आवक तेज हुई है। उदयपुर के सेई बांध का जल स्तर भी 10.40 मीटर हो गया है।
इसी से जवाई बांध में पानी आता है। बोमादड़ा बांध ओवर फ्लो हो गया। सोजत में लुंडावास गांव का एनीकट फूट गया। जालोर का वणधर बांध ओवर फ्लो हो गया। सुंधा माता क्षेत्र में तेज बरसात से एनीकट टूट गया। जोधपुर में दोपहर करीब 12 बजे कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश होने से कई क्षेत्रों की सड़कों पर फिर से पानी भर गया।
फलौदी में दोपहर में डेढ़ घंटे तक चली बारिश में मलार व रामनाडा तालाब की पाल टूट गई। पीपाड़ में दोपहर साढ़े बारह बजे से एक घंटे तक जमकर बारिश हुई। जैसलमेर जिले के फलसूंड, फूलासर व नोख में सुबह साढ़े दस बजे से डेढ़ घंटे तक मूसलाधार और बाड़मेर सहित जिले में कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी हुई।
कहां कितने एमएम बारिश
शेरगढ़- 43
फलौदी- 41
बिलाड़ा- 11
जोधपुर- 1.2
शनिवार सुबह समाप्त हुए 24 घंटों के दौरान
सिरोही- 83
पिंडवाडा- 79
बाली- 64
रानीवाड़ा- 52
तापमान इस प्रकार रहा
जोधपुर 29.8 व 25.4, ओसियां 32.3 व 24.9, फलौदी 31.5 व 25.0, जैसलमेर 35.1 व 26.8, बाड़मेर 32.0 व 28.0, माउंट आबू 21.0 व 15.0 डिग्री सेल्सियस।
हमारी आईआईटी में फर्नीचर घोटाला
जोधपुर. सूर्यनगरी में इसी सत्र से शिफ्ट हुई आईआईटी राजस्थान में हॉस्टल व अकादमिक भवन के लिए फर्नीचर खरीद में गड़बड़ी हुई है।
कुछ आइटम की न्यूनतम दरों को दरकिनार कर उससे अधिक कीमत पर माल खरीद लिया गया। इससे संस्थान को करीब तीन लाख रुपए का नुकसान हुआ। पूरा ऑर्डर केवल दो फर्मो को दे दिया गया। टेंडर की कई अन्य शर्तो का भी उल्लंघन हुआ है। आईआईटी हॉस्टल व अकादमिक भवन के लिए पलंग, विभिन्न तरह की टेबल-कुर्सियां व अन्य फर्नीचर खरीदने के लिए हर आइटम की ऑफर प्राइस अलग से मांगी गई थी, ताकि प्रतिस्पर्धात्मक दरें प्राप्त हो सके।
नौ जुलाई को टेंडर खुले तो कुछ आइटम की खरीद का ऑर्डर न्यूनतम दरें कोट करने वाली फर्म की बजाय उन फर्मो को दे दिया गया जिनकी दरें ज्यादा थीं। इन फर्मो ने 31 जुलाई तक फर्नीचर सप्लाई की और किस्तों में भुगतान उठा लिया। टेंडर में यह कहीं नहीं लिखा गया कि अनुमानित कुल कितनी कीमत का फर्नीचर सप्लाई किया जाना है। यह जरूर बताया गया कि अमानत राशि के तौर पर 50 हजार रुपए जमा करवाने हैं।
कहां हुई अनियमितता
आईआईटी में चार तरह के फर्नीचर की खरीद में न्यूनतम दरों की शर्त का उल्लंघन किया गया है। इनमें टू सीटर व थ्री सीटर राइटिंग डेस्क और स्टडी टेबल टाइप ए (600 गुणा 1200 एमएम) व स्टडी टेबल टाइप बी (525 गुणा 1050 एमएम) शामिल हैं।
इन चारों के लिए न्यूनतम दर जयपुर की फर्म खंडेलवाल एंटरप्राइजेज ने कोट की थी, लेकिन आपूर्ति का ठेका जोधपुर की दो फर्मो बसंत हैंडीक्राफ्ट्स व चंद्रा सेल्स को मिला। अन्य फर्नीचर की सप्लाई का ऑर्डर भी केवल इन दोनों फर्मो को ही मिला है। दिल्ली की तीन फर्मो विप्रो, इरबो व डिलाइट ने भी टेंडर भरे थे। खंडेलवाल एंटरप्राइजेज के संचालक ने खरीद में अनियमितता की शिकायत आईआईटी राजस्थान के निदेशक से की है।
‘ओवरऑल कम रेट भरने वालों को ऑर्डर दिया है’
टेंडर में हर आइटम के लिए अलग से दर मांगी गई थी, लेकिन हमने ओवरऑल कम रेट भरने वाली फर्मो को ही ऑर्डर दिया है। दूसरा, हमारे पास समय कम था और नया सत्र शुरू होने वाला था। अलग-अलग फर्मो से फर्नीचर मंगवाते तो समय लग जाता। हमारी मंशा लोकल फर्म को बिजनेस देने की भी थी। इसमें अनियमितता जैसी कोई बात नहीं है। - प्रो. नीरज गुप्ता, समन्वयक परचेज कमेटी, आईआईटी राजस्थान
हर आइटम की अलग से दर मांगी थी, लेकिन टेंडर ओवरऑल दर के हिसाब से दिया गया है। हमारी फर्म इसमें खरी उतरी। टेंडर भरने से पहले जो शर्ते रखी गई थी, वे हम पूरी करते हैं। बाकी जवाब तो आईआईटी के लोग ही दे सकते हैं। - जितेंद्र कच्छवाह, संचालक चंद्रा सेल्स कॉपरेरेशन
न्यूनतम दर होने के कारण ही हमें ऑर्डर मिला है। जहां तक अनुभव की बात है, हमने कई संस्थानों में ऑर्डर पूरे करने के प्रमाण-पत्र लगाए हैं। - नरेंद्र बोहरा, सेल्स हैड, बसंत हैंडीक्राफ्ट
कुछ आइटम की न्यूनतम दरों को दरकिनार कर उससे अधिक कीमत पर माल खरीद लिया गया। इससे संस्थान को करीब तीन लाख रुपए का नुकसान हुआ। पूरा ऑर्डर केवल दो फर्मो को दे दिया गया। टेंडर की कई अन्य शर्तो का भी उल्लंघन हुआ है। आईआईटी हॉस्टल व अकादमिक भवन के लिए पलंग, विभिन्न तरह की टेबल-कुर्सियां व अन्य फर्नीचर खरीदने के लिए हर आइटम की ऑफर प्राइस अलग से मांगी गई थी, ताकि प्रतिस्पर्धात्मक दरें प्राप्त हो सके।
नौ जुलाई को टेंडर खुले तो कुछ आइटम की खरीद का ऑर्डर न्यूनतम दरें कोट करने वाली फर्म की बजाय उन फर्मो को दे दिया गया जिनकी दरें ज्यादा थीं। इन फर्मो ने 31 जुलाई तक फर्नीचर सप्लाई की और किस्तों में भुगतान उठा लिया। टेंडर में यह कहीं नहीं लिखा गया कि अनुमानित कुल कितनी कीमत का फर्नीचर सप्लाई किया जाना है। यह जरूर बताया गया कि अमानत राशि के तौर पर 50 हजार रुपए जमा करवाने हैं।
कहां हुई अनियमितता
आईआईटी में चार तरह के फर्नीचर की खरीद में न्यूनतम दरों की शर्त का उल्लंघन किया गया है। इनमें टू सीटर व थ्री सीटर राइटिंग डेस्क और स्टडी टेबल टाइप ए (600 गुणा 1200 एमएम) व स्टडी टेबल टाइप बी (525 गुणा 1050 एमएम) शामिल हैं।
इन चारों के लिए न्यूनतम दर जयपुर की फर्म खंडेलवाल एंटरप्राइजेज ने कोट की थी, लेकिन आपूर्ति का ठेका जोधपुर की दो फर्मो बसंत हैंडीक्राफ्ट्स व चंद्रा सेल्स को मिला। अन्य फर्नीचर की सप्लाई का ऑर्डर भी केवल इन दोनों फर्मो को ही मिला है। दिल्ली की तीन फर्मो विप्रो, इरबो व डिलाइट ने भी टेंडर भरे थे। खंडेलवाल एंटरप्राइजेज के संचालक ने खरीद में अनियमितता की शिकायत आईआईटी राजस्थान के निदेशक से की है।
‘ओवरऑल कम रेट भरने वालों को ऑर्डर दिया है’
टेंडर में हर आइटम के लिए अलग से दर मांगी गई थी, लेकिन हमने ओवरऑल कम रेट भरने वाली फर्मो को ही ऑर्डर दिया है। दूसरा, हमारे पास समय कम था और नया सत्र शुरू होने वाला था। अलग-अलग फर्मो से फर्नीचर मंगवाते तो समय लग जाता। हमारी मंशा लोकल फर्म को बिजनेस देने की भी थी। इसमें अनियमितता जैसी कोई बात नहीं है। - प्रो. नीरज गुप्ता, समन्वयक परचेज कमेटी, आईआईटी राजस्थान
हर आइटम की अलग से दर मांगी थी, लेकिन टेंडर ओवरऑल दर के हिसाब से दिया गया है। हमारी फर्म इसमें खरी उतरी। टेंडर भरने से पहले जो शर्ते रखी गई थी, वे हम पूरी करते हैं। बाकी जवाब तो आईआईटी के लोग ही दे सकते हैं। - जितेंद्र कच्छवाह, संचालक चंद्रा सेल्स कॉपरेरेशन
न्यूनतम दर होने के कारण ही हमें ऑर्डर मिला है। जहां तक अनुभव की बात है, हमने कई संस्थानों में ऑर्डर पूरे करने के प्रमाण-पत्र लगाए हैं। - नरेंद्र बोहरा, सेल्स हैड, बसंत हैंडीक्राफ्ट
अमेरिकी किशोर को बाल सुधार गृह भेजा
जोधपुर/ओसियां. ओसियां कस्बे में अमेरिकी महिला सिंथिया की हत्या के मामले में हिरासत में लिए उसके नाबालिग पुत्र को पुलिस ने शनिवार को न्यायालय में पेश किया। उसे सोमवार तक के लिए बाल सुधार गृह भेजा गया है। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने अहम सबूत जुटाए हैं।
दूसरी ओर, अमेरिकी दूतावास टीम की मौजूदगी में एमजीएच में मेडिकल बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमार्टम में मृतका की गर्दन धारदार हथियार से कटी होना पाया गया। बचने के लिए संघर्ष के दौरान दोनों हाथों पर धारदार हथियार के वार के निशान एवं शरीर के दूसरे हिस्सों पर चोट व घसीटने के निशान पाए गए हैं। उसका शव अमेरिकी दूतावास की अधिकृत मोरगन फ्यूनरल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड को सुपुर्द किया जाएगा, जो इसे अमेरिका ले जाएगी। दूतावास की चार सदस्यीय टीम ने पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) जीएल शर्मा के साथ ओसियां में घटना स्थल का दौरा किया।
आईजी (रेंज) भूपेन्द्रकुमार दक ने बताया कि सिंथिया एल. इयानरेल्ली के साढ़े पन्द्रह वर्षीय पुत्र से हुई पूछताछ के आधार पर शनिवार को उसकी मां का मोबाइल फोन, क्रेेडिट कार्ड, पासपोर्ट, वीजा व अन्य कागजात जोधपुर नागरिक हवाई अड्डे के टर्मिनल भवन के बाहर कचरा पात्र से बरामद किए गए हैं। चीजें आरोपी ने हत्या के सबूत नष्ट करने के उद्देश्य से फेंक दी थी।
खून की एफएसएल जांच : मोबाइल एफएसएल टीम की जांच में इस किशोर के शूज पर लगा खून सिंथिया के खून से मिल गया। जांच में अभियुक्त के हाथों पर लगी खरोंच व चोटें सिंथिया से हुए संघर्ष के दौरान आने की पुष्टि हुई है।
14 को अमेरिका जाना था : अमेरिका के ओल्ड आकडेल रोड, मेक डोनाल्ड निवासी सिंथिया (50) अपने बेटे जॉन के साथ 9 अगस्त को भारत आई थी। उन्हें 14 अगस्त को दिल्ली से अमेरिका की फ्लाइट पकड़नी थी। बुधवार को वे ओसियां में रैजिस कैमल कैंप (धोरा-धरती होटल) पहुंचे थे। गुरुवार रात मां-बेटे में पारिवारिक कलह के चलते झगड़ा हुआ। शुक्रवार सुबह होटल कर्मचारियों को सिंथिया का शव होटल के निकट धोरों में चद्दर से लिपटा मिला। जॉन को बाद में पुलिस ने जोधपुर के हवाई अड्डे पर हिरासत में ले लिया।
ये लोग आए अमेरिकी दूतावास से : दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास से स्पेशल एजेंट असिस्टेंट रीजनल सिक्योरिटी ऑफिसर फॉर इन्वेस्टीगेशन एनी एम ब्रून के नेतृत्व में स्कॉट ओ कोइंग, संजीव के त्यागी व मेरी बेथ केपनर जोधपुर पहुंचे। यह टीम भी अपने स्तर मामले की जांच करेगी।
दूसरी ओर, अमेरिकी दूतावास टीम की मौजूदगी में एमजीएच में मेडिकल बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमार्टम में मृतका की गर्दन धारदार हथियार से कटी होना पाया गया। बचने के लिए संघर्ष के दौरान दोनों हाथों पर धारदार हथियार के वार के निशान एवं शरीर के दूसरे हिस्सों पर चोट व घसीटने के निशान पाए गए हैं। उसका शव अमेरिकी दूतावास की अधिकृत मोरगन फ्यूनरल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड को सुपुर्द किया जाएगा, जो इसे अमेरिका ले जाएगी। दूतावास की चार सदस्यीय टीम ने पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) जीएल शर्मा के साथ ओसियां में घटना स्थल का दौरा किया।
आईजी (रेंज) भूपेन्द्रकुमार दक ने बताया कि सिंथिया एल. इयानरेल्ली के साढ़े पन्द्रह वर्षीय पुत्र से हुई पूछताछ के आधार पर शनिवार को उसकी मां का मोबाइल फोन, क्रेेडिट कार्ड, पासपोर्ट, वीजा व अन्य कागजात जोधपुर नागरिक हवाई अड्डे के टर्मिनल भवन के बाहर कचरा पात्र से बरामद किए गए हैं। चीजें आरोपी ने हत्या के सबूत नष्ट करने के उद्देश्य से फेंक दी थी।
खून की एफएसएल जांच : मोबाइल एफएसएल टीम की जांच में इस किशोर के शूज पर लगा खून सिंथिया के खून से मिल गया। जांच में अभियुक्त के हाथों पर लगी खरोंच व चोटें सिंथिया से हुए संघर्ष के दौरान आने की पुष्टि हुई है।
14 को अमेरिका जाना था : अमेरिका के ओल्ड आकडेल रोड, मेक डोनाल्ड निवासी सिंथिया (50) अपने बेटे जॉन के साथ 9 अगस्त को भारत आई थी। उन्हें 14 अगस्त को दिल्ली से अमेरिका की फ्लाइट पकड़नी थी। बुधवार को वे ओसियां में रैजिस कैमल कैंप (धोरा-धरती होटल) पहुंचे थे। गुरुवार रात मां-बेटे में पारिवारिक कलह के चलते झगड़ा हुआ। शुक्रवार सुबह होटल कर्मचारियों को सिंथिया का शव होटल के निकट धोरों में चद्दर से लिपटा मिला। जॉन को बाद में पुलिस ने जोधपुर के हवाई अड्डे पर हिरासत में ले लिया।
ये लोग आए अमेरिकी दूतावास से : दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास से स्पेशल एजेंट असिस्टेंट रीजनल सिक्योरिटी ऑफिसर फॉर इन्वेस्टीगेशन एनी एम ब्रून के नेतृत्व में स्कॉट ओ कोइंग, संजीव के त्यागी व मेरी बेथ केपनर जोधपुर पहुंचे। यह टीम भी अपने स्तर मामले की जांच करेगी।
स्वाइन फ्लू के दो और पॉजिटिव रोगी मिले
जोधपुर. सूर्यनगरी में स्वाइन फ्लू के दो और रोगियों की पुष्टि हुई है। शनिवार को एमजीएच, मथुरादास माथुर और उम्मेद अस्पताल में जांच के बाद स्वाइन फ्लू के लक्षण नजर आने पर बारह रोगियों के नमूने लिए गए थे।
शाम को मिली रिपोर्ट में इनमें से दो के नमूने पॉजिटिव आए हैं। स्वाइन फ्लू कंट्रोल रूम प्रभारी डॉ. अफजल हाकिम के अनुसार 12 रोगियों में से सात रोगी अस्पतालों में भर्ती है। एक महिला रोगी वेंटिलेटर पर है। शेष को घर पर ही रहने के निर्देश दिए हैं। जिन दो लोगों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है, उनमें एक पाल रोड निवासी तथा दूसरा लालसागर का रहने वाला है। इन्हें घर पर ही आइसोलेट रखने की सलाह दी गई है।
संदिग्ध रोगियों में एक गर्भवती महिला भी शामिल है। डॉक्टरों के अनुसार दो दिन से लगातार बारिश के बाद तापमान में कमी आने से जुकाम और खांसी पीड़ित बढ़ रहे हैं। ऐसे में लोगों को स्वाइन फ्लू से सतर्क रहना बेहद जरूरी है। जोधपुर में अब तक पांच पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। इनमें से एक रोगी की मौत हो चुकी है। उम्मेद अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में शुक्रवार सुबह नवजात को जन्म देने वाली पॉजिटिव महिला के स्वास्थ्य में सुधार है।
शाम को मिली रिपोर्ट में इनमें से दो के नमूने पॉजिटिव आए हैं। स्वाइन फ्लू कंट्रोल रूम प्रभारी डॉ. अफजल हाकिम के अनुसार 12 रोगियों में से सात रोगी अस्पतालों में भर्ती है। एक महिला रोगी वेंटिलेटर पर है। शेष को घर पर ही रहने के निर्देश दिए हैं। जिन दो लोगों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है, उनमें एक पाल रोड निवासी तथा दूसरा लालसागर का रहने वाला है। इन्हें घर पर ही आइसोलेट रखने की सलाह दी गई है।
संदिग्ध रोगियों में एक गर्भवती महिला भी शामिल है। डॉक्टरों के अनुसार दो दिन से लगातार बारिश के बाद तापमान में कमी आने से जुकाम और खांसी पीड़ित बढ़ रहे हैं। ऐसे में लोगों को स्वाइन फ्लू से सतर्क रहना बेहद जरूरी है। जोधपुर में अब तक पांच पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। इनमें से एक रोगी की मौत हो चुकी है। उम्मेद अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में शुक्रवार सुबह नवजात को जन्म देने वाली पॉजिटिव महिला के स्वास्थ्य में सुधार है।
आयुर्वेद यूनिवर्सिटी की सुनवाई 22 को
जोधपुर. राजस्थान आयुर्वेद यूनिवर्सिटी के बीएएमएस कोर्स में प्रवेश देने का निर्णय 22 अगस्त के बाद होगा। इस संबंध में आयुष विभाग की ओर से यूनिवर्सिटी में व्याप्त कमियों के संबंध में यूनिवर्सिटी का पक्ष जाना जाएगा।
राजस्थान आयुर्वेद यूनिवर्सिटी की ओर से कुछ माह पूर्व प्री आयुर्वेद टेस्ट आयोजित किया गया था। इसमें प्रदेश भर के अभ्यर्थियों ने भाग लिया था। परीक्षा का परिणाम हाल ही घोषित किया गया था, लेकिन अब तक स्थिति स्पष्ट नहीं है कि राजस्थान आयुर्वेद यूनिवर्सिटी जो स्वयं परीक्षा आयोजित करवा रही है, वहां बीएएमएस कोर्स में प्रवेश होगा या नहीं। कुलपति प्रो. बनवारी लाल गौड़ ने बताया कि राज्य सरकार के आयुष विभाग की ओर से राजस्थान आयुर्वेद यूनिवर्सिटी में व्याप्त विभिन्न कमियों के संबंध में जानकारी भेजकर जवाब मांगा गया है।
इनका जवाब आयुष विभाग के अधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत होकर 22 अगस्त को देना होगा। सुनवाई के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा कि राजस्थान आयुर्वेद यूनिवर्सिटी के बीएएमएस कोर्स में प्रवेश देना है या नहीं। कुलपति प्रो. बनवारी लाल गौड़ ने बताया कि विश्वविद्यालय की ओर से सभी कमियों को पूरा कर लिया गया है। केवल शिक्षकों व स्टॉफ की भर्ती का कार्य बाकी है। यह कार्य शीघ्र ही पूरा कर लिया जाएगा। यूनिवर्सिटी में स्वीकृत 15 एसिस्टेंट प्रोफेसर्स के पदों के लिए 22 अगस्त को ही लिखित परीक्षा है। परीक्षा के बाद इंटरव्यू कर पद भर लिए जाएंगे। एसोसिएट प्रोफेसर व प्रोफेसर के स्वीकृत पद सीधे इंटरव्यू कर भरे जाएंगे।
राजस्थान आयुर्वेद यूनिवर्सिटी की ओर से कुछ माह पूर्व प्री आयुर्वेद टेस्ट आयोजित किया गया था। इसमें प्रदेश भर के अभ्यर्थियों ने भाग लिया था। परीक्षा का परिणाम हाल ही घोषित किया गया था, लेकिन अब तक स्थिति स्पष्ट नहीं है कि राजस्थान आयुर्वेद यूनिवर्सिटी जो स्वयं परीक्षा आयोजित करवा रही है, वहां बीएएमएस कोर्स में प्रवेश होगा या नहीं। कुलपति प्रो. बनवारी लाल गौड़ ने बताया कि राज्य सरकार के आयुष विभाग की ओर से राजस्थान आयुर्वेद यूनिवर्सिटी में व्याप्त विभिन्न कमियों के संबंध में जानकारी भेजकर जवाब मांगा गया है।
इनका जवाब आयुष विभाग के अधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत होकर 22 अगस्त को देना होगा। सुनवाई के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा कि राजस्थान आयुर्वेद यूनिवर्सिटी के बीएएमएस कोर्स में प्रवेश देना है या नहीं। कुलपति प्रो. बनवारी लाल गौड़ ने बताया कि विश्वविद्यालय की ओर से सभी कमियों को पूरा कर लिया गया है। केवल शिक्षकों व स्टॉफ की भर्ती का कार्य बाकी है। यह कार्य शीघ्र ही पूरा कर लिया जाएगा। यूनिवर्सिटी में स्वीकृत 15 एसिस्टेंट प्रोफेसर्स के पदों के लिए 22 अगस्त को ही लिखित परीक्षा है। परीक्षा के बाद इंटरव्यू कर पद भर लिए जाएंगे। एसोसिएट प्रोफेसर व प्रोफेसर के स्वीकृत पद सीधे इंटरव्यू कर भरे जाएंगे।
Saturday, August 14, 2010
घूमने आई अमेरिकी महिला का बेटे ने गला रेता
जोधपुर के ओसियां में होटल के निकट मिला शव, मां-बेटे के बीच हुआ था रात को झगड़ा, बेटा पुलिस हिरासत में
जोधपुर/ओसियां. एक अमेरिकी महिला और उसके पति के झगड़े में उसका बेटा ही दुश्मन बन गया। बेटे ने मां की गला रेत कर हत्या कर दी। दोनों घूमने-फिरने के लिए जोधपुर (ओसियां) आए थे, लेकिन गुरुवार की रात दोनों का झगड़ा हुआ और बेटे ने धारदार हथियार से गला रेत कर महिला को मार डाला।
एसपी (रूरल) जीएल शर्मा ने बताया कि अमेरिका के सेसल्स निवासी डॉ. सिंडी इनारेली (52) बैंगलुरू में किसी सेमीनार में हिस्सा लेने के लिए अपने बेटे जॉन के साथ भारत आई थीं। बुधवार को वे जोधपुर होते हुए ओसियां में रैजिस कैमल कैंप (धोरा-धरती होटल) पहुंचे। यहां गुरुवार को दोनों ने ओसियां में माताजी के मंदिर के दर्शन किए। रात को दोनों होटल पहुंचे। यहां मां-बेटे के बीच झगड़ा हुआ। शुक्रवार सुबह महिला का शव होटल के निकट धोरों में चद्दर से लिपटा हुआ मिला।
सूचना पर पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। महिला के शरीर पर कई जगह चोटों के निशान मिले हैं तथा किसी धारदार हथियार से उसका गला काट दिया गया। होटल से बाहर महिला के शव को घसीटने के निशान मिले हैं। पुलिस ने घटना के बारे में अमेरिकी दूतावास और विदेश मंत्रालय को जानकारी दी है।
शुक्रवार की सुबह जॉन दिल्ली भागने की फिराक में था, लेकिन उसे जोधपुर एयरपोर्ट पर पुलिस ने पकड़ लिया। उसने पुलिस को बताया कि उसकी मां, पिता से अलग रहती थी। दोनों के बीच काफी समय से मनमुटाव चल रहा था। इसी बात को लेकर उसका मां से गुरुवार की रात झगड़ा हुआ था।
जोधपुर/ओसियां. एक अमेरिकी महिला और उसके पति के झगड़े में उसका बेटा ही दुश्मन बन गया। बेटे ने मां की गला रेत कर हत्या कर दी। दोनों घूमने-फिरने के लिए जोधपुर (ओसियां) आए थे, लेकिन गुरुवार की रात दोनों का झगड़ा हुआ और बेटे ने धारदार हथियार से गला रेत कर महिला को मार डाला।
एसपी (रूरल) जीएल शर्मा ने बताया कि अमेरिका के सेसल्स निवासी डॉ. सिंडी इनारेली (52) बैंगलुरू में किसी सेमीनार में हिस्सा लेने के लिए अपने बेटे जॉन के साथ भारत आई थीं। बुधवार को वे जोधपुर होते हुए ओसियां में रैजिस कैमल कैंप (धोरा-धरती होटल) पहुंचे। यहां गुरुवार को दोनों ने ओसियां में माताजी के मंदिर के दर्शन किए। रात को दोनों होटल पहुंचे। यहां मां-बेटे के बीच झगड़ा हुआ। शुक्रवार सुबह महिला का शव होटल के निकट धोरों में चद्दर से लिपटा हुआ मिला।
सूचना पर पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। महिला के शरीर पर कई जगह चोटों के निशान मिले हैं तथा किसी धारदार हथियार से उसका गला काट दिया गया। होटल से बाहर महिला के शव को घसीटने के निशान मिले हैं। पुलिस ने घटना के बारे में अमेरिकी दूतावास और विदेश मंत्रालय को जानकारी दी है।
शुक्रवार की सुबह जॉन दिल्ली भागने की फिराक में था, लेकिन उसे जोधपुर एयरपोर्ट पर पुलिस ने पकड़ लिया। उसने पुलिस को बताया कि उसकी मां, पिता से अलग रहती थी। दोनों के बीच काफी समय से मनमुटाव चल रहा था। इसी बात को लेकर उसका मां से गुरुवार की रात झगड़ा हुआ था।
महिला आर्म्ड बटालियन मैदान में
जोधपुर. आतंकवादियों से मुकाबला हो या वीआईपी की सुरक्षा, इन कार्यो को कुछ समय बाद आधुनिक हथियारों से लैस महिलाएं भी अंजाम देतीं नजर आएंगी।
देश की पहली महिला आर्म्ड बटालियन ने जोधपुर स्थित राजस्थान पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में अपनी ट्रेनिंग पूरी कर ली है। पांच कंपनियों की सितंबर के पहले सप्ताह में होने वाले दीक्षांत परेड के बाद विधिवत रूप से हाडी रानी बटालियन अस्तित्व में आ जाएगी। इसके बाद बटालियन बीएसएफ और सीआरपीएफ से आतंकवादियों से निपटने की विशेष ट्रेनिंग लेकर मैदान में उतरेगी। आरएसी व पुलिस विभाग में कार्यरत 480 महिला कांस्टेबल को पिछले साल हाडी रानी बटालियन के लिए चयनित किया गया था। नौ महीने पूर्व आरपीटीसी में इनकी ट्रेनिंग शुरू हुई थी।
इस दौरान इन्हें अति आधुनिक हथियारों के संचालन और फायरिंग की ट्रेनिंग दी गई और दंगों व उपद्रव से निपटने, आपदा प्रबंधन, मार्शल आर्ट सहित हर हालात का मुकाबला करने के गुर सिखाए गए। आरपीटीसी के आईजी सुधाकर जौहरी ने बताया कि हाडी रानी बटालियन की ट्रेनिंग पूरी हो गई है। अभी फायरिंग की परीक्षा चल रही है। अगले माह बटालियन की दीक्षांत परेड का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यहां से महिला बटालियन बीएसएफ से बॉर्डर पर और सीआरपीएफ या किसी अन्य अर्ध सैनिक बल से आतंकवादियों व नक्सलियों से मुकाबला करने की विशेष ट्रेनिंग हासिल करेगी।
किसी भी प्रांत में हो सकेगी तैनातगी
हाडी रानी बटालियन इंडिया रिजर्व बटालियन है। देश भर मंे पुलिस महकमे की इस पहली महिला आम्र्ड बटालियन की तैनातगी किसी भी प्रांत में आतंरिक सुरक्षा के लिए जाएगी।
अजमेर में रहेगा मुख्यालय
हाडी रानी बटालियन का मुख्यालय अजमेर रहेगा। इस मुख्यालय के भवन का निर्माण चल रहा है। अर्ध सैनिक बल से ट्रेनिंग हासिल करने के बाद इस बटालियन की पांच कंपनियों को अलग-अलग जगह तैनात किया जाएगा।
देश की पहली महिला आर्म्ड बटालियन ने जोधपुर स्थित राजस्थान पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में अपनी ट्रेनिंग पूरी कर ली है। पांच कंपनियों की सितंबर के पहले सप्ताह में होने वाले दीक्षांत परेड के बाद विधिवत रूप से हाडी रानी बटालियन अस्तित्व में आ जाएगी। इसके बाद बटालियन बीएसएफ और सीआरपीएफ से आतंकवादियों से निपटने की विशेष ट्रेनिंग लेकर मैदान में उतरेगी। आरएसी व पुलिस विभाग में कार्यरत 480 महिला कांस्टेबल को पिछले साल हाडी रानी बटालियन के लिए चयनित किया गया था। नौ महीने पूर्व आरपीटीसी में इनकी ट्रेनिंग शुरू हुई थी।
इस दौरान इन्हें अति आधुनिक हथियारों के संचालन और फायरिंग की ट्रेनिंग दी गई और दंगों व उपद्रव से निपटने, आपदा प्रबंधन, मार्शल आर्ट सहित हर हालात का मुकाबला करने के गुर सिखाए गए। आरपीटीसी के आईजी सुधाकर जौहरी ने बताया कि हाडी रानी बटालियन की ट्रेनिंग पूरी हो गई है। अभी फायरिंग की परीक्षा चल रही है। अगले माह बटालियन की दीक्षांत परेड का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यहां से महिला बटालियन बीएसएफ से बॉर्डर पर और सीआरपीएफ या किसी अन्य अर्ध सैनिक बल से आतंकवादियों व नक्सलियों से मुकाबला करने की विशेष ट्रेनिंग हासिल करेगी।
किसी भी प्रांत में हो सकेगी तैनातगी
हाडी रानी बटालियन इंडिया रिजर्व बटालियन है। देश भर मंे पुलिस महकमे की इस पहली महिला आम्र्ड बटालियन की तैनातगी किसी भी प्रांत में आतंरिक सुरक्षा के लिए जाएगी।
अजमेर में रहेगा मुख्यालय
हाडी रानी बटालियन का मुख्यालय अजमेर रहेगा। इस मुख्यालय के भवन का निर्माण चल रहा है। अर्ध सैनिक बल से ट्रेनिंग हासिल करने के बाद इस बटालियन की पांच कंपनियों को अलग-अलग जगह तैनात किया जाएगा।
गैर अनुदानित शिक्षण संस्थाओं में छात्रसंघ चुनाव पर रोक
जोधपुर. राजस्थान हाईकोर्ट ने गैर अनुदानित शिक्षण संस्थाओं में छात्रसंघ चुनाव पर रोक लगाते हुए शिक्षा सचिव, कॉलेज शिक्षा आयुक्त व मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है।
यह आदेश न्यायाधीश गोविंद माथुर ने बांसवाड़ा जिले में सज्जनगढ़ स्थित श्री योगेश्वर कॉलेज व दस अन्य निजी कॉलेजों की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई के तहत दिए हैं। याचिकाकर्ताओं की ओर से पैरवी करते हुए अधिवक्ता विनीत कुमार माथुर ने कहा कि बांसवाड़ा व डूंगरपुर जिलों के गैर अनुदानित कॉलेज मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर से संबद्ध है। राज्य सरकार ने इस वर्ष 25 जून को एक अधिसूचना जारी कर राज्य के सभी विश्वविद्यालयों व कॉलेजों में लिंगदोह कमेटी की अनुशंसा के अनुसार छात्रसंघ चुनाव कराने के निर्देश दिए।
माथुर का कहना था कि गैर अनुदानित संस्थाओं को इस अधिसूचना के तहत चुनाव कराने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता। उच्चतम न्यायालय ने समय-समय पर अपने निर्णयों में कहा है कि चुनाव मौलिक अधिकार नहीं हो कर केवल कानूनी अधिकार है। ये संस्थाएं उन्हीं आदेशों को मानने के लिए बाध्य है जो शिक्षण कार्य से संबंधित हों। चुनाव का अधिकार शिक्षा के अधिकार का हिस्सा नहीं है, इसलिए राज्य सरकार इन संस्थाओं को छात्रसंघ चुनाव करवाने के लिए बाध्य नहीं कर सकती।
यह आदेश न्यायाधीश गोविंद माथुर ने बांसवाड़ा जिले में सज्जनगढ़ स्थित श्री योगेश्वर कॉलेज व दस अन्य निजी कॉलेजों की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई के तहत दिए हैं। याचिकाकर्ताओं की ओर से पैरवी करते हुए अधिवक्ता विनीत कुमार माथुर ने कहा कि बांसवाड़ा व डूंगरपुर जिलों के गैर अनुदानित कॉलेज मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर से संबद्ध है। राज्य सरकार ने इस वर्ष 25 जून को एक अधिसूचना जारी कर राज्य के सभी विश्वविद्यालयों व कॉलेजों में लिंगदोह कमेटी की अनुशंसा के अनुसार छात्रसंघ चुनाव कराने के निर्देश दिए।
माथुर का कहना था कि गैर अनुदानित संस्थाओं को इस अधिसूचना के तहत चुनाव कराने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता। उच्चतम न्यायालय ने समय-समय पर अपने निर्णयों में कहा है कि चुनाव मौलिक अधिकार नहीं हो कर केवल कानूनी अधिकार है। ये संस्थाएं उन्हीं आदेशों को मानने के लिए बाध्य है जो शिक्षण कार्य से संबंधित हों। चुनाव का अधिकार शिक्षा के अधिकार का हिस्सा नहीं है, इसलिए राज्य सरकार इन संस्थाओं को छात्रसंघ चुनाव करवाने के लिए बाध्य नहीं कर सकती।
Thursday, August 12, 2010
यूनिवर्सिटी पर चढऩे लगा चुनावी रंग
छात्र संगठनों की चुनावी रैलियों का दौर जारी
जोधपुर। जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव को लेकर रैलियों का दौर जारी है। बुधवार को भी कुछ छात्रनेताओं ने रैलियां निकाल की अपनी दावेदारी मजबूत की। बुधवार को न्यू कैंपस के सामने से सैंकड़ों दुपहिया व चार पहिया वाहनों के लवाजमे के साथ छात्रनेताओं ने रैली निकाली। छात्रनेता व उनके समर्थक नारेबाजी करते हुए कई महत्वपूर्ण मार्गों से होते हुए ओल्ड कैंपस पहुंचे। वहां भी उन्होंने जम कर नारेबाजी की।
ओल्ड कैंपस में सभा
जेएनवीयू के एक छात्रनेता ने ओल्ड कैंपस में अधिकारियों से स्वीकृति लेकर एक सभा को संबोधित किया। इस छात्रनेता ने अपनी दावेदारी को साबित करने के लिए विद्यार्थियों के समक्ष अपना पक्ष रखा।
प्रोक्टर्स की बैठक शीघ्र
जेएनवीयू में छात्रसंघ चुनावों के मद्देनजर विश्वविद्यालय के विभिन्न प्रोक्टर्स की बैठक चीफ प्रोक्टर प्रो. एसएस शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित होगी। इस बैठक में चुनाव आचार संहिता व छात्रसंघ चुनाव से जुड़ी व्यवस्थाओं के संबंध में विचार विमर्श होगा।
निजी कॉलेजों को आग्रह पत्र
जेएनवीयू छात्रसंघ चुनाव के मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रो. देवेंद्र मोहन व अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. नरेश व्यास की ओर से निजी कॉलेजों को पत्र भेजकर छात्रसंघ चुनाव में 5-5 शिक्षक भेजने का आग्रह किया गया है। इन कॉलेजों में लाचू मेमोरियल कॉलेज, महिला पीजी महाविद्यालय, पुष्टिकर महाविद्यालय व व्यास बीएड कॉलेज को शामिल किया गया है।
जोधपुर। जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव को लेकर रैलियों का दौर जारी है। बुधवार को भी कुछ छात्रनेताओं ने रैलियां निकाल की अपनी दावेदारी मजबूत की। बुधवार को न्यू कैंपस के सामने से सैंकड़ों दुपहिया व चार पहिया वाहनों के लवाजमे के साथ छात्रनेताओं ने रैली निकाली। छात्रनेता व उनके समर्थक नारेबाजी करते हुए कई महत्वपूर्ण मार्गों से होते हुए ओल्ड कैंपस पहुंचे। वहां भी उन्होंने जम कर नारेबाजी की।
ओल्ड कैंपस में सभा
जेएनवीयू के एक छात्रनेता ने ओल्ड कैंपस में अधिकारियों से स्वीकृति लेकर एक सभा को संबोधित किया। इस छात्रनेता ने अपनी दावेदारी को साबित करने के लिए विद्यार्थियों के समक्ष अपना पक्ष रखा।
प्रोक्टर्स की बैठक शीघ्र
जेएनवीयू में छात्रसंघ चुनावों के मद्देनजर विश्वविद्यालय के विभिन्न प्रोक्टर्स की बैठक चीफ प्रोक्टर प्रो. एसएस शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित होगी। इस बैठक में चुनाव आचार संहिता व छात्रसंघ चुनाव से जुड़ी व्यवस्थाओं के संबंध में विचार विमर्श होगा।
निजी कॉलेजों को आग्रह पत्र
जेएनवीयू छात्रसंघ चुनाव के मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रो. देवेंद्र मोहन व अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. नरेश व्यास की ओर से निजी कॉलेजों को पत्र भेजकर छात्रसंघ चुनाव में 5-5 शिक्षक भेजने का आग्रह किया गया है। इन कॉलेजों में लाचू मेमोरियल कॉलेज, महिला पीजी महाविद्यालय, पुष्टिकर महाविद्यालय व व्यास बीएड कॉलेज को शामिल किया गया है।
मरीज की जान पर भारी मनमानी
जोधपुर. सरकारी अस्पताल में डॉक्टर और नर्सिग स्टाफ की मनमानी मरीजों की जान पर भारी पड़ रही है। मंगलवार को निजी ब्लड बैंक से लाया ब्लड पीलिया की एक मरीज को चढ़ाने से मना कर दिया जबकि पहले भी सरकारी अस्पताल में रजिस्टर्ड निजी ब्लड बैंकों से लाया गया ब्लड मरीजों को चढ़ाया जाता रहा है।
जागरूक पाठक की सूचना पर डीबी स्टार टीम मौके पर पहुंची तब तक परिजन मरीज कमला चौधरी को डिस्चार्ज करवाकर निजी अस्पताल ले जा चुके थे। टीम निजी अस्पताल पहुंची तो वहां कमला को ब्लड चढ़ाया जा रहा था। ओसियां के खारी गांव की कमला चौधरी को पीलिया होने पर एमडीएम अस्पताल लाया गया था। वार्ड में डॉक्टर्स ने परिजनों को ए नेगेटिव ब्लड की तीन यूनिट व्यवस्था करने की पर्ची दी। इस ग्रुप का ब्लड अस्पताल की ब्लड बैंक में नहीं था। इस पर परिजनों को अन्य जगह से ब्लड की व्यवस्था करने को कहा गया।
परिजन महात्मा गांधी अस्पताल और उम्मेद अस्पताल की ब्लड बैंक पहुंचे। लेकिन वहां भी उन्हें ए नेगेटिव ब्लड नहीं होने का कहते हुए वापस भेज दिया गया। परेशान परिजन निजी क्षेत्र की ब्लड बैंक में गए और एक यूनिट ब्लड लेकर तुरंत अस्पताल पहुंचे। वहां मौजूद डॉक्टर दिनेश सैनी से तुरंत यह ब्लड मरीज को चढ़ाने के लिए कहा। लेकिन सैनी ने नियमों का हवाला देते हुए उन्हें एमडीएम अस्पताल की ब्लड बैंक से वेरीफाई करवाने के लिए भेज दिया। मंगलवार अपराह्न् करीब 4 बजे ब्लड बैंक में ड्यूटी कर रहे कर्मचारियों ने निजी ब्लड बैंक से लाए ब्लड को वेरीफाई करने से ही इनकार कर दिया।
कर्मचारियों ने परेशान हो चुके परिजनों की एक नहीं सुनी। इधर मरीज की हालत खराब होती जा रही थी। परिजनों ने डॉक्टरों और नर्सिग स्टाफ से हाथ जोड़कर प्रार्थना की कि मरीज को यह ब्लड चढ़ा दें लेकिन वे अपनी बात पर अड़े रहे। इस पर चिंतित परिजन कमला को डिस्चार्ज करवाकर पावटा क्षेत्र के निजी अस्पताल ले गए। वहां वही ब्लड जांच के बाद चढ़ाया गया तब मंगलवार देर रात कमला की तबीयत में सुधार हो पाया। टीम ने तहकीकात को पता चला कि पहले भी सरकारी अस्पतालों में रजिस्टर्ड निजी ब्लड बैंकों से लाया ब्लड चढ़ाया जाता रहा है हालांकि जिम्मेदारों ने कहा कि यह ड्यूटी डॉक्टर पर निर्भर करता है कि वह मरीज को यह ब्लड चढ़ाए या नहीं।
निजी ब्लड बैंक का ब्लड लेने में परेशानी नहीं
रजिस्टर्ड निजी ब्लड बैंक से लाए हुए ब्लड को सरकारी अस्पताल में चढ़ाया जा सकता है। वैसे हम हमारे द्वारा लिए हुए ब्लड को ही ज्यादा सुरक्षित मानते हैं। ब्लड चढ़ाने का अंतिम निर्णय संबंधित डॉक्टर का होता है। अगर डॉक्टर को लगता है कि मरीज की स्थिति क्रिटिकल है तो वह निजी ब्लड बैंक का ब्लड भी चढ़ाता है। निर्णय परिस्थिति के अनुसार लिया जाता है। - डॉ. एसएन चावला, इंचार्ज, पैथोलॉजी विभाग, डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज
कमला को सोमवार को भर्ती करवाया गया। उसको पीलिया हो गया था। मंगलवार को उनके परिजनों को ए नेगेटिव ब्लड लाने के लिए कहा गया। वे निजी ब्लड बैंक से ब्लड लेकर सीधे हमारे पास आ गए। हमने उन्हें कहा कि नियमों के अनुसार ब्लड बैंक में ब्लड जमा होने व आवश्यक जांच के बाद ही मरीज को चढ़ाया जा सकता है। इसमें हम क्या कर सकते हैं? - डॉ. दिनेश सैनी, मेडिकल वार्ड में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर
ड्यूटी डॉक्टर ही तय करता है
ब्लड क्यूं नहीं चढ़ाया, इसकी जानकारी भी वे ही दे पाएंगे। जहां तक होता है, हम अस्पताल में डोनेट हुए ब्लड को ही प्रिफर करते हैं। आप जिस केस की बात कर रहे हैं, उसकी जानकारी मुझे नहीं है। वैसे वार्ड में अगर किसी मरीज को ब्लड चाहिए और वह ग्रुप अस्पताल में नहीं है तो ब्लड लाने का निर्णय वार्ड में ड्यूटी दे रहे डॉक्टर को ही करना होता है। - डॉ. आशा पुरोहित, इंचार्ज, एमडीएम अस्पताल ब्लड बैंक
हम क्रॉसमैच और टेस्टेड ब्लड ही देते हैं
हमारे यहां से सरकारी ब्लड बैंक में ब्लड काफी समय से जाता रहा है और वहां पर चढ़ाया भी जाता है। हम यहां पर क्रॉसमैच और टेस्ट किया हुआ ब्लड ही देते हैं जिसे मरीज को चढ़ाया जा सकता है। - एसआर मेहता, संचालक, पारस ब्लड बैंक
हालत गंभीर हो गई थी
पत्नी की तबीयत गंभीर थी। ए नेगेटिव ब्लड के लिए तीनों अस्पतालों में भटके, लेकिन इस ग्रुप का ब्लड नहीं मिला तब एक निजी ब्लड बैंक में डोनेट करवाकर व्यवस्था की। एमडीएम अस्पताल के कर्मचारियों ने इस ब्लड को लेने से ही मना कर दिया। - मेहराम चौधरी, मरीज कमला के पति
जागरूक पाठक की सूचना पर डीबी स्टार टीम मौके पर पहुंची तब तक परिजन मरीज कमला चौधरी को डिस्चार्ज करवाकर निजी अस्पताल ले जा चुके थे। टीम निजी अस्पताल पहुंची तो वहां कमला को ब्लड चढ़ाया जा रहा था। ओसियां के खारी गांव की कमला चौधरी को पीलिया होने पर एमडीएम अस्पताल लाया गया था। वार्ड में डॉक्टर्स ने परिजनों को ए नेगेटिव ब्लड की तीन यूनिट व्यवस्था करने की पर्ची दी। इस ग्रुप का ब्लड अस्पताल की ब्लड बैंक में नहीं था। इस पर परिजनों को अन्य जगह से ब्लड की व्यवस्था करने को कहा गया।
परिजन महात्मा गांधी अस्पताल और उम्मेद अस्पताल की ब्लड बैंक पहुंचे। लेकिन वहां भी उन्हें ए नेगेटिव ब्लड नहीं होने का कहते हुए वापस भेज दिया गया। परेशान परिजन निजी क्षेत्र की ब्लड बैंक में गए और एक यूनिट ब्लड लेकर तुरंत अस्पताल पहुंचे। वहां मौजूद डॉक्टर दिनेश सैनी से तुरंत यह ब्लड मरीज को चढ़ाने के लिए कहा। लेकिन सैनी ने नियमों का हवाला देते हुए उन्हें एमडीएम अस्पताल की ब्लड बैंक से वेरीफाई करवाने के लिए भेज दिया। मंगलवार अपराह्न् करीब 4 बजे ब्लड बैंक में ड्यूटी कर रहे कर्मचारियों ने निजी ब्लड बैंक से लाए ब्लड को वेरीफाई करने से ही इनकार कर दिया।
कर्मचारियों ने परेशान हो चुके परिजनों की एक नहीं सुनी। इधर मरीज की हालत खराब होती जा रही थी। परिजनों ने डॉक्टरों और नर्सिग स्टाफ से हाथ जोड़कर प्रार्थना की कि मरीज को यह ब्लड चढ़ा दें लेकिन वे अपनी बात पर अड़े रहे। इस पर चिंतित परिजन कमला को डिस्चार्ज करवाकर पावटा क्षेत्र के निजी अस्पताल ले गए। वहां वही ब्लड जांच के बाद चढ़ाया गया तब मंगलवार देर रात कमला की तबीयत में सुधार हो पाया। टीम ने तहकीकात को पता चला कि पहले भी सरकारी अस्पतालों में रजिस्टर्ड निजी ब्लड बैंकों से लाया ब्लड चढ़ाया जाता रहा है हालांकि जिम्मेदारों ने कहा कि यह ड्यूटी डॉक्टर पर निर्भर करता है कि वह मरीज को यह ब्लड चढ़ाए या नहीं।
निजी ब्लड बैंक का ब्लड लेने में परेशानी नहीं
रजिस्टर्ड निजी ब्लड बैंक से लाए हुए ब्लड को सरकारी अस्पताल में चढ़ाया जा सकता है। वैसे हम हमारे द्वारा लिए हुए ब्लड को ही ज्यादा सुरक्षित मानते हैं। ब्लड चढ़ाने का अंतिम निर्णय संबंधित डॉक्टर का होता है। अगर डॉक्टर को लगता है कि मरीज की स्थिति क्रिटिकल है तो वह निजी ब्लड बैंक का ब्लड भी चढ़ाता है। निर्णय परिस्थिति के अनुसार लिया जाता है। - डॉ. एसएन चावला, इंचार्ज, पैथोलॉजी विभाग, डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज
कमला को सोमवार को भर्ती करवाया गया। उसको पीलिया हो गया था। मंगलवार को उनके परिजनों को ए नेगेटिव ब्लड लाने के लिए कहा गया। वे निजी ब्लड बैंक से ब्लड लेकर सीधे हमारे पास आ गए। हमने उन्हें कहा कि नियमों के अनुसार ब्लड बैंक में ब्लड जमा होने व आवश्यक जांच के बाद ही मरीज को चढ़ाया जा सकता है। इसमें हम क्या कर सकते हैं? - डॉ. दिनेश सैनी, मेडिकल वार्ड में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर
ड्यूटी डॉक्टर ही तय करता है
ब्लड क्यूं नहीं चढ़ाया, इसकी जानकारी भी वे ही दे पाएंगे। जहां तक होता है, हम अस्पताल में डोनेट हुए ब्लड को ही प्रिफर करते हैं। आप जिस केस की बात कर रहे हैं, उसकी जानकारी मुझे नहीं है। वैसे वार्ड में अगर किसी मरीज को ब्लड चाहिए और वह ग्रुप अस्पताल में नहीं है तो ब्लड लाने का निर्णय वार्ड में ड्यूटी दे रहे डॉक्टर को ही करना होता है। - डॉ. आशा पुरोहित, इंचार्ज, एमडीएम अस्पताल ब्लड बैंक
हम क्रॉसमैच और टेस्टेड ब्लड ही देते हैं
हमारे यहां से सरकारी ब्लड बैंक में ब्लड काफी समय से जाता रहा है और वहां पर चढ़ाया भी जाता है। हम यहां पर क्रॉसमैच और टेस्ट किया हुआ ब्लड ही देते हैं जिसे मरीज को चढ़ाया जा सकता है। - एसआर मेहता, संचालक, पारस ब्लड बैंक
हालत गंभीर हो गई थी
पत्नी की तबीयत गंभीर थी। ए नेगेटिव ब्लड के लिए तीनों अस्पतालों में भटके, लेकिन इस ग्रुप का ब्लड नहीं मिला तब एक निजी ब्लड बैंक में डोनेट करवाकर व्यवस्था की। एमडीएम अस्पताल के कर्मचारियों ने इस ब्लड को लेने से ही मना कर दिया। - मेहराम चौधरी, मरीज कमला के पति
‘गिरधर’ का फैसला जयपुर में
जोधपुर. नई सड़क स्थित गिरधर मंदिर की जमीन का विवाद अब राज्य सरकार ने अपने यहां तलब कर लिया है। सरकार ने इसकी सुनवाई के लिए स्वायत्त शासन विभाग के निदेशक एवं शासन उपसचिव को अधिकृत किया है। इसके अलावा संभाग के 16 अन्य प्रकरणों की सुनवाई भी अब जयपुर में होगी।
इन सभी मामलों की सुनवाई संभागीय आयुक्त सुदर्शन सेठी कर रहे थे। सरकार के निर्देश के बाद ये सभी प्रकरण जयपुर भिजवा दिए गए हैं। गिरधर मंदिर सिनेमा हाल की जगह अब मॉल निर्माण का कार्य चल रहा है। विवाद यह है कि यह जमीन सिनेमा हाल संचालकों को वार्षिक रेंट पर आबंटित की गई थी, लेकिन बाद में नगर निगम ने भू-उपयोग परिवर्तन कर दिया। इससे राज्य सरकार को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा था। बहुचर्चित प्रकरण की सुनवाई अब राज्य स्तर पर होगी।
गौरतलब है कि भू-उपयोग परिवर्तन में कथित अनियमितताओं एवं सरकार को आर्थिक नुकसान पहुंचाने संबंधी मामले में एसीबी भी अनुसंधान कर रही है। इसमें निगम के कई तत्कालीन अधिकारी घेरे में हैं। राज्य सरकार ने संभागीय आयुक्त कोर्ट में विचाराधीन जोधपुर नगर निगम, पाली, फलौदी, बालोतरा और जैसलमेर निकाय के 17 प्रकरण राजस्थान नगर पालिका अधिनियम की धारा 300 के तहत स्वायत शासन विभाग के निदेशक को भेजने के निर्देश दिए हैं। इसकी पालना में सेठी ने सभी प्रकरण बीते दिनों जयपुर भिजवा दिए।
प्रकरण : जेडीए बनाम नगर निगम, जोधपुर
गिरधर मंदिर सिनेमा की जमीन का भू-उपयोग परिवर्तन एवं वहां मॉल निर्माण का मामला। तत्कालीन नगर सुधार न्यास ने यह भूखंड सिनेमा हाल के लिए उसके संचालकों को वार्षिक रेंट पर दिया था। 29 जनवरी, 2004 में नगर निगम ने जमीन का भू-उपयोग परिवर्तन का प्रस्ताव पारित कर दिया। निगम को इसका अधिकार ही नहीं था। परिवर्तन में भी निगम को करीब 97 लाख रुपए का आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा। मालिकों ने सिनेमा हाल को तोड़कर मॉल का निर्माण शुरू कर दिया। तत्कालीन संभागीय आयुक्त संदीप वर्मा ने निर्माण पर रोक लगा थी, लेकिन प्रकरण में अभी सुनवाई जारी थी।
राज्य सरकार के निर्देश पर हमारे यहां विचारधीन 17 मामलों की पत्रावली आगे की सुनवाई के लिए स्वायत्त शासन विभाग के निदेशक व उप शासन सचिव, जयपुर को भिजवा दिए हैं। - सुदर्शन सेठी, संभागीय आयुक्त, जोधपुर
इन सभी मामलों की सुनवाई संभागीय आयुक्त सुदर्शन सेठी कर रहे थे। सरकार के निर्देश के बाद ये सभी प्रकरण जयपुर भिजवा दिए गए हैं। गिरधर मंदिर सिनेमा हाल की जगह अब मॉल निर्माण का कार्य चल रहा है। विवाद यह है कि यह जमीन सिनेमा हाल संचालकों को वार्षिक रेंट पर आबंटित की गई थी, लेकिन बाद में नगर निगम ने भू-उपयोग परिवर्तन कर दिया। इससे राज्य सरकार को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा था। बहुचर्चित प्रकरण की सुनवाई अब राज्य स्तर पर होगी।
गौरतलब है कि भू-उपयोग परिवर्तन में कथित अनियमितताओं एवं सरकार को आर्थिक नुकसान पहुंचाने संबंधी मामले में एसीबी भी अनुसंधान कर रही है। इसमें निगम के कई तत्कालीन अधिकारी घेरे में हैं। राज्य सरकार ने संभागीय आयुक्त कोर्ट में विचाराधीन जोधपुर नगर निगम, पाली, फलौदी, बालोतरा और जैसलमेर निकाय के 17 प्रकरण राजस्थान नगर पालिका अधिनियम की धारा 300 के तहत स्वायत शासन विभाग के निदेशक को भेजने के निर्देश दिए हैं। इसकी पालना में सेठी ने सभी प्रकरण बीते दिनों जयपुर भिजवा दिए।
प्रकरण : जेडीए बनाम नगर निगम, जोधपुर
गिरधर मंदिर सिनेमा की जमीन का भू-उपयोग परिवर्तन एवं वहां मॉल निर्माण का मामला। तत्कालीन नगर सुधार न्यास ने यह भूखंड सिनेमा हाल के लिए उसके संचालकों को वार्षिक रेंट पर दिया था। 29 जनवरी, 2004 में नगर निगम ने जमीन का भू-उपयोग परिवर्तन का प्रस्ताव पारित कर दिया। निगम को इसका अधिकार ही नहीं था। परिवर्तन में भी निगम को करीब 97 लाख रुपए का आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा। मालिकों ने सिनेमा हाल को तोड़कर मॉल का निर्माण शुरू कर दिया। तत्कालीन संभागीय आयुक्त संदीप वर्मा ने निर्माण पर रोक लगा थी, लेकिन प्रकरण में अभी सुनवाई जारी थी।
राज्य सरकार के निर्देश पर हमारे यहां विचारधीन 17 मामलों की पत्रावली आगे की सुनवाई के लिए स्वायत्त शासन विभाग के निदेशक व उप शासन सचिव, जयपुर को भिजवा दिए हैं। - सुदर्शन सेठी, संभागीय आयुक्त, जोधपुर
प्लास्टिक कैरी बैग प्रतिबंधित, पैकेजिंग नहीं
जोधपुर. राज्य सरकार ने प्लास्टिक के कैरी बैग पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया है, पैकेजिंग पर नहीं। अगर कोई विक्रेता खाद्य पदाथोर्ं की पैकेजिंग कर देता है तो इस पर रोक नहीं होगी। बीस माइक्रोन तक के प्लास्टिक की बनी पॉलीथिन में विक्रेता स्वनिर्मित खाद्य सामग्री पैकेजिंग कर बेच सकता है।
राज्य प्रदूषण मंडल के क्षेत्रीय अधिकारी बीआर पंवार ने बताया कि सरकार की ओर से 28 जुलाई को जारी किए गए नए आदेश में स्पष्ट है कि खाद्य सामग्री, दूध व नर्सरी में उन्नत पौधों की पैकेजिंग के लिए प्रयुक्त पॉलीथिन कैरी बैग की श्रेणी में नहीं आएगा। जांच कार्य में लगे विभागीय कर्मचारी ऐसे विक्रेताओं के खिलाफ कार्रवाई नहीं करेंगे। प्लास्टिक कैरी बैग का उपयोग करने पर पर्यावरण संरक्षण अधिनियम 1986 की धारा 15 सहपठित धारा 19 के अंतर्गत सक्षम न्यायालय में परिवाद प्रस्तुत किया जा सकेगा।
कैरी बैग की श्रेणी में ये भी
थर्मो प्लास्टिक, हैंडल कटे प्लास्टिक, कैरी बैग व नॉन वूवन प्लास्टिक भी प्लास्टिक कैरी बैग की श्रेणी में आते हैं।
इसका उपयोग करें
कपड़े की थैली, सेल्युलोज से निर्मित थैले, कागज के थैले, कैनवास बैग, जूट बैग अथवाकॉयर सामग्री से बने थैले।
असमंजस की स्थिति
कैरी बैग पर प्रतिबंध की घोषणा के बाद प्रशासन के निर्देश पर विभिन्न विभागों की टीम गठित की गई है। टीम में शामिल विभागों के ज्यादातर सदस्यों को कौनसी पॉलीथिन प्रतिबंध में आती है और कौनसी नहीं, इसका पूरा नॉलेज नहीं होने से असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
अधिसूचना में यह उल्लेख
राज्य सरकार ने पर्यावरण संरक्षण अधिनियम 1986 की धारा 5 के अंतर्गत राज्य में प्लास्टिक कैरी बैग के निर्माण, भंडारण, आयात, विक्रय एवं परिवहन को एक अगस्त से प्रतिबंधित कर दिया है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एवं कलेक्टरों को इसकी पालना करने को अधिकृत किया है।
राज्य प्रदूषण मंडल के क्षेत्रीय अधिकारी बीआर पंवार ने बताया कि सरकार की ओर से 28 जुलाई को जारी किए गए नए आदेश में स्पष्ट है कि खाद्य सामग्री, दूध व नर्सरी में उन्नत पौधों की पैकेजिंग के लिए प्रयुक्त पॉलीथिन कैरी बैग की श्रेणी में नहीं आएगा। जांच कार्य में लगे विभागीय कर्मचारी ऐसे विक्रेताओं के खिलाफ कार्रवाई नहीं करेंगे। प्लास्टिक कैरी बैग का उपयोग करने पर पर्यावरण संरक्षण अधिनियम 1986 की धारा 15 सहपठित धारा 19 के अंतर्गत सक्षम न्यायालय में परिवाद प्रस्तुत किया जा सकेगा।
कैरी बैग की श्रेणी में ये भी
थर्मो प्लास्टिक, हैंडल कटे प्लास्टिक, कैरी बैग व नॉन वूवन प्लास्टिक भी प्लास्टिक कैरी बैग की श्रेणी में आते हैं।
इसका उपयोग करें
कपड़े की थैली, सेल्युलोज से निर्मित थैले, कागज के थैले, कैनवास बैग, जूट बैग अथवाकॉयर सामग्री से बने थैले।
असमंजस की स्थिति
कैरी बैग पर प्रतिबंध की घोषणा के बाद प्रशासन के निर्देश पर विभिन्न विभागों की टीम गठित की गई है। टीम में शामिल विभागों के ज्यादातर सदस्यों को कौनसी पॉलीथिन प्रतिबंध में आती है और कौनसी नहीं, इसका पूरा नॉलेज नहीं होने से असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
अधिसूचना में यह उल्लेख
राज्य सरकार ने पर्यावरण संरक्षण अधिनियम 1986 की धारा 5 के अंतर्गत राज्य में प्लास्टिक कैरी बैग के निर्माण, भंडारण, आयात, विक्रय एवं परिवहन को एक अगस्त से प्रतिबंधित कर दिया है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड एवं कलेक्टरों को इसकी पालना करने को अधिकृत किया है।
विधायक सूर्यकांता व्यास सीसीयू में भर्ती
जोधपुर. सूरसागर विधायक सूर्यकांता व्यास ‘जीजी’ को बुधवार सुबह तबीयत बिगड़ने पर मथुरादास माथुर अस्पताल के सीसीयू में भर्ती करवाया गया।
यहां हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. संजीव सांघवी ने उनके स्वास्थ्य की जांच की। डॉ. सांघवी ने बताया कि उपचार शुरू होने के बाद उनके स्वास्थ्य में सुधार है। दो-तीन दिन आराम की सलाह दी है। इधर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने फोन कर विधायक के परिजनों से बात कर कुशलक्षेम पूछी। साथ ही उपचार की जानकारी ली।
महापौर रामेश्वर दाधीच भी अस्पताल पहुंचे। विधायक के निजी सहायक ने बताया कि बुधवार अलसुबह घबराहट के बाद उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने लगी। इसके बाद उन्हें एमडीएम अस्पताल में भर्ती करवाया गया। विधायक के अस्पताल में भर्ती होने की जानकारी मिलने पर भाजपा नेता व करयकर्ता अस्पताल पहुंचे
यहां हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. संजीव सांघवी ने उनके स्वास्थ्य की जांच की। डॉ. सांघवी ने बताया कि उपचार शुरू होने के बाद उनके स्वास्थ्य में सुधार है। दो-तीन दिन आराम की सलाह दी है। इधर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने फोन कर विधायक के परिजनों से बात कर कुशलक्षेम पूछी। साथ ही उपचार की जानकारी ली।
महापौर रामेश्वर दाधीच भी अस्पताल पहुंचे। विधायक के निजी सहायक ने बताया कि बुधवार अलसुबह घबराहट के बाद उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने लगी। इसके बाद उन्हें एमडीएम अस्पताल में भर्ती करवाया गया। विधायक के अस्पताल में भर्ती होने की जानकारी मिलने पर भाजपा नेता व करयकर्ता अस्पताल पहुंचे
जोशी की चुनाव याचिका पर सुनवाई 25 से
जोधपुर. पिछले विधानसभा चुनाव में नाथद्वारा क्षेत्र से एक वोट से हारे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री सीपी जोशी की चुनाव याचिका पर सुनवाई के तहत 25 अगस्त से हाईकोर्ट में गवाहों के बयान फिर शुरू होंगे।
इससे पहले 3 अगस्त को न्यायाधीश प्रकाश टाटिया के समक्ष प्रार्थी की ओर से गवाही शुरू हुई थी, लेकिन अप्रार्थी नाथद्वारा विधायक कल्याणसिंह के वकील लेखराज मेहता की पत्नी का निधन हो जाने से सुनवाई स्थगित कर दी गई थी। अब तक याचिकाकर्ता जोशी सहित उनके एक और गवाह के रूप में कोठारिया गांव के बूथ संख्या 40 के मतदान अधिकारी अमरसिंह मीणा की गवाही पूरी हो चुकी है। जोशी की ओर से अब उनके पोलिंग एजेंट रायसिंह व सूर्यवीर सिंह की गवाही होगी। याचिकाकर्ता की ओर से 10 गवाहों की सूची दी हुई है, जबकि अप्रार्थी कल्याणसिंह की ओर से 57 गवाहों की सूची पेश की गई है।
इससे पहले 3 अगस्त को न्यायाधीश प्रकाश टाटिया के समक्ष प्रार्थी की ओर से गवाही शुरू हुई थी, लेकिन अप्रार्थी नाथद्वारा विधायक कल्याणसिंह के वकील लेखराज मेहता की पत्नी का निधन हो जाने से सुनवाई स्थगित कर दी गई थी। अब तक याचिकाकर्ता जोशी सहित उनके एक और गवाह के रूप में कोठारिया गांव के बूथ संख्या 40 के मतदान अधिकारी अमरसिंह मीणा की गवाही पूरी हो चुकी है। जोशी की ओर से अब उनके पोलिंग एजेंट रायसिंह व सूर्यवीर सिंह की गवाही होगी। याचिकाकर्ता की ओर से 10 गवाहों की सूची दी हुई है, जबकि अप्रार्थी कल्याणसिंह की ओर से 57 गवाहों की सूची पेश की गई है।
आंतकवादियों की घुसपैठ की आशंका
जोधपुर. पाकिस्तान से सटी राजस्थान सीमा से आतंकवादियों की घुसपैठ की आशंका को देखते हुए बीएसएफ के जवानों को अलर्ट किया गया है। खुफिया एजेंसियों को आशंका है कि जम्मू-कश्मीर में सख्ती के चलते राजस्थान की सीमा से आतंकवादी देश में प्रवेश कर सकते हैं।
खुफिया एजेंसियों के 15 अगस्त को किसी विध्वंसकारी कार्रवाई को अंजाम देने के लिए राजस्थान से सटी सीमा पर घुसपैठ की आशंका जताने पर बीएसएफ ने गंगानगर से लेकर बाड़मेर सीमा तक चौकसी बढ़ा दी है। विशेषकर अनूपगढ़ में बरसात का पानी एकत्रित होने और मुनाबाव व शाहगढ़ बल्ज इलाके में भारी बरसात के कारण तारबंदी के नीचे की मिट्टी हटने की वजह से घुसपैठ की आशंका को देखते हुए कड़ी चौकसी की जा रही है। बीएसएफ डीआईजी आरसी ध्यानी ने बताया कि खुफिया एजेंसी के अलर्ट करने पर राजस्थान सीमा पर सतर्कता बढ़ा दी गई है। बाढ़ और अतिवृष्टि से प्रभावित इलाकों में विशेष चौकसी की जा रही है।
खुफिया एजेंसियों के 15 अगस्त को किसी विध्वंसकारी कार्रवाई को अंजाम देने के लिए राजस्थान से सटी सीमा पर घुसपैठ की आशंका जताने पर बीएसएफ ने गंगानगर से लेकर बाड़मेर सीमा तक चौकसी बढ़ा दी है। विशेषकर अनूपगढ़ में बरसात का पानी एकत्रित होने और मुनाबाव व शाहगढ़ बल्ज इलाके में भारी बरसात के कारण तारबंदी के नीचे की मिट्टी हटने की वजह से घुसपैठ की आशंका को देखते हुए कड़ी चौकसी की जा रही है। बीएसएफ डीआईजी आरसी ध्यानी ने बताया कि खुफिया एजेंसी के अलर्ट करने पर राजस्थान सीमा पर सतर्कता बढ़ा दी गई है। बाढ़ और अतिवृष्टि से प्रभावित इलाकों में विशेष चौकसी की जा रही है।
Wednesday, August 11, 2010
जोधपुर में कहीं तेज, तो कहीं हल्की बरसात
बारिश होने के बाद उमस में बढ़ोतरी हो गई
जोधपुर। जोधपुर में सुबह से ही बादलों की आवाजाही के बीच बुधवार दोपहर को कहीं हल्की, तो कहंीं मध्यम दर्जे की बरसात हुई। बारिश होने के बाद उमस में बढ़ोतरी हो गई।
मारवाड़ में पिछले दो दिनों से चल रही सूर्य और बादलों की आंख-मिचौनी के बीच गर्मी फिर से लोगों को सताने लगी है। सूर्य की लुकाछिपी के बीच करीब पौने बारह बजे जोधपुर के मधुबन हाउसिंग बोर्ड, कुडी भगतासनी, सांगरिया बाईपास, बासनी, सरस्वती नगर, झालामंड़, डीजल शेड, न्यू कैंपस,शास्त्रीनगर, सरदारपुरा, जलजोग रोटरी सर्किल, भेरुजी चौराहा, पाल रोड़, जालोरी गेट, रेलवे स्टेशन रोड आदि क्षेत्र में कहीं हल्की, तो कहीं तेज बरसात हुई।
15 मिनट तक हुई बारिश से सड़कें भीग गई। काजरी के मौसम वैज्ञानिक एएस राव ने बताया कि अगले चौबीस घंटों के दौरान पश्चिमी राजस्थान के जैसलमेर और जोधपुर जिले में हल्की व मध्यम दर्जे की बरसात हो सकती है।
जोधपुर। जोधपुर में सुबह से ही बादलों की आवाजाही के बीच बुधवार दोपहर को कहीं हल्की, तो कहंीं मध्यम दर्जे की बरसात हुई। बारिश होने के बाद उमस में बढ़ोतरी हो गई।
मारवाड़ में पिछले दो दिनों से चल रही सूर्य और बादलों की आंख-मिचौनी के बीच गर्मी फिर से लोगों को सताने लगी है। सूर्य की लुकाछिपी के बीच करीब पौने बारह बजे जोधपुर के मधुबन हाउसिंग बोर्ड, कुडी भगतासनी, सांगरिया बाईपास, बासनी, सरस्वती नगर, झालामंड़, डीजल शेड, न्यू कैंपस,शास्त्रीनगर, सरदारपुरा, जलजोग रोटरी सर्किल, भेरुजी चौराहा, पाल रोड़, जालोरी गेट, रेलवे स्टेशन रोड आदि क्षेत्र में कहीं हल्की, तो कहीं तेज बरसात हुई।
15 मिनट तक हुई बारिश से सड़कें भीग गई। काजरी के मौसम वैज्ञानिक एएस राव ने बताया कि अगले चौबीस घंटों के दौरान पश्चिमी राजस्थान के जैसलमेर और जोधपुर जिले में हल्की व मध्यम दर्जे की बरसात हो सकती है।
हैंडीक्राफ्ट फैक्ट्री में भीषण आग
जोधपुर. पाली रोड स्थित एक हैंडीक्राफ्ट फैक्ट्री में मंगलवार अलसुबह भीषण आग लग गई।
इससे फर्नीचर, कंप्यूटर व अन्य उपकरण राख हो गए। नगर निगम व रीको की करीब आधा दर्जन दमकलों ने डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। जानकारी के अनुसार पाली रोड स्थित विलेज आर्ट एंड क्राफ्ट में मंगलवार सुबह करीब साढ़े तीन बजे आग लग गई। सूचना मिलने पर बासनी अग्निशमन केंद्र से तीन, शास्त्री नगर से दो तथा नागौरी गेट से एक दमकल के साथ फायरमैन बंशीदास, किशनाराम, प्रशांतसिंह व सांवलदान आदि मौके पर पहुंचे। आग लगने के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है।
इससे फर्नीचर, कंप्यूटर व अन्य उपकरण राख हो गए। नगर निगम व रीको की करीब आधा दर्जन दमकलों ने डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। जानकारी के अनुसार पाली रोड स्थित विलेज आर्ट एंड क्राफ्ट में मंगलवार सुबह करीब साढ़े तीन बजे आग लग गई। सूचना मिलने पर बासनी अग्निशमन केंद्र से तीन, शास्त्री नगर से दो तथा नागौरी गेट से एक दमकल के साथ फायरमैन बंशीदास, किशनाराम, प्रशांतसिंह व सांवलदान आदि मौके पर पहुंचे। आग लगने के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है।
स्वाइन फ्लू का रहा खौफ मास्क लगाए नजर आए लोग
जोधपुर. स्वाइन फ्लू की दस्तक के बाद फिर से लोगों में डर नजर आने लगा है। मथुरादास माथुर अस्पताल में लोग मास्क लगाए नजर आने लगे हैं। मंगलवार को एक पॉजिटिव रोगी की मौत के बाद तो आइसोलेशन वार्ड के बाहर का नजारा ही बदल गया।
डॉक्टरों के निर्देश पर मरीजों के परिजनों ने मास्क लगाना शुरू कर दिया है। इधर स्वास्थ्य विभाग भी स्वाइन फ्लू से पहली मौत के बाद सजग हो गया है। विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. अजरुनसिंह भाटी ने बताया कि संभाग के सभी सीएमएचओ को अपने-अपने क्षेत्र में स्क्रीनिंग सेंटर दोबारा शुरू करने के निर्देश दिए हैं।
इधर, मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. आरके आसेरी ने भी मंगलवार को एमडीएम अस्पताल जाकर आइसोलेशन वार्ड का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि मेडिसिन ओपीडी में संचालित स्वाइन फ्लू ओपीडी में आने वाले संदिग्ध मरीज दूसरे मरीजों को संक्रमित नहीं करें, इसके लिए ओपीडी के लिए नई जगह तलाश रहे हैं।
तीन दिन जुकाम तो टेमीफ्लू लें
मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ. अरविंद माथुर ने बताया कि स्वाइन फ्लू के मामले सामने आने के बाद बेहद सतर्क रहने की आवश्यकता है। खास तौर से जुखाम हो तो तुरंत उपचार करवाना जरूरी है। तीन दिन में अगर जुकाम में फर्क नहीं आता है तो डॉक्टर से सलाह कर टेमीफ्लू लेनी चाहिए। डॉ. माथुर ने बताया कि सभी डॉक्टरों को भी इस तरह के मामलों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। गौरतलब है कि स्वाइन फ्लू के लिए टेमीफ्लू ही एक मात्र दवाई है। इसके अलावा बाजार में टीके भी उपलब्ध हैं।
एमजीएच में सीजन डिजीज वार्ड शुरू
इधर एमजीएच में मौसमी बीमारियों के मरीजों के लिए अस्पताल प्रबंधन ने मेडिकल तीन वार्ड में दस पलंग आरक्षित करते हुए विशेष वार्ड शुरू कर दिया है। इसके लिए मंगलवार को इन दस पलंगों पर भर्ती मरीजों को दूसरी जगह शिफ्ट कर वार्ड तैयार किया गया।
डॉक्टरों के निर्देश पर मरीजों के परिजनों ने मास्क लगाना शुरू कर दिया है। इधर स्वास्थ्य विभाग भी स्वाइन फ्लू से पहली मौत के बाद सजग हो गया है। विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. अजरुनसिंह भाटी ने बताया कि संभाग के सभी सीएमएचओ को अपने-अपने क्षेत्र में स्क्रीनिंग सेंटर दोबारा शुरू करने के निर्देश दिए हैं।
इधर, मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. आरके आसेरी ने भी मंगलवार को एमडीएम अस्पताल जाकर आइसोलेशन वार्ड का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि मेडिसिन ओपीडी में संचालित स्वाइन फ्लू ओपीडी में आने वाले संदिग्ध मरीज दूसरे मरीजों को संक्रमित नहीं करें, इसके लिए ओपीडी के लिए नई जगह तलाश रहे हैं।
तीन दिन जुकाम तो टेमीफ्लू लें
मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ. अरविंद माथुर ने बताया कि स्वाइन फ्लू के मामले सामने आने के बाद बेहद सतर्क रहने की आवश्यकता है। खास तौर से जुखाम हो तो तुरंत उपचार करवाना जरूरी है। तीन दिन में अगर जुकाम में फर्क नहीं आता है तो डॉक्टर से सलाह कर टेमीफ्लू लेनी चाहिए। डॉ. माथुर ने बताया कि सभी डॉक्टरों को भी इस तरह के मामलों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। गौरतलब है कि स्वाइन फ्लू के लिए टेमीफ्लू ही एक मात्र दवाई है। इसके अलावा बाजार में टीके भी उपलब्ध हैं।
एमजीएच में सीजन डिजीज वार्ड शुरू
इधर एमजीएच में मौसमी बीमारियों के मरीजों के लिए अस्पताल प्रबंधन ने मेडिकल तीन वार्ड में दस पलंग आरक्षित करते हुए विशेष वार्ड शुरू कर दिया है। इसके लिए मंगलवार को इन दस पलंगों पर भर्ती मरीजों को दूसरी जगह शिफ्ट कर वार्ड तैयार किया गया।
वेतन लेने गए नरेगा श्रमिकों की गैर हाजिरी
चार माह से नहीं किया गया था भुगतान
जोधपुर। बालेसर पंचायत समिति के केतू मदा गांव में चार माह से अटके भुगतान लेने गए नरेगा श्रमिकों की गैर हाजिरी लग गई। कार्यक्रम समंवयक चार माह तक भुगतान रोकने की जांच करवा रहा है।
नरेगा में काम के बदले भुगतान की व्यवस्था है और भुगतान एक माह के भीतर होना चाहिए, मगर केतू मदा गांव के मजदूरों को चार माह से भुगतान नहीं हुआ। सरपंच उगमसिंह ने बताया कि जीएसएस में कर्मचारी नहीं होने के कारण भुगतान अटका रहा। मंगलवार को जीएसएस ने एक स्कूल में भुगतान दिया, तो नरेगा श्रमिक काम छोड़ कर पैसा लेने चले गए। इस बीच जिला कार्यक्रम समंवयक कार्यालय की टीम कार्यों का निरीक्षण करने पहुंच गई। नरेगा श्रमिक भुगतान लेने गए थे, इसलिए निरीक्षण टीम ने साइट पर उनकी गैर हाजिरी लगा दी।
जोधपुर। बालेसर पंचायत समिति के केतू मदा गांव में चार माह से अटके भुगतान लेने गए नरेगा श्रमिकों की गैर हाजिरी लग गई। कार्यक्रम समंवयक चार माह तक भुगतान रोकने की जांच करवा रहा है।
नरेगा में काम के बदले भुगतान की व्यवस्था है और भुगतान एक माह के भीतर होना चाहिए, मगर केतू मदा गांव के मजदूरों को चार माह से भुगतान नहीं हुआ। सरपंच उगमसिंह ने बताया कि जीएसएस में कर्मचारी नहीं होने के कारण भुगतान अटका रहा। मंगलवार को जीएसएस ने एक स्कूल में भुगतान दिया, तो नरेगा श्रमिक काम छोड़ कर पैसा लेने चले गए। इस बीच जिला कार्यक्रम समंवयक कार्यालय की टीम कार्यों का निरीक्षण करने पहुंच गई। नरेगा श्रमिक भुगतान लेने गए थे, इसलिए निरीक्षण टीम ने साइट पर उनकी गैर हाजिरी लगा दी।
Sunday, August 1, 2010
जोधपुर में स्वाइन फ्लू की दस्तक H1N1
जोधपुर। करीब पांच माह बाद जोधपुर शहर में एक बार फिर स्वाइन फ्लू ने दस्तक दे दी है। शहर के महामंदिर निवासी एक युवक की डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज की वायररोलोजी प्रयोगशाला से शनिवार दोपहर को पॉजिटिव रिपोर्ट जारी की गई। पॉजिटिव आने की सूचना मिलने के बाद सीएमएचओ खुद अपनी टीम के साथ रोगी के निवास स्थान पर गए ओर सर्वे करवा कर टेमीफ्लू बांटी। गौरतलब है कि जोधपुर में गत सीजन में स्वाइन फ्लू के प्रकोप से अस्सी मौते हो हुई थी।
टैक्सी पर गिरी हाई वोल्टेज लाइन , महिला झुलसी
दो जने बाल-बाल बचे
जोधपुर। चांदपोल क्षेत्र में शनिवार शाम एक सवारी टैक्सी पर हाई वोल्टेज लाइन गिर गई। इससे एक महिला टैक्सी में ही चिपक गई, जबकि दूसरी महिला व टैक्सी चालक बाल-बाल बच गए। गंभीर रूप से झुलसी महिला को एमजीएच में भर्ती करवाया गया है। जानकारी के अनुसार दो महिलाएं टैक्सी में सवार होकर किला रोड से जा रही थी।
क्रिया झालरा के निकट से गुजरते समय अचानक बिजली का तार टूट कर टैक्सी पर जा गिरा। इससे टैक्सी में करंट फैला और इसके टायर धंू-धूं कर जलने लगे। चालक व एक महिला टैक्सी से कूद गए, लेकिन एक महिला उसमें चिपक गई। आसपास के लोगों ने लकड़ी से तार हटाए और गंभीर रूप से घायल महिला को महात्मा गांधी अस्पताल पहुंचाया। सूचना पर पुलिस व डिस्कॉम के अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं। फिलहाल पुलिस तार टूटने व घायल महिला के बारे में जानकारी जुटा रही है।
जोधपुर। चांदपोल क्षेत्र में शनिवार शाम एक सवारी टैक्सी पर हाई वोल्टेज लाइन गिर गई। इससे एक महिला टैक्सी में ही चिपक गई, जबकि दूसरी महिला व टैक्सी चालक बाल-बाल बच गए। गंभीर रूप से झुलसी महिला को एमजीएच में भर्ती करवाया गया है। जानकारी के अनुसार दो महिलाएं टैक्सी में सवार होकर किला रोड से जा रही थी।
क्रिया झालरा के निकट से गुजरते समय अचानक बिजली का तार टूट कर टैक्सी पर जा गिरा। इससे टैक्सी में करंट फैला और इसके टायर धंू-धूं कर जलने लगे। चालक व एक महिला टैक्सी से कूद गए, लेकिन एक महिला उसमें चिपक गई। आसपास के लोगों ने लकड़ी से तार हटाए और गंभीर रूप से घायल महिला को महात्मा गांधी अस्पताल पहुंचाया। सूचना पर पुलिस व डिस्कॉम के अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं। फिलहाल पुलिस तार टूटने व घायल महिला के बारे में जानकारी जुटा रही है।
बारिश से भीगा जोधपुर
जोधपुर में फिर बरसे बदरा
जोधपुर। जोधपुर में बादलों की आवाजाही के बीच शनिवार दोपहर ढाई बजे से तेज बारिश शुरू हो गई। बारिश से सड़कों पर पानी भर गया।
शहर में सुबह से ही बादलों की लुकाछिपी के साथ उमस ने लोगों के पसीने छुड़ा दिए। दोपहर दो बजे करीब आसमान पर काली घटाएं छा गईं। आधा घंटे तक चली हवाओं के बाद बारिश शुरू हुई। कहीं तेज तो कहीं रुक-रुक कर आ रही बारिश से शहर के भीतरी क्षेत्र की सड़कों पर पानी भर गया।
जोधपुर। जोधपुर में बादलों की आवाजाही के बीच शनिवार दोपहर ढाई बजे से तेज बारिश शुरू हो गई। बारिश से सड़कों पर पानी भर गया।
शहर में सुबह से ही बादलों की लुकाछिपी के साथ उमस ने लोगों के पसीने छुड़ा दिए। दोपहर दो बजे करीब आसमान पर काली घटाएं छा गईं। आधा घंटे तक चली हवाओं के बाद बारिश शुरू हुई। कहीं तेज तो कहीं रुक-रुक कर आ रही बारिश से शहर के भीतरी क्षेत्र की सड़कों पर पानी भर गया।
मार्केट से लेकर घर तक ‘संशय’
जोधपुर. पॉलीथिन पर प्रतिबंध का मामला अब मार्केट से घर तक सबकी जुबान पर है, लेकिन इसको लेकर मार्केट से घर तक संशय की स्थिति बनी हुई है।
राज्य सरकार के एक अगस्त से प्लास्टिक के कैरी बैग्स पर प्रतिबंध की घोषणा के बावजूद प्रशासन ने सुस्ती की चादर ओढ़े रखी, नतीजतन बाजार में इसका विकल्प तैयार नहीं हो पाया। अगर प्रशासन इसको लेकर एक महीने पहले से लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाता तो शायद इसके परिणाम सकारात्मक आने की उम्मीद थी, लेकिन न तो नगर निगम और न ही प्रशासन ने इसको गंभीरता से लिया।
अब तारीख नजदीक आई तो प्रशासन व नगर निगम आनन-फानन में आधी-अधूरी तैयारी के साथ प्रतिबंध लगाने की कवायद में जुटा है। इसके परिणाम क्या आएंगे यह कहना जल्दबाजी होगी, लेकिन जिस तरह का संशय बना हुआ है उससे इसकी सफलता को लेकर संदेह है। इधर व्यापारी वर्ग इसके विकल्प व प्रशासनिक कार्रवाई के बारे में सोचकर पसोपेश में है, वहीं गृहिणियों को अब कपड़े के थैले की चिंता सताने लगी है।
दुकानदारों ने पॉलीथिन खरीदना कम कर दिया है और थोक विक्रेता भी अपना स्टॉक खत्म करने लगे हैं। गृहिणियों का मानना है कि प्लास्टिक पर प्रतिबंध के बाद अब उन्हें बाजार से सामान खरीदने में दिक्कतें आएगी। सबसे ज्यादा दिक्कत किराने के सामान व सब्जी खरीदने में आएगी।
लाखों रुपए कर्ज लेकर व्यापार करने वालों का कारोबार ठप हो जाएगा। इसका असर ट्रेडिंग पर भी पड़ेगा। व्यापारी बैंक की किस्त भी नहीं चुका सकेंगे। पॉलीथिन पर प्रतिबंध का फैसला स्वागत योग्य है, लेकिन इसमें कई विसंगतियां हैं, उन्हें दूर करने के बाद ही इस व्यवस्था को लागू किया जाना चाहिए। इससे इंस्पेक्टर राज को भी बढ़ावा मिलेगा। ठेलाधारकों से लेकर शो-रूम संचालकों तक से चौथ वसूली को बढ़ावा मिलेगा। - जितेंद्रराज लोढ़ा, उद्योगपति व पॉलीथिन विक्रेता
नगर निगम गंभीर नहीं
सीवरेज समस्या के लिए सबसे बड़ी परेशानी बने पॉलीथिन थैलियों के खिलाफ जनजागरण अभियान चलाने को लेकर न तो निगम के अफसर गंभीर हैं और न ही बोर्ड बैठकों में पॉलीथिन पर रोक लगाने की पैरवी करने वाले जनप्रतिनिधि ही गंभीर हैं। शहर में पॉलीथिन थैलियों के कारण सीवरेज सिस्टम की बदहाल स्थिति किसी से छिपी नहीं है। निगम में अलग से सीवरेज विंग स्थापित किया गया है, लेकिन इतने बड़े फैसले को लागू करने के पहले निगम ने अपने ही पार्षदों के साथ चर्चा करना मुनासिब नहीं समझा। निगम इतने बड़े फैसले पर बोर्ड की विशेष बैठक बुलाता, जिससे कई महत्वपूर्ण सुझाव आते और इसका संदेश भी जाता।
राज्य सरकार के एक अगस्त से प्लास्टिक के कैरी बैग्स पर प्रतिबंध की घोषणा के बावजूद प्रशासन ने सुस्ती की चादर ओढ़े रखी, नतीजतन बाजार में इसका विकल्प तैयार नहीं हो पाया। अगर प्रशासन इसको लेकर एक महीने पहले से लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाता तो शायद इसके परिणाम सकारात्मक आने की उम्मीद थी, लेकिन न तो नगर निगम और न ही प्रशासन ने इसको गंभीरता से लिया।
अब तारीख नजदीक आई तो प्रशासन व नगर निगम आनन-फानन में आधी-अधूरी तैयारी के साथ प्रतिबंध लगाने की कवायद में जुटा है। इसके परिणाम क्या आएंगे यह कहना जल्दबाजी होगी, लेकिन जिस तरह का संशय बना हुआ है उससे इसकी सफलता को लेकर संदेह है। इधर व्यापारी वर्ग इसके विकल्प व प्रशासनिक कार्रवाई के बारे में सोचकर पसोपेश में है, वहीं गृहिणियों को अब कपड़े के थैले की चिंता सताने लगी है।
दुकानदारों ने पॉलीथिन खरीदना कम कर दिया है और थोक विक्रेता भी अपना स्टॉक खत्म करने लगे हैं। गृहिणियों का मानना है कि प्लास्टिक पर प्रतिबंध के बाद अब उन्हें बाजार से सामान खरीदने में दिक्कतें आएगी। सबसे ज्यादा दिक्कत किराने के सामान व सब्जी खरीदने में आएगी।
लाखों रुपए कर्ज लेकर व्यापार करने वालों का कारोबार ठप हो जाएगा। इसका असर ट्रेडिंग पर भी पड़ेगा। व्यापारी बैंक की किस्त भी नहीं चुका सकेंगे। पॉलीथिन पर प्रतिबंध का फैसला स्वागत योग्य है, लेकिन इसमें कई विसंगतियां हैं, उन्हें दूर करने के बाद ही इस व्यवस्था को लागू किया जाना चाहिए। इससे इंस्पेक्टर राज को भी बढ़ावा मिलेगा। ठेलाधारकों से लेकर शो-रूम संचालकों तक से चौथ वसूली को बढ़ावा मिलेगा। - जितेंद्रराज लोढ़ा, उद्योगपति व पॉलीथिन विक्रेता
नगर निगम गंभीर नहीं
सीवरेज समस्या के लिए सबसे बड़ी परेशानी बने पॉलीथिन थैलियों के खिलाफ जनजागरण अभियान चलाने को लेकर न तो निगम के अफसर गंभीर हैं और न ही बोर्ड बैठकों में पॉलीथिन पर रोक लगाने की पैरवी करने वाले जनप्रतिनिधि ही गंभीर हैं। शहर में पॉलीथिन थैलियों के कारण सीवरेज सिस्टम की बदहाल स्थिति किसी से छिपी नहीं है। निगम में अलग से सीवरेज विंग स्थापित किया गया है, लेकिन इतने बड़े फैसले को लागू करने के पहले निगम ने अपने ही पार्षदों के साथ चर्चा करना मुनासिब नहीं समझा। निगम इतने बड़े फैसले पर बोर्ड की विशेष बैठक बुलाता, जिससे कई महत्वपूर्ण सुझाव आते और इसका संदेश भी जाता।
फीस वृद्धि वापस लेगा जेएनवीयू
जोधपुर. छात्र हितों की दस मांगों को लेकर बीते दो दिन से धरने पर बैठे एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को कुलपति के आश्वासन के बाद अनशन समाप्त कर दिया। अनशन पर बैठे छात्रों का कहना था कि कुलपति प्रो. नवीन माथुर ने स्ववित्त पोषित कोर्स की बढ़ी हुई फीस वापस लेने का आश्वासन दिया है।
अन्य मांगों में से भी ज्यादातर पर सहमति दे दी है। जेएनवीयू में छात्रहित से जुड़ी 10 मांगों को लेकर एनएसयूआई के कार्यकर्ता और पदाधिकारी जिलाध्यक्ष बलदेव बेनिवाल की अगुवाई में केंद्रीय कार्यालय के बाहर बुधवार को अनशन पर बैठे थे। एडीएम सिटी के निर्देश पर गुरुवार शाम को अनशन पर बैठे विद्यार्थियों का मेडिकल करवाया गया था। पुलिस ने पांच छात्रनेताओं को देर रात महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती करवाया, लेकिन ये रात को वापस धरने पर आकर बैठ गए। शुक्रवार सुबह भाकरराम विश्नोई और राजेश नैण की तबीयत बिगड़ गई।
इस पर उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया। दोपहर को छात्रनेताओं का एक प्रतिनिधि मंडल कुलपति से मिला व मांगों के संबंध में विचार-विमर्श किया। छात्र नेताओं ने कहा कि इस दौरान फीस कम करने सहित कई मुद्दों पर सहमति बनी। कुलपति के प्रतिनिधि के रूप में सिंडीकेट सदस्य डॉ. एएल जीनगर धरना स्थल पर पहुंचे एनएसयूआई के पूर्व प्रदेश सचिव पुनित जांगू, जिलाध्यक्ष बलदेव बेनिवाल, जिला प्रवक्ता भाकरराम विश्नोई, जिला महासचिव राजेश नैण व जिला उपाध्यक्ष राजेश धौलिया को जूस पिलाकर अनशन तुड़वाया।
इन मांगों पर सहमति
60 प्रतिशत से ज्यादा अंक वाले विद्यार्थियों के प्रवेश की व्यवस्था।
स्ववित्त पोषित कोर्स की फीस वापस लेने का आश्वासन।
आवश्यकता और नियमों को देखते हुए सेक्शन बढ़ाए जाएंगे।
आईकार्ड, सिलेबस व पुस्तकें समय पर उपलब्ध होगी।
एमए में सेक्शन बढ़ाने के मामले में विभागाध्यक्षों से चर्चा होगी।
पीटीईटी व शेष परिणाम शीघ्र घोषित होंगे।
पुनर्मूल्यांकन परिणाम शीघ्र घोषित होंगे।
अन्य मांगों में से भी ज्यादातर पर सहमति दे दी है। जेएनवीयू में छात्रहित से जुड़ी 10 मांगों को लेकर एनएसयूआई के कार्यकर्ता और पदाधिकारी जिलाध्यक्ष बलदेव बेनिवाल की अगुवाई में केंद्रीय कार्यालय के बाहर बुधवार को अनशन पर बैठे थे। एडीएम सिटी के निर्देश पर गुरुवार शाम को अनशन पर बैठे विद्यार्थियों का मेडिकल करवाया गया था। पुलिस ने पांच छात्रनेताओं को देर रात महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती करवाया, लेकिन ये रात को वापस धरने पर आकर बैठ गए। शुक्रवार सुबह भाकरराम विश्नोई और राजेश नैण की तबीयत बिगड़ गई।
इस पर उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया। दोपहर को छात्रनेताओं का एक प्रतिनिधि मंडल कुलपति से मिला व मांगों के संबंध में विचार-विमर्श किया। छात्र नेताओं ने कहा कि इस दौरान फीस कम करने सहित कई मुद्दों पर सहमति बनी। कुलपति के प्रतिनिधि के रूप में सिंडीकेट सदस्य डॉ. एएल जीनगर धरना स्थल पर पहुंचे एनएसयूआई के पूर्व प्रदेश सचिव पुनित जांगू, जिलाध्यक्ष बलदेव बेनिवाल, जिला प्रवक्ता भाकरराम विश्नोई, जिला महासचिव राजेश नैण व जिला उपाध्यक्ष राजेश धौलिया को जूस पिलाकर अनशन तुड़वाया।
इन मांगों पर सहमति
60 प्रतिशत से ज्यादा अंक वाले विद्यार्थियों के प्रवेश की व्यवस्था।
स्ववित्त पोषित कोर्स की फीस वापस लेने का आश्वासन।
आवश्यकता और नियमों को देखते हुए सेक्शन बढ़ाए जाएंगे।
आईकार्ड, सिलेबस व पुस्तकें समय पर उपलब्ध होगी।
एमए में सेक्शन बढ़ाने के मामले में विभागाध्यक्षों से चर्चा होगी।
पीटीईटी व शेष परिणाम शीघ्र घोषित होंगे।
पुनर्मूल्यांकन परिणाम शीघ्र घोषित होंगे।
खुद को एमपी का पीए बता डॉक्टर को धमकाया!
जोधपुर. महात्मा गांधी अस्पताल की सर्जिकल ओपीडी में एक व्यक्ति द्वारा खुद को पाली सांसद बद्रीराम जाखड़ का पीए बताकर डॉक्टर को धमकाने का मामला सामने आया है। डॉक्टर ने इस संबंध में रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए अस्पताल प्रबध्ांन को पूरे मामले की जानकारी सौंपी है।
संभवतया अगले एक-दो दिन में प्रबंधन इस पर निर्णय लेगा। जानकारी के अनुसार सर्जिकल ओपीडी में सोमवार करीब डेढ़ बजे सर्जरी विभाग के सहआचार्य डॉ. अजय मालवीय अपने सहयोगी डॉक्टर डॉ. गणपत चौधरी, भारती सारस्वत व डॉ. एमएल लोहिया के साथ ड्यूटी पर थे। इस दौरान एक व्यक्ति वहां आया और ओपीडी में खून साफ करने की बात को लेकर डॉ. मालवीय से उलझ गया। उसने डॉ. मालवीय से बदसलूकी व गाली-गलौच की।
डॉ. मालवीय ने उसे समझाया कि सड़क दुर्घटना में घायल हुए व्यक्ति को अभी-अभी एमओटी में भेजा है। अभी सफाई हो जाएगी, लेकिन वह व्यक्ति नहीं माना और खुद को पाली सांसद बद्रीराम जाखड़ का पीए बताते हुए डॉ. मालवीय से झगड़े पर उतारू हो गया। काफी देर तक हंगामा करने के बाद वह बाहर निकल गया। इस दौरान साथ आई एक महिला अंदर आई और डॉ. गणपत चौधरी से परामर्श लिया। बाद में वह भी डॉ. मालवीय से भिड़ गई। बमुश्किल दोनों अस्पताल से बाहर निकले।
पीटीआई बना पीए
व्यक्ति के नाम-पते की पड़ताल के बाद सामने आया कि वह बिलाड़ा के पास किसी सरकारी स्कूल का पीटीआई बक्साराम था, जो खुद को पाली सांसद का पीए बता रहा था। इस मामले को लेकर डॉक्टरों ने पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की भी मांग की है। इसके अलावा आरएमसीटीए ने भी इस तरह के मामले का विरोध किया है। गौरतलब है कि अस्पतालों में आए दिन ऐसे मामले सामने आते रहते हैं, जिनमें राजनेताओं के नाम से लोग डॉक्टरों को धमकाते हैं।
संभवतया अगले एक-दो दिन में प्रबंधन इस पर निर्णय लेगा। जानकारी के अनुसार सर्जिकल ओपीडी में सोमवार करीब डेढ़ बजे सर्जरी विभाग के सहआचार्य डॉ. अजय मालवीय अपने सहयोगी डॉक्टर डॉ. गणपत चौधरी, भारती सारस्वत व डॉ. एमएल लोहिया के साथ ड्यूटी पर थे। इस दौरान एक व्यक्ति वहां आया और ओपीडी में खून साफ करने की बात को लेकर डॉ. मालवीय से उलझ गया। उसने डॉ. मालवीय से बदसलूकी व गाली-गलौच की।
डॉ. मालवीय ने उसे समझाया कि सड़क दुर्घटना में घायल हुए व्यक्ति को अभी-अभी एमओटी में भेजा है। अभी सफाई हो जाएगी, लेकिन वह व्यक्ति नहीं माना और खुद को पाली सांसद बद्रीराम जाखड़ का पीए बताते हुए डॉ. मालवीय से झगड़े पर उतारू हो गया। काफी देर तक हंगामा करने के बाद वह बाहर निकल गया। इस दौरान साथ आई एक महिला अंदर आई और डॉ. गणपत चौधरी से परामर्श लिया। बाद में वह भी डॉ. मालवीय से भिड़ गई। बमुश्किल दोनों अस्पताल से बाहर निकले।
पीटीआई बना पीए
व्यक्ति के नाम-पते की पड़ताल के बाद सामने आया कि वह बिलाड़ा के पास किसी सरकारी स्कूल का पीटीआई बक्साराम था, जो खुद को पाली सांसद का पीए बता रहा था। इस मामले को लेकर डॉक्टरों ने पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था की भी मांग की है। इसके अलावा आरएमसीटीए ने भी इस तरह के मामले का विरोध किया है। गौरतलब है कि अस्पतालों में आए दिन ऐसे मामले सामने आते रहते हैं, जिनमें राजनेताओं के नाम से लोग डॉक्टरों को धमकाते हैं।
बैंड बांध मनाया फ्रेंडशिप डे
जोधपुर. केएन कॉलेज में शनिवार को सीनियर छात्राओं ने नवागंतुक छात्राओं की कलाई पर फ्रेंडशिप बैंड बांधकर फेंड्रशिप-डे मनाया।
इस अवसर पर फ्रेशर्स ने सीनियर्स के साथ खूब एंजॉय किया। कॉलेज खुलने के साथ ही फ्रेंडशिप-डे के आने से नई छात्राएं कॉलेज में पहली बार इसे फ्रेंड्स के साथ मनाने को लेकर विशेष उत्साहित थीं। उधर सीनियर्स ने भी सभी फ्रेशर्स से परिचय करने के बाद उन्हें फेंड्रशिप बैंड बांध कर दोस्ती का आमंत्रण दिया।
इस अवसर पर फ्रेशर्स ने सीनियर्स के साथ खूब एंजॉय किया। कॉलेज खुलने के साथ ही फ्रेंडशिप-डे के आने से नई छात्राएं कॉलेज में पहली बार इसे फ्रेंड्स के साथ मनाने को लेकर विशेष उत्साहित थीं। उधर सीनियर्स ने भी सभी फ्रेशर्स से परिचय करने के बाद उन्हें फेंड्रशिप बैंड बांध कर दोस्ती का आमंत्रण दिया।
थार के चालक-टीटीई पर तस्करी का आरोप
जोधपुर. थार लिंक एक्सप्रेस के दो चालकों व दो टीटीई के नकली नोट व मादक पदार्थ की तस्करी में लिप्त होने की शिकायत मिली है। शिकायत करने वाले व्यक्ति ने जीआरपी को एक पत्र भेजा है जिसमें कहा गया है कि इंजिन के भीतर व ट्रेन स्टाफ की जांच नहीं होने का फायदा उठा कर पाकिस्तानी तस्कर इन्हें अपना कूरियर बना रहे हैं।
शिकायत के बाद रेलवे में हड़कंप मचा हुआ है। जीआरपी एसपी इस शिकायत की जांच करवा रहे हैं। साथ ही खुफिया एजेंसियां व बाड़मेर-जैसलमेर पुलिस भी छानबीन कर रही है। जीआरपी एसपी एसएन खींची को एक परिवाद मिला है जिसमें लालसागर निवासी आरएन डूडी ने थार लिंक एक्सप्रेस ट्रेन के चालकों व टीटीई पर तस्करी करने का आरोप लगाया है। डूडी ने लिखा कि चालक एमडी चारण और वीरेंद्र सिंह पाकिस्तान के तस्करों की ओर से दी गई मादक पदार्थों व नकली नोट की खेप को इंजिन में छुपा कर लाते हैं।
पुलिस व सुरक्षा एजेंसियां इंजिन के भीतर व ट्रेन स्टाफ की जांच नहीं करती, इसलिए यह खेल काफी समय से चल रहा है। इन चालकों के साथ दो टीटीई जुगलकिशोर व जगदीश भी मिले हुए हैं। इसमें फार्मासिस्ट लक्ष्मीनारायण शर्मा भी शामिल है। रेलवे कर्मचारियों के तस्करी में लिप्त होने की शिकायत मिलने पर जीआरपी एसपी ने डीएसपी सत्यमणि तिवारी को जांच के निर्देश दिए हैं। कुछ कर्मचारी इसे यूनियन की गुटबाजी भी बता रहे हैं।
शिकायत के बाद रेलवे में हड़कंप मचा हुआ है। जीआरपी एसपी इस शिकायत की जांच करवा रहे हैं। साथ ही खुफिया एजेंसियां व बाड़मेर-जैसलमेर पुलिस भी छानबीन कर रही है। जीआरपी एसपी एसएन खींची को एक परिवाद मिला है जिसमें लालसागर निवासी आरएन डूडी ने थार लिंक एक्सप्रेस ट्रेन के चालकों व टीटीई पर तस्करी करने का आरोप लगाया है। डूडी ने लिखा कि चालक एमडी चारण और वीरेंद्र सिंह पाकिस्तान के तस्करों की ओर से दी गई मादक पदार्थों व नकली नोट की खेप को इंजिन में छुपा कर लाते हैं।
पुलिस व सुरक्षा एजेंसियां इंजिन के भीतर व ट्रेन स्टाफ की जांच नहीं करती, इसलिए यह खेल काफी समय से चल रहा है। इन चालकों के साथ दो टीटीई जुगलकिशोर व जगदीश भी मिले हुए हैं। इसमें फार्मासिस्ट लक्ष्मीनारायण शर्मा भी शामिल है। रेलवे कर्मचारियों के तस्करी में लिप्त होने की शिकायत मिलने पर जीआरपी एसपी ने डीएसपी सत्यमणि तिवारी को जांच के निर्देश दिए हैं। कुछ कर्मचारी इसे यूनियन की गुटबाजी भी बता रहे हैं।
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